Sunday, December 10, 2023

किसानों के इन दो मांगो को मान गई सरकार, जानिए अब किस बात पर अटकी है लड़ाई

पिछले कई दिनों से हजारों की संख्या में किसान नए कृषि कानून को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। दिन-ब-दिन यह आन्दोलन गहराता जा रहा है और किसान इस नए कृषि कानून को वापस लेने हेतु सरकार से मांग कर रहे हैं। किसानों का यह संकल्प है कि जबतक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती हमलोग निरन्तर रूप से प्रदर्शन करते रहेंगे। किसानों के हठी रवैए से इस समस्या का कुछ हल निकलकर सामने आया है। आईए जानते हैं कि सरकार और किसान के बीच किन बातों पर सहमति बनी और आगे अब किसानों का क्या रूख होगा…

छठे दौर की बैठक हुई खत्म

किसान संगठन और सरकार के बीच कृषि कानुन के मुद्दे पर बुधवार के दिन हुई बैठक से एक अच्छी खबर सामने आई है। सरकार और किसान के बीच किसान के चार प्रस्तावों में से दो प्रस्ताव पर सहामति बन गई है। छठे दौर की बैठक में सरकार और किसानों के बीच 50 फीसदी मसलों पर सहमति बन गई है।

Government aggrees on two demands of farmers

बिजली और पर्यावरण अध्यादेश पर सरकार के साथ रजामंदी हुईं

छठे दौर की बैठक खत्म होने के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पर्यावरण अध्यादेश पर सहमति बन गई है। ऐसे में पराली जलाना जुर्म नहीं है तथा साथ हीं बिजली बिल का मसला सुलझ गया है।

दो प्रस्ताव पर नहीं बनी सहमति, अगली बैठक 4 जनवरी को होगी

किसान के जिन दो मुद्दों पर स्वीकृति नहीं हो पाई है वह है एमएसपी और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना। इन दोनों मुद्दों पर सरकार और किसान संगठन के बीच 4 जनवरी को अगली वार्ता होगी, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पहले की तरह इस बार की बैठक भी अच्छी रही। इस बैठक में लगभग 50 फीसदी मसलों पर सहमति हो गई है।

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कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों ने चार प्रस्ताव रखे थे जिनमें से दो पर सहमति बन गई है। एमएसपी पर कानून को लेकर चर्चा अभी जारी है तथा आगे भी जारी रहेगी। हम एमएसपी पर लिखित आश्वासन देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के लिए सम्मान और संवेदना है। उम्मीद है सरकार और किसान में सहमति बनेगी।

किसान संगठन से कृषि मंत्री का अनुरोध

कड़ाके की ठंड में धरना कर रहे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के बारे में नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वे आंदोलनकारियों से आग्रह करते हैं कि बुजुर्गो, बच्चों और महिलाओं को घर भेज दें। उन्होंने कहा, “दिल्ली में ठंड मौसम को ध्यान में रखते हुए मैंने किसान नेताओं से महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को घर भेजने का अनुरोध किया है।”

Government aggrees on two demands of farmers

किसान नेता ने कहा आंदोलन जारी रहेगा

बैठक खत्म होने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि सरकार ने हमारी दो मांगों को मान लिया है। आज बातचीत अच्छी रही। अगली बैठक 4 जनवरी को होगी तब तक शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन जारी रहेगा।

अखिल भारतीय किसान सभा के पंजाब अध्यक्ष बाल कारण सिंह बराड़ ने कहा कि आज की वार्ता सकारात्मक रही। सरकार लगातार कहती रही कि हमें आंदोलन को खत्म कर देना चाहिए तथा एक नई समिति बनानी चाहिए परंतु हमने सरकार की बात को स्वीकार नहीं किया। हम अपना खुद आंदोलन वापस लेंगे तथा हम कोई समिति नहीं बनाएंगे। हम अगली बैठक में एमएसपी पर चर्चा करेंगे।

The Logically किसानों की बची हुई दोनों मांग पर सरकार से सहमति की उम्मीद करता है तथा स्वीकार किए गए दोनों मांगों के लिए किसान भाईयों को बधाईयां देता है।