YouTube एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसके माध्यम से अनेक लोगों ने देश-दुनिया के सामने अपने-अपने टैलेंट का प्रदर्शन किया और अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इतना ही नहीं यूट्यूब लोगों के लिए कमाई का जरिया भी बन गया है। यूट्यूब पर कई ऐसे यूट्यूबर हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत से लोगों का दिल जीत लिया है और उनकी फैन फोलोईंग भी लाखों-करोड़ों में हैं।
इसी कड़ी में आज हम बात करेंगे एक महिला यूट्यूबर के बारें में, जिसने महज 5 वीं कक्षा तक पढ़ें और छोटे गांव से होकर भी पूरी दुनिया में अपनी काबिलियत से पहचान बनाई और आज लाखों-करोड़ों लोग उन्हें फॉलो करते हैं।
छोटे-से गांव की रहनेवाली शशिकला यूट्यूब से कमाती हैं महीने के 70 हजार रुपये
हम बात कर रहे हैं उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्वांचल के जौनपुर जिले में स्थित एक छोटे-से गांव रखावा की रहनेवाली शशिकला चौरसिया (Shashikala Chaurasia) की। इनके हाँथों से खाना बनाने की रेसिपी ने आज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुबई, अमेरिका और फिजी जैसे देशों में भी लोगों को अपना दीवाना बना लिया है और यही वजह है कि यूट्यूब चैनल “अम्मा की थाली” पर उनके लाखों-करोड़ों फॉलोवर्स हैं। इतना ही नहीं अपने यूट्यूब चैनल से शशिकला हर महीने 70 हजार रुपये की कमाई करती हैं।
कैसे आया यूट्यूब चैनल शुरु करने का आइडिया?
तीन बच्चों की मां शशिकला ने कभी सोचा नहीं था कि घर-गृहस्थी सम्भालने के अलावा उनकी भी एक अलग पहचान बनेगी और लोग उनके खाने के दीवाने होंगे। लेकिन उनके बेटे चंदन ने उनकी सोच बदल दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शशिकला इतना स्वादिष्ट खाना बनाती हैं कि उनके आस-पास और गांव के लोग भी उनके हाथ से बने खाने की तारीफ करते नहीं थकते।
शशिकला के यूट्यूब चैनल (Youtube Channel Amma Ki Thali) की शुरुआत उस दौरान हुई जब उनके गांव में साल 2016 में 4G नेट्वर्क की सुविधा उपलब्ध हुई। उसी दौरान चंदन के दोस्तों ने उन्हें यूट्यूब पर वीडियो के जरिए पैसे कमाने के बारें में जानकारी दी। दोस्तों द्वारा इतनी जानकारी मिलने के बाद 29 वर्षीय चंदन ने इसके बारें में और अधिक जानकारी जुटानी शुरु की। उसके बाद चंदन ने इस बारें में अपने दोनों भाइयों सूरज और पंकज से बातचीत करके फैसला किया कि मां के बेहतरीन व्यंजन बनाने का वीडियो बनाकर यूट्यूब पर शेयर किया जाए।
पहली बार में नहीं मिली सफलता
हालांकि, यह सफर आसान नहीं रहा। यूट्यूब पर पोस्ट करने के लिए चंदन और उनके भाइयों ने अपनी मां शशिकला को इसके लिए समझाया बुझाया लेकिन पहले उन्होंने इस बात को मानने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि, चूल्हें पर बने खाने की वीडियो देखकर कोई पैसा क्यों देगा। इसके बावजूद भी उनके बेटे ने काफी समझा-बुझाकर इस काम के लिए राजी कर लिया। उसके बाद उन्होंने सबसे पहले साल 2017 में “बूंदी की खीर ” बनाने का एक वीडियो पोस्ट करके अपने यूट्यूब चैनल की शुरूआत की। हालांकि, इस वीडियो को महज 15-20 लोगों ने देखा लेकिन उनके बच्चों ने हिम्मत नहीं हारी।
लाखों की संख्या में हैं सब्स्क्राइबर
एक बार असफल होने के बाद उन्होंने फिर से साल 2018 में पुन: आम के आचार का वीडियो पोस्ट किया जो देखते-ही-देखते वायरल हो गया। इस वीडियो को लाखों की संख्या में व्युज मिले और शशिकला का यूट्यूब चैनल अम्मा की थाली काफी मशहूर हो गया जो अब तरक्की की राह पर निरंतर अग्रसर है। शशिकला के बच्चों को जब अपने काम से फुर्सत मिलती है तब वे यूट्यूब पर काम करते हैं। आज उनके यूट्यूब चैनल “अम्मा की थाली” पर 16 लाख सब्सक्राइब और 26 करोड़ व्युज हैं।