सरकारी स्कूल के शिक्षकों को लोग अक्सर एक गलत भावना से देखते हैं। ज्यादातर लोगों का मानना है कि सरकारी स्कूल के शिक्षक बच्चों को पढ़ाने हेतु नही बल्कि वह अपनी सैलरी बनाने के लिए स्कूल आते है लेकिन ऐसा भी कहना बिल्कुल ही सही नहीं है कि सभी शिक्षक ऐसे ही होते हैं। कुछ शिक्षक ऐसे भी होते हैं, जो बच्चो के नाम अपना जीवन समर्पित कर देते है। तथा वह अपने स्कूल के बच्चों को पढ़ाना अपना कर्तव्य समझते हैं और उन्हें जी-जान लगाकर पढ़ाते भी हैं। आज हम बात करेंगे, इन्हीं शिक्षको में से एक ऐसे शिक्षका की, जिन्होंने सरकारी स्कूल की तस्वीर ही बदल कर रख दी और इस नेक काम के कारण पूरे देश भर में वह चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
कौन वह शिक्षिका?
हम बात कर रहे है, उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की रहने वाली शिक्षिका शालिनी वर्मा (Shalini Verma) की, जो एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती है और इन्होंने अपनी पढ़ाई नवोदय विद्यालय से पूरी की है। आपको बता दें कि, वर्ष 2018 में शालिनी की तैनाती बहराइच जिले के जरवाल प्रखंड में हुई थी और उस समय उन्होंने देखा कि स्कूल की स्थिति बेहद ही खराब थी तब उन्होंने इसकी रूपरेखा बदलने को ठान ली और अपने सहयोगी शिक्षको के साथ मिलकर स्कूल को एक नया रूप देने की कोशिश की। इन्होंने एक शिक्षक होने के अपने कर्तव्य को बहुत अच्छे तरीके से निभाया और अपने समझदारी से सरकारी विधालय के तस्वीर को भी बदल कर रख दिया है। आज इस स्कूल को देखकर लोग प्रशंसा करते नही थकते तथा यह विद्यालय अच्छे पढ़ाई को लेकर भी लोगों के बीच खूब चर्चा का विषय बना रहता है। ―Shalini Verma, a teacher from Barabanki district of Uttar Pradesh, changed the entire outline of the government school.
सभी शिक्षको ने किया शिक्षिका शालिनी का इस मिशन में भरपूर सहयोग
शालिनी (Shalini Verma) को इस मिशन में कामयाबी मिलने में उनके सहयोगी शिक्षको का पूरा सहयोग है। सबने विद्यालय का नया रूप देने कोई कसर नही छोड़ी। पूरे गांव के लोग सभी शिक्षकों का तारीफ करते नही थक रहे है।
विद्यालय के चारों ओर लगी फूल और दीवारों पर की गई खुबसूरत पेंटिंग इसकी सुंदरता को करती है बयां
आपको बता दें कि, शिक्षिका शालिनी (Shalini Verma) ने विद्यालय के चारो ओर सुंदर-सुंदर फूल तथा स्कूल के दीवारों पर खूबसूरत पेंटिंग बनवाई है, जो इसकी खूबसूरती को दुगुना करती है। चारों तरफ फूल लगने के वजह से स्कूल परिसर हमेशा खुशनुमा रहता है।
विद्यालय में करती है सब्जियों का उत्पादन
शिक्षिका शालिनी (Shalini Verma) ने विद्यालय परिसर में कई तरह के सब्जियों का उत्पादन किया है, जिसका उपयोग मध्याहन भोजन मिड डे मील को बनाने के क्रम में किया जाता है।