फ्रांसीसी वनस्पतिशास्त्री पैट्रिक ब्लैंक ने सन् 1980 में सभ्य समाज को पहला आधुनिक ऊर्ध्वाधर उद्यान उपहार में दिया था। क्लोजर होम भारत का पहला वर्टिकल गार्डन है, जो साल 2017 में बेंगलुरु के होसुर रोड फ्लाईओवर पर देखा गया था। उसके बाद शहर के कई सार्वजनिक स्थानों ने बंजर दीवारों, खंभों, फ्लाईओवर और बिल्डिंग के अग्रभाग पर ग्रीन प्लांटर्स लगाए हैं।
दीवार और ग्रिल पर लगाए पौधे
वर्टिकल गार्डन की अवधारणा कम जगह वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से उपयोगी है, क्योंकि यह दीवारों और ग्रिल जैसे स्थानों में पौधे लगाने का काम करती है। बागवानी विशेषज्ञ स्वाति द्विवेदी बताती है कि उन्होंने बेंगलुरु में इन उद्यानों का अवलोकन किया और अपने घर में ही इसे बनाया।
बर्तनों से भी सजाया जा सकता दीवार
स्वाति के अनुसार अगर इस तरह के व्यस्त स्थान पर पौधे सफलतापूर्वक लगाया जा सकता हैं, तो किसी के घर की दीवारों को कुछ बर्तनों से भी सजाया जा सकता है। स्वाति कुछ ऐसे तरीके बताती है, जिससे अपने घरों में एक हरी दीवार बनाया जा सकता हैं।
- ग्रिल और रेलिंग पर पकड़ मजबूत
स्वाति बताती हैं कि अधिकांश घरों में ग्रिल और रेलिंग होते हैं। खिड़कियों पर ग्रिल या बालकनी की रेलिंग बर्तनों को पकड़ने के लिए काफी मजबूत है, जो इन दिनों एक लटके हुए हुक के साथ आते हैं। ऐसे बर्तनों की कीमत 20 रुपये से शुरू होती है। इसके लिए आप चार से छह इंच के आकार के बर्तन का उपयोग करें, क्योंकि छोटे बर्तन वजन में हल्के होते हैं।
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- कस्टम-मेड फ्रेम (Custom-Made frames)
तत्वों की कमी वाले स्थानों के लिए स्वाति स्थानीय वेल्डर या बढ़ई से एक फ्रेम बनाने का सुझाव देती है। इसके लिए लकड़ी का स्टैंड बना कर उसे एक खाली दीवार पर लगा दे। यह अलमारियां सिरेमिक वाले जैसे थोड़े भारी बर्तन रखने के लिए उपयुक्त हैं। इसके अलावा लोहे के तार या छड़ के एक जाल पर आप अपने बर्तनों को लटका सकते हैं। इस तरह के फ्रेम को डिजाइन करते समय यह ध्यान रखें कि प्रत्येक छड़ सपाट हो और आपके बर्तनों के हुक की चौड़ाई से मेल खाती हो।
- ऑनलाइन खरीदे ग्रीन वॉल सेटअप (Green Wall Setups Bought Online)
स्वाति ऐमजॉन से रेडीमेड स्ट्रक्चर खरीदा है। उनके अनुसार ई-कॉमर्स वेबसाइट विभिन्न प्रकार के संयोजन योग्य संरचनाएं प्रदान करती हैं, जो उनकी पोर्टेबिलिटी में सुविधाजनक हैं। 1,000 रुपये से 1,200 रुपये के बीच की लागत से वह एक मैनुअल के साथ आते हैं, जो निर्देश देता है कि फ्रेम को कैसे सेट किया जा सकता है।
- हाइड्रोपोनिक प्रणाली (Hydroponic system)
पौधशाला के संस्थापक अनिल थडानी (Anil Thadani) कहते हैं कि हाइड्रोपोनिक खेती किसी के घर में बहुत अधिक जगह न लेते हुए कुछ साग लगाने का एक अच्छा तरीका है। प्रणाली का मुख्य सिद्धांत जल प्रवाह पर आधारित है। कोको पीट और कम्पोस्ट से भरे प्यालों में पौध रोप कर हाइड्रोपोनिक प्रणाली स्थापित की जाती है। इसमें पौधों को सभी पोषक तत्व पानी और पॉटिंग मिक्स द्वारा दी जाते हैं। प्रणाली हल्की और आसानी से प्रबंधनीय रहती है, जिससे मिट्टी का उपयोग समाप्त हो जाता है।
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हाइड्रोपोनिक स्थापित करना है आसान
अनिल थडानी के अनुसार हाइड्रोपोनिक्स में शुरुआती निवेश थोड़ा अधिक है, जो लगभग 320 रुपये प्रति वर्ग फुट है। फिर भी वह हाइड्रोपोनिक सेटअप खरीदने का सुझाव देते है क्योंकि एक प्रणाली स्थापित करने के लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। जल प्रवाह में थोड़ी सी भी रुकावट पौधों को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर सकती है। इसकी तुलना में हाइड्रोपोनिक स्थापित करना आसान है।
अपने योजना चयन पर ध्यान दे
वर्टिकल गार्डन के लिए आपके द्वारा चुने गए पौधों के प्रति सचेत रहना जरूरी है क्योंकि इसमें ऐसे पौधे हैं, जिन्हें समान धूप और पानी की आवश्यकता होती है। उदाहरण के तौर पर एक कैक्टस को फ़र्न के साथ उगाना एक बुरा विचार है क्योंकि दोनों को अलग-अलग मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है।
स्वाति कहती है कि आप ऐसे पौधे लगाए, जिसकी आप समान रूप से सिंचाई कर सकें और एक ही स्थान पर स्थापित कर सकें।
सूखा प्रतिरोधी पौधे शुरू करने का एक अच्छा तरीका है
सूखा प्रतिरोधी पौधे को न्यूनतम तापमान की आवश्यकता होती है और कुछ दिनों तक यह पानी के बिना भी जीवित रह सकता है। वजन कम करने के लिए स्वाति कहती है कि ऐसे पौधों के लिए कोको पीट और खाद का मिश्रण तैयार करें क्योंकि यह सामग्रियां मिट्टी की तुलना में हल्की होती हैं। उन पौधों की मदद करेंगी जो एक समर्थन से लटक रहे हैं।
दीवार की रक्षा करें
अगर दीवार पर वर्टिकल गार्डन स्थापित कर रहे हैं, तो नमी और अन्य क्षति की जांच करे तथा इसे कवर करने के लिए प्लास्टिक शीट का उपयोग करें।