ऐसे कई किसान हैं जिनके पास खुद की जमीन नहीं है लेकिन फिर भी वे लीज पर या किराए पर खेती हेतु जमीन लेकर खेती कर रहे हैं और अपनी मेहनत और काबिलियत से सफलता की पराकाष्ठा पेश कर रहे हैं।बिहार के रहने वाले शिव मुनि साहनी भी उन्हीं किसानों में से एक हैं जो किराए की जमीन पर सब्जियों की खेती करके कमा है लाखों रुपए कमा रहे हैं।
कई किसानों को सब्जियों में अच्छा मुनाफा ना मिलने पर वे सब्जियों की खेती छोड़ देते हैं और अन्य खेती में लग जाते हैं। लेकिन बिहार के एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने सब्जियों की खेती करके आज लाखों रुपए कमा रहे हैं।
शिव मुनि साहनी बिहार के कैमूर जिले के लाबेहदही गांव के रहने वाले हैं। शिव मुनि पढ़े-लिखे नहीं थे लेकिन इन्हें खेती में काफी कुछ जानकारी थी। शिव मुनि साहनी के पास खुद की खेती करने के लिए जमीन नहीं थी। परंतु इन्हें खेती करने में काफी दिलचस्पी थी। इन्होंने अपने गांव से 3 किलोमीटर दूर 40 बीघा जमीन किराए पर ली।
शिव मुनि बताते हैं कि 12-13 साल पहले मैं भी अन्य किसानों की तरह धान, गेहूं की खेती करता था परंतु इन खेती में मुझे ज्यादा फायदा नहीं होता था। इसीलिए हमने सब्जियों की खेती करने का मन बना लिया। वे बताते हैं कि सब्जियों की खेती करने के लिए मेहनत ज्यादा लगती है और थोड़ा ध्यान देना पड़ता है। वो बताते हैं कि साल में 1 लाख रूपया किराया और 2 लाख रूपए खेती की लागत में लगाते हैं जिससे वह 40 बीघा जमीन में 5-6 लाख रुपए तक मुनाफा कमाते हैं।
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शिव मुनि मौसम के अनुसार सब्जियों की खेती करते हैं। खेतों में इन्होंने लौकी, करेला, मटर, खीरा, कद्दू, भिंडी, टमाटर जैसे प्रमुख सब्जियों का उपज करते हैं।
शिव मुनि बताते हैं कि लॉकडाउन के समय उन्हें सब्जियां बेचने में काफी नुकसान हुआ। इन्होंने जितनी उम्मीद की थी उतनी बाजार से सब्जियों का दाम नहीं मिला। जिसकी वजह से हमें नुकसान उठाना पड़ा। शिव मुनि कहते हैं की सरकार को एक सरकारी केंद्र बनाना चाहिए जिससे सब्जी किसान से खरीदा जा सके। इससे हम किसानों को अच्छे मूल्य पर सब्जी का दाम मिलेगा और आम जनता को भी सब्जी का दाम कम रहेगा।
शिव मुनि ने अपनी खेती से क्या दिखा दिया कि परिश्रम कभी खाली नहीं जाता उन्होंने सब्जियों की खेती करके अपने उत्पादन से हम किसानों को भी प्रेरित किया है।