पहली नजर में इस तस्वीर को देखने पर मन में इस जीव को लेकर कई सवाल अा रहे होंगे ? दरअसल, अनोखे मुख-आकार और पतली – लम्बी जीभ वाले इस जीव को चींटीखोर (Anteater) के नाम से जाना जाता है। हाल ही में यूएस के मियामी जू (Miami zoo) में 8 दिसंबर को इस एंटईटर ने जन्म लिया। जहां इसे जिगी (Ziggy) नाम दिया गया।
जन्म के बाद मां ने धुतकार दिया, अब zoo के हवाले
जन्म के तुरंत बाद ही जिगी की मां (Laura) ने उसे अस्वीकार कर दिया। फ्रीजिंग टेंपरेचर के बावजूद भी उसने खुद को उस माहौल में कैसे ढालकर जिंदा रखा यह जानना काफी दिलचस्प है। कोई भी नवजात जन्म के बाद पालन पोषण के लिए पूरी तरह मां पर निर्भर रहता है लेकिन जिगी की मां लौरा ने उसे जन्म के बाद ही धुतकार दिया। बता दें कि खुद लौरा भी 9 दिसंबर को पैदा हुई थी और अब सात साल की हो गई है।
साल की सबसे ठंडी रात को हुआ था जिगी का जन्म
साउथ फ्लोरिडा की ठंड में जिस रात जिगी का जन्म हुआ वह साल की सबसे ठंडी रात थी। ऐसी हालत में उसे तुरंत जू के अस्पताल में इंटेंसिव केयर में भर्ती किया गया। डेली मेल की रिपोर्ट अनुसार स्टाफ का कहना था कि “शुरुआती दौर में उसे देखकर कह पाना मुश्किल था कि इस कपकपाती ठंड में वह जीवित रह पाएगा या नहीं। लेकिन इन तमाम बाधाओं के बावजूद भी वह अब कुशल है।
विश्व में ऐसे जीव केवल 5000 ही शेष
फिलहाल,(Miami zoo – Animal health and science team) जिगी की देखरेख में लगी हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विश्व में कुल मिलाकर 5000 एंटीईटर ही शेष हैं जिनमें से तकरीबन 90 की देखरेख कई जू में की जा रही है। 25 मिलियन साल पुराने इन जीवों को बचाना अब अहम जिम्मेदारी भी है।
खिलौनों के साथ खुश है जिगी
इन तस्वीरों में अपने कि साइज के सॉफ्ट टॉय के साथ खेलते हुए जिगी काफी खुश नजर आ रहा है। उस इन सॉफ्ट टॉयज के साथ काफी लगाव है। मालूम हो जिगी के जन्म से चार साल पहले यानी 2016 में मियामी जू में पहली बार किसी एंटीइटर ने जन्म लिया था जिसका नाम Bowie रखा गया।
तमाम कोशिशों के बाद भी मां (Laura) नहीं हुई तैयार, जू स्टाफ कर रहें देखभाल
जू कर्मचारियों ने बोतल की मदद से जिगी को उसकी मां लौरा का दूध पिलाया। हालांकि जन्म के दो दिन बाद जब उसे लौरा के पास दोबारा ले जाया गया तब शुरुआत में तो लौरा ने उसे पीठ पर बैठने की कोशिश की पर एक बार फिर धुतकार दिया। फिलहाल जू में उसकी देखरेख हो रही है लेकिन नवजात होने के कारण अभी उसके सामने कई परेशानियां हैं।
जहां एक ओर 2020 हम सबके लिए काफी चैलेंजिंग रहा वहीं इस बेजुबान जीव ने तमाम बाधाओं को पार करने के बाद खुद को माहौल में ढालते हुए नए जीवन की शुरुआत की। साल के अंत में जिगी ने हमें सीख दी है कि परेशानियों के बाद भी जो खुद को वातावरण में ढाल पाता है वही आगे बढ़ पाता है।