हमारे देश के युवाओं के अंदर देश सेवा करने का एक अलग ही जज्बा देखने को मिलता है। अपने राष्ट्र की सुरक्षा औए उसकी सेवा करने के लिए युवा कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। कुछ देश प्रेमी ऐसे होते हैं जो अपनी मातृभूमि की रक्षा करने के लिए हाथ में आई अच्छी नौकरी को भी ठोकर मार देते हैं। गौरव यादव ने भी कुछ ऐसा ही किया। उन्होंने देश सेवा के जुनून के लिए IIT को भी ठुकरा दिया और आखिरकार NDA ज्वाईन करके अपने सपना को सच कर दिखाया।
सेना में जाने के लिए छोड़ दिया IIT
गौरव यादव (Gaurav Yadav) राजस्थान (Rajasthan) अलवर जिले (Alwar District) के जाजौर बांस ने रहनेवाले हैं। वे हमेशा से भारतीय सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते थे और इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने IIT एंट्रेस एग्जाम क्लियर होने के बाद भी उसे छोड़ दिया। अब वह खडकवासला में NDA में चने जाने के बाद इसकी 143वें परेड में प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल अवार्ड से सम्मानित हुए हैं।
तीसरे प्रयास में मिली सफलता
आर्मी ज्वाइन करने का सफर उनके लिए आसान नहीं था। इस सपने को पूरा करने में कड़ी मेहनत के बाद भी उन्हें दो बार निराशा हाथ लगी। वह दोनो बार NDA एंट्रेस एग्जाम में सफल हुए थे लेकिन इसकी अन्तिम परीक्षा सर्विस सलेक्शन बोर्ड (SSB) के इंटरव्यू में वह असफल रहे। सपने के बेहद करीब जाकर भी वह उसे पूरा करते-करते रह गए।
दो बार इंटरव्यू में असफल होने के बाद भी उन्होंने बार नहीं मानी और कड़ी मेहनत के साथ आगे बढ़ते गए। अन्ततः तीसरे प्रयास में उन्होंने NDA की परीक्षा पास कर ली। एक इंटरव्यू के दौरान गौरव ने बताया कि, इंटरव्यू क्लियर करने से पहले वह अपने कमरे की दीवार के सामने खड़े होकर इंटरव्यू की प्रैक्टिस करते थे। उस अभ्यास के दौरान वह महसूस करते थे वह दीवार के सामने नहीं बल्कि SSB बोर्ड के मेम्बर्स के सवालों का जवाब दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें:- फल विक्रेता के बेटे ने Natural Ice Cream बनाया और खङा किया 300 करोड़ का बिजनेस
परिवार को है गर्व
गौरव के बड़े भाई विनीत भी भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा कर रहे हैं। वह कहते हैं कि, उनके भाई गौरव ने आर्मी में जाने के अपने सपने को पूरा करने के लिए पूरे परिवार से झूठ बोला था। दरअसल, जब उनसे IIT के रिजल्ट के बारें में पुछा तो उन्होंने IIT पास करने के बावजूद भी परिवारवालों से कहा कि वे इसे क्लियर नहीं कर पाए हैं।
गौरव (Gaurav Yadav) की इस बात सब विश्वास कर गए लेकिन अब जब उनका सलेक्शन हुआ तब उन्होंने इस बात को बताया है। हालांकि, गौरव की इस सफलता से उनके परिवार को उनके मिलिट्री करियर की शानदार शुरूआत पर बेहद गर्व है और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है।
गोल्ड मेडल से हुए सम्मानित
NDA में सफल होने के साथ ही उन्होंने अभी से ही अपना परचम भी लहरा दिया। उन्होंने एकेडमिक फ्रंट पर बेहतरीन प्रदर्शन किया और उनके इस शानदार पोर्फोर्मेंस का पुरस्कार भी मिल गया। उन्होंने ट्रेनिंग में प्रथम स्थान हासिल किया और इसके लिए उन्हें गोल्ड मेडल देकर सम्मानित भी किया गया।
The Logically गौरव यादव (Gaurav Yadav) को उनकी इस अपार सफलता के लिए ढेर सारी बधाई देता है।