मत्स्यपालन (Fish Farming) एक ऐसा व्यापार है जिससे लोग अपने आय का स्रोत बनाकर अच्छा लाभ अर्जित कर रहे हैं। अगर किसान इसे नई पद्धति को अपनाकर प्रारंभ करें तो अच्छा पैसा कमा सकते हैं। वैसे तो हमारे देश में कई राज्य और जिले हैं जहां मत्स्यपालन को कई तरीकों से किया जाता है और इस तरीके को अन्य लोगों के साथ साझा कर उन्हें भी मत्स्यपालन में सफलता प्राप्त करने के लिए जागरूक किया जाता है।
वर्तमान में हमारे देश के हजारीबाग जिले में मत्स्यपालन को लेकर काफी जागरूकता है और लोग इस क्षेत्र में अपार सफलता भी हासिल कर रहें हैं। यहां उन्नत तकनीक यानि केज कल्चर तकनीक को अपनाया जा रहा है जिससे काफी तेजी से मछलियों का विकास हो रहा है और ये लाभ दे रहीं हैं। –Fish farming
चलिए जानते हैं केज कल्चर के विषय में विस्तार से
अगर हम मत्स्यपालन के विषय में बात करें तो केज कल्चर तकनीक काफी तेजी से लोगों के बीच प्रसिद्ध होता जा रहा है। इस तकनीक को अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। हमारे देश के हजारीबाग जिले के बहुत से प्रखंड में सैकड़ो लोग मत्स्य पालन के लिए केज कल्चर को अपना रहे हैं। इससे वह उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है। यहां टाटीझरिया, विष्णु गढ़, बरही आदि प्रखंड में केज कल्चर को अपनाकर कई यूनिट की स्थापना की गई है और इससे यहां के लगभग 5000 के करीब ग्रामवासियों को मत्स्य पालन का लाभ मिल रहा है। –Fish farming
यह भी पढ़ें:- ब्लू आयस्टर मशरूम की खेती कर किसान हो रहे मालामाल, यहां लें खेती से जुड़ी पूरी जानकारी
15 हज़ार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन
जानकारी के अनुसार यहां हर मौसम में 15000 से लेकर 600 मीट्रिक टन मछली के उत्पादन का उद्देश्य रखा जाता है। यह उत्पादन केज कल्चर के द्वारा ही सफल हो पा रहा है। बारिश ना होने के बावजूद भी यहां के लोगों को मत्स्य पालन में अच्छा लाभ मिल रहा है। इसका एकमात्र कारण केज कल्चर ही है। यहां जितनी भी यूनिट की स्थापना की गई है उनका निरीक्षण नीति आयोग की टीम भी करती है और जो परेशानियां होती है उसका हल निकालती है। इसके अतिरिक्त यहां जो पोखर या खाली पड़े गड्ढे हैं उन सब को केज कल्चर के लिए तैयार किया जा रहा है और इसमें सफलता भी मिल रही है। -Fish farming
मस्तयपालक को मिल रहा है लाभ
प्रदीप कुमार जो कि हजारीबाग जिले के मत्स्य पदाधिकारी हैं वह कहते हैं कि केज कल्चर की मदद के कारण मत्स्य उत्पादन में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इससे यहां के मस्तयपालकों को काफी लाभ मिल रहा है और वह इससे अधिक खुश भी है। अगर वर्षा नहीं भी हुई हो तो इससे मत्स्य पालन को कोई हानि नहीं पहुंच रही है। यह व्यवसाय यहां के मत्स्यपालकों को एक सफलता की ऊंचाई पर ले जाने में सक्षम हो पा रहा है।-Fish farming
अगर आप ये चाहते हैं कि कोई ऐसा व्यवसाय करें जिससे आपको लाभ मिले तो आप मत्स्यपालक के तौर पर मत्स्यपालन का व्यवसाय प्रारंभ कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं। इसमें सफलता प्राप्त करने के उपरांत आप अन्य लोगों को भी इससे जोड़कर उन्हें आर्थिक स्थिति से मजबूत बना सकते हैं। -Fish farming