एक शिक्षक का हर इंसान के जीवन में एक विशेष स्थान रखता है। शिक्षक ही हैं, जो किसी भी बच्चे को अच्छी शिक्षा देकर मनुष्य से इंसान बना सकते हैं। यही वजह है कि एक गुरु का स्थान भगवान और माता-पिता से भी बढ़कर है। गुरु की महिमा जिस भी बच्चे पर हो जाती है वह कामयाब बन जाता है।
आपने अपने आसपास ऐसे कई शिक्षक देखे होंगे जो बच्चों को कोचिंग, स्कूल और कॉलेज आदि में शिक्षा देते होंगे पर कभी आपने किसी शिक्षक को फुटपाथ (Foot Path) पर पढ़ाते देखा है और वो भी बिना किसी शुल्क के। आज हम आपको एक ऐसे ही गुरु के बारे में बताएंगे जो गरीब-असहाय (Poor and Helpless Student) बच्चों को फुटपाथ पर बैठाकर मुफ्त शिक्षा देते हैं। (Flashlight Initiative) आइये जानते हैं इनके बारे में।
Flashlight Initiative का यह वीडियो देखें
फुटपाथ पर बच्चों को शिक्षा
बिहार की राजधानी पटना में फुटपाथ पर बच्चों को शिक्षा देने वाले गुरु का नाम अमन (Aman) है। बच्चे और आसपास के लोग उन्हें अमन भैया कहकर पुकारते हैं। अमन के बारे में बताएं तो यह पटना के अटल पथ के फुटपाथ पर बच्चों को पढ़ाते (Atal Path Foot Path class in Patna) हैं। यह सभी बच्चे गरीब परिवार से आते हैं जिन्हें अमन निशुल्क पढ़ाते हैं।
सभी को मिले शिक्षा
अमन (Aman) की सोच है कि सभी को शिक्षा मिलनी चाहिए। कोई भी ऐसा बच्चा न हो जो पैसों के आभाव में शिक्षा से वंचित रह जाए। इसी सोच के साथ उन्होंने Flash light initiative के नाम से एक शुरुआत की जिसमें वह बच्चों के बीच शिक्षा का अलख जगा रहे हैं।
बैलून बेचती हुई बच्ची
अमन वैसे तो पटना के कंकड़बाग (Kankarbagh Patna) के रहने वाले हैं पर The Logically से बात करते हुए वह बताते हैं कि वह कई सालों से पटना के बोरिंग रोड (Boring Road) में नौकरी (Job) करते हैं। 2019 की बात है जब वह अपने कुछ दोस्तों के साथ शाम के वक़्त घूमने निकले थे। वहीं उन्हें एक बच्ची दिखी जो बैलून (Balloon Girl)बेचती थी और उसमें पढ़ाई को लेकर एक अलग ही जुनून था।
बच्ची को पढ़ाकर की शुरुआत
अमन को उस बैलून बेचने वाली बच्ची से काफी लगाव हो गया। इस बच्ची का नाम रेशम (Balloon Girl Resam) था। वह रेशम को रोज कुछ न कुछ खिलाते रहते थे। अमन बताते हैं एक दिन रेशम उनसे बोली कि भैया मुझे आज कुछ नही खाना है आज मुझे पढ़ना है। अमन को यह बात बहुत अच्छी लगी और रोज शाम के वक़्त वह बैलून बेचने वाली लड़की रेशम को पढ़ाने लगे।
बच्चों की संख्या बढ़ी
रेशम को पढ़ाने की शुरुआत अमन ने नवंबर 2019 में की थी और आज वह 107 बच्चों को मुफ्त में पढ़ाते हैं। रेशम से इस चीज की शुरुआत हुई थी इसलिए उन्होंने अपने इस मुहिम का नाम Flash light initiative रखा है। जहां एक बच्ची से शुरुआत हुई और आज 107 गरीब-असहाय बच्चे मुफ्त में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
लोग करते हैं तारीफ
The Logically से बात करते हुए अमन बताते हैं कि उनके इस मुहिम की लोग सराहना करते हैं जिससे उन्हें खुशी मिलती है। आसपास के लोग उनका सहयोग भी करते हैं। अगर किसी बच्चे को पढ़ाई के सामग्री की जरूरत होती है तो फुटपाथ के अगल-बगल के लोग लाकर देते हैं। कुछ पढ़ाई करने वाले ऐसे युवा भी हैं जो अमन का पढ़ाने में सहयोग प्रदान करते हैं। इस तरह बच्चों को सुगमता से सभी चीजें उपलब्ध हो जाती हैं।
बच्चों का लक्ष्य बड़ा
The Logically की टीम ने जब अमन के बच्चों से बात कि तो पता चला बच्चे काफी समझदार हैं। पढ़ने वालों में किसी के पिता पेंटर हैं तो किसी के मजदूर, जितने भी बच्चे वहां पढ़ाई करते हैं सभी गरीब परिवार से आते हैं। बच्चों से बात करने पर पता चला कि उनका सपना आईएएस (IAS) , फौजी (Soldier), डॉक्टर (Doctor) आदि बनने का है। कुछ बच्चे तो अमन जैसा बनना चाहते हैं। वह कहते हैं कि मुझे अमन भैया जैसे बच्चों को पढ़ाना है।
बिना स्वार्थ के सेवा
अक्सर आजकल के युवा अपने कीमती समय को कहीं घूम कर खत्म कर देते हैं पर अमन जैसे लोग इस कीमती समय (Precious Time) का इस्तेमाल (Use) बच्चों को पढ़ाने में लगा रहे हैं जो कि उन्हें सभी से एक अलग पहचान प्रदान करता है। अमन के इस मुहिम की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। आज अमन लोगों के लिए प्रेरणा हैं। (Free Education In Patna) आज के युवा वर्ग को उनसे सिख लेने की जरूरत है।
The Logically भी अमन के इस मुहिम की सराहना करता है और उनके आने वाले भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित करता है।
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