किताबो या कहावतों में हमलोगो ने अभी तक यही पढा और सुना है कि, मूँगफली खाने के वजह से गुजरात के लोग काफी तेजतर्रार होते हैं। लेकिन बता दें कि, ज्यादातर गुजराती लोग अपने मेहनत और दिमाग के बदौलत अपना मुकाम हासिल कर लेते है। आज हम बात करेंगे एक ऐसे गुजराती किसान के बारे में, जो कि विदेशो में किये जाने वाले जेरेनीयम के खेती को अपने यहाँ करने को लेकर आजकल चर्चे में हैं।
तो आईये जानते हैं उस किसान और उसके जेरेनीयम के खेती से जुड़ी सभी जानकारियाँ :-
कौन है वह किसान ?
हम बात कर रहे हैं गुजरात (Gujarat) के बनासकांठा जिले की डीसा तहसील में स्थित भोयन गाँव के रहने वाले किसान श्रीकांतभाई पंचाल (Shrikant Bhai Panchal) की, जो कि आजकल अपने गाँव के खेत में जिरेनियम की खेती (Geranium Cultivation) शुरू करने को लेकर खासे चर्चे में हैं। चर्चे में रहने का कारण यह है कि यह खेती अधिकतर विदेश में हीं की जाती है। अभी तक यह खेती अपने देश में नहीं की जाती थी। लेकिन हाल हीं के दिनों में हमलोगों ने यह महसूस किया होगा अब अपने यहां भी पारंपरिक खेती के अलावे भी कई अलग-अलग तरह की खेती की जा रही है, जो कि पहले नहीं होती थी।
7 बीघा ज़मीन में लगाये जिरेनियम के पौंधे
गुजरात के रहने वाले किसान श्रीकांतभाई पंचाल (Shrikant Bhai Panchal) ने अपने खेतो में लगभग 7 बीघा जमीन में जरेनीयम के पौधे लगाएँ हुए हैं। इसके साथ हीं साथ उन्होनें उन्होंने जिरेनियम के फूलों से तेल निकालने का भी एक प्लान्ट लगाया गया हैं। शूरुआत में उन्हें बहुत हीं कठिनाईयों का सामना करना पर रहा था। इसके बाद उन्होनें अपनी लगन और कठिन परिश्रम के बदौलत जिरेनियम के पौधों का ख़ूब उत्पादन किया। जिरेनियम की खेती से मिलने वाले फूलो से तेल निकला जाता है। जिससे उन्हें 1 लीटर तेल बेचने पर 14 हज़ार रुपये मिलते हैं।
क्या है जिरेनियम?
जिरेनियम एक बहुत हीं गुणकारी पौधा है। यह बहुत हीं खुशबूदार होता है। आजकल बाजारों में जिरेनियम तेल (Geranium Oil) की बहुत ज़्यादा मांग है। इसके तेल औषधीयों गुणो से भरा हुआ होता है। खास बात यह है कि इस पौधे के फूलों से हीं तेल निकलता है। इसके तेल का उपयोग विभिन्न तरह के औषधीयों के निर्माण में होता है।
जिरेनियम तेल के फायदे (Benefits of Geranium Oil)
जिरेनियम का तेल औषधीय गुणो से भरा होता है। इसका उपयोग अल्जाइमर, तंत्रिका विकृति, विकारों से बचाव तथा मुंहासों, सुजन, मांसपेशियों, स्किन, बाल और दांतो से संबंधित परेशानियों में किया जाता है। यह तेल तरो-ताजगी बनाये रखने में भी सहायक है।
काफी किफायती है जिरेनियम का तेल
अपने यहाँ जिरेनियम की खेती नहीं होती है, लेकिन धीरे-धीरे अब अपने यहाँ भी लोग जेरेनीयम की खेती करने लगे हैं। जेरेनीयम की खेती तो पहले से हीं ज्यादातर विदेश में हीं होती है। इसके पौधे से निकलने वाले फुल्लो से तेल निकाले जाते हैं जो कि काफी महंगा होता है। अपने यहाँ यह तेल बहुत हीं महंगा बिकता है। अपने यहां इसकी कीमत 12 हजार से लेकर 20 हजार रुपये प्रति लीटर तक है। मार्केट में इस तेल की ज्यादा खपत है इसलिये अगर जेरेनीयम की खेती अपने यहां किया जाये तो इससे किसान ज्यादा मुनाफा पा सकते हैं। ऐसे सरकार भी भारत में जेरेनीयम की खेती के लिए ऋण दे रहीं है।