ज़िंदगी बिल्कुल फूलों की तरह होती है, इसे महकते रहने के लिए हमें परिश्रम करनी पड़ती है। हमारे देश के किसान अन्य तरह की खेती कर रहे हैं, जिसमें कुछ परंपरागत खेती और कुछ नए-नए आइडिया को अपनाकर खेती करना शामिल है। किसान इसलिए अन्य पद्धतियों को अपनाकर खेती कर रहे हैं, ताकि वह कृषि क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना सकें और सफलता की ऊंचाई पर चढ़ सके।
आज की हमारी यह पेशकश लखनऊ (Lucknow) बाराबंकी ज़िले के किसानों की है, जो फूलों की खेती से अधिक लाभ कमा रहे हैं। (Flower Farming) यहां पर किसान पहले अफीम की खेती किया करते थे, लेकिन यह ज़िला अब फूलों की खेती को अपनाकर सफलता की ऊंचाई पर चढ़कर अपनी अलग छाप छोड़ रहा है। (Flower Farming)
एक साथ उगाया जाता है फूल और सब्जी
यहां के किसान सब्जियों और फलों को एक साथ उगाते हैं। किसान गेंदा और बिजली के फूलों को अपने खेतों में बड़े पैमाने पर उगा रहे हैं। (Flower Farming)
यहां के एक किसान प्रमोद वर्मा (Pramod Varma) ग्रेजुएट हैं और खेती से जुड़े हैं। फूलों की खेती से ही उन्हें एक अलग पहचान मिली है। यहां फूलों को सब अपनी नकदी फसल मानते हैं इसलिए इसकी खेती कर रहे हैं। (Flower Farming)
यह भी पढ़ें :- तीन दोस्तों ने छोड़ी अपनी अपनी नौकरी और शुरू की खेती, अब कमा रहे हज़ारों
आखिर कैसे आई फूलों की खेती करने की तरकीब?
प्रमोद ने जानकारी दिया कि फूलों की खेती से पहले वह अपने खेतों में गेंहू और धान को उगाया करते थे, परंतु इससे उन्हें ज्यादा लाभ नहीं हो पाता था। (Flower Farming) इसके उपरांत उन्होंने उद्यान विभाग में कांटेक्ट किया। वहां से उन्होंने यह सारी जानकारी एकत्रित की। जैसे- किस तरह सब्जियों के साथ-साथ फूलों को भी उगा सकते हैं?
शुरुआती दौर में उन्होंने सब्जियों को अपने खेतों में उगाया। अब फूल और सब्जी दोनों की खेती कर लाभ कमा रहे हैं। (Flower Farming)
बिजली और गेंदा से हो रहा है लाभ
प्रमोद अपने खेतों में अन्य तरह के फूलों को उगा रहे हैं। खासकर उन्हें अपने बिजली के फूलों से अधिक लाभ मिल रहा है। वह गेंदा और बिजली के फूलों को उगाकर अधिक लाभ कमाते हैं। जानकारी के (Flower Farming) अनुसार गेंदे के फूल की कीमत 80 रुपये प्रति किलोग्राम है। अन्य फसलों के अपेक्षा यहां किसानों को फूलों से 4 से 5 गुना लाभ मिल रहा है ।