Wednesday, December 13, 2023

Y Security: हिज़ाब मामले में निर्णय देने वाले जजों को मिली जान से मारने की धमकी, सरकार ने Y सिक्योरिटी दिया

हाल में कर्नाटक में जिस तरह से हिजाब का मुद्दा गरमाया था वह शायद ही किसी से परे है। इस मुद्दे पर विभिन्न पार्टियों और संगठनों ने हिंदू मुस्लिम के नाम पर खूब रोटियां सेंकी जिससे इस मुद्दे को और बल मिल गया। माहौल ऐसा होने लगा कि हर रोज कई तरह की अप्रिय घटनाएं बढ़ने लगी जिसके बाद न्यायालय का रास्ता अख्तियार किया गया।

मुख्यमंत्री ने सुरक्षा देने की घोषणा

हिजाब के जिस मुद्दे पर कर्नाटक हाई कोर्ट में बहस हुई और और जजों ने जो फैसला सुनाया उसके बाद तीन जजों को जान से मारने की धमकी मिली। इस धमकी को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने संजीदगी से लेते हुए ऐलान किया कि “हिजाब विवाद पर फैसला देने वाले कर्नाटक उच्च न्यायालय (Karnataka High Court) के तीनों न्यायाधीशों (Judges) को मौत की धमकी के मिलने के बाद अब उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी”

जजों ने सुनाया फैसला

मंगलवार को कर्नाटक हाईकोर्ट (Karnataka High Court) ने हिसाब विवाद पर अपना फैसला सुनाया था। कर्नाटक उच्च न्यायालय (Karnataka High Court) में इस केस की सुनवाई करते हुए जज ने कई याचिकाओं को खारिज कर दिया था और कहा था कि “हिजाब पहनना इस्लाम की एक आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है”।
जजों के इस बयान के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है ऐसे में रविवार को बेंगलुरु (Banglore) में अपने आवास के बाहर मुखातिब होते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने कहा कि हमने हिजाब केस पर फैसला देने वाले तीनों न्यायाधीशों को “वाई” श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है मैंने महानिदेशक और आईजी को विधान सौधा पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत की पूरी जांच करने का भी आदेश दिया है जिसमें कुछ लोगों ने जजों को जान से मारने की धमकी दी थी”

ये हैं तीन जज

इन 3 सालों में चीफ जस्टिस ऋतुराज अवस्थी (Chief Justice Rituraj Awasthi) के अलावा जस्टिस कृष्णा दीक्षित (Justice Krishna Dixit) और जस्टिस खाजी एम जेबुन्निसा (Khaji M Jebunnisa) शामिल है। जजों को जान से मारने की धमकी को वहां के मुख्यमंत्री बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने बहुत ही संजीदगी से लिया है। अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि “समुदाय के पक्ष में होना धर्मनिरपेक्षता नहीं है यह संप्रदायिकता है मैं इसकी निंदा करता हूं हम सभी को एक साथ खड़ा होना चाहिए”

‘वाई’ (Y) श्रेणी की सुरक्षा

जब बात ‘वाई’ (Y) श्रेणी की सुरक्षा देने की की गई है तो आपको इसके बारे में हम बताना चाहेंगे भाई कैटेगरी में 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं जिसमें 2 कमांडो और दो पीएसओ भी शामिल होते हैं। हम कह सकते हैं कि वाई (Y) केटेगरी की सुरक्षा काफी चुस्त-दुरुस्त होती है।