“पर्यावरण की रक्षा, दुनिया की सुरक्षा” इस तथ्य के गूढ़ अर्थ को 10 साल के एक लम्बे अरसे से सार्थक करते आ रहे हैं, फरकपुर, जगदहरी वर्कशॉप, जिला यमुना नगर, हरियाणा (Farakpur, Yamuna Nagar, Haryana) में 1982 में जन्में मंगा राम जी (Manga Ram), जो वृक्षारोपण की दिशा में काम करते हुए जनमानस को प्रेरित कर रहे हैं। The Logically इस लेख के माध्यम से उनके प्रयास व संदेश को समाज तक पहुंचानें का प्रयास कर रहा है।
करीबी दोस्त के माँ की मृत्यु उपरांत वृष लगानें के प्रयास से मिली प्रेरणा
10 साल पहले अपने करीबी दोस्त के माँ की मृत्यु पश्चात फरकपुर शमशान घाट में पेड़ लगाए जानें की पहल नें मंगा राम जी को इस दिशा में कार्य करनें के लिए प्रेरित किया।
‘प्रभातफेरी सेवादल’ नामक टीम चला रहे हैं मंगा राम
वातावरण को स्वच्छ व हरा-भरा रखने की दिशा में 10 सालों से निरंतर काम कर रहे मंगा राम समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनकर सामने आये। आज उनके साथ 75 से अधिक लोगों का कारवां जुड़ चुका है जिसका नाम ‘प्रभातफेरी सेवादल’ है। जिसमें प्रौढ़ स्त्री-पुरुषों से लेकर देश का युवा वर्ग भी बढ़-चढ कर भाग ले रहा है।
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वातावरण सुरक्षा की ओर सदैव रहे हैं प्रयासरत
The Logically से हुई बातचीत में मंगा राम बताते हैं– “मैं एक लंबें अरसे से पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में काम कर रहा हूं और मुझे अपने इस काम में बेहद आनंद मिलता है। टीम का भी मुझे हमेशा साथ मिला है, अब तक हमने कईं सरकारी स्कूलों, श्मशान घाटों, कब्रिस्तान, फरकपुर से यमुनानगर के बीच जानें वाली रोड़ के बीच पड़नें वाले फुटपाथों तक पर वृक्ष लगानें का काम करते हुए हमारी टीम नें वातावरण को हरा भरा बनाने का एक प्रयास किया है।”
कईं अवार्ड्स भी पा चुके हैं मंगा राम
अभी तक मंगा राम जी हरियाणा के सिविल हॉस्पिटल डॉक्टर दहैया जी से, डीसी (Deputy Commissioner) व क्षेत्र के शिक्षा मंत्री व पर्यावरण मंत्री से भी सम्मानित हो चुके हैं।
ग्रीन-मैन के नाम से जानें जाते हैं
वृक्षा रोपण और उनकी देखभाल करनें की दिशा में काम कर रहे मंगा राम को आज उनके इस प्रयास के चलते समाज द्वारा ‘ग्रीन मैन’(Green Man) के नाम से पुकारा जाता है।
सभी अवसरों पर पौधा-रोपण कर देते हैं पर्यावरण सुरक्षा का संदेश
वातावरण को प्रदूषण मुक्त और ऑक्सीजन युक्त बनाने के लिए मंगा राम जी लगातार प्रयास करते हैं। ठंडी छाया व ताजे फलों की प्राप्ति के लिए पेड़ों के योगदान को समझाते हुए वह समाज को सभी उत्सवों (जैसे- शादी, जन्मदिन) पर सभी को कम से कम एक पौधा लगानें का संदेश देते हैं। उनका प्रयास है कि आनें वाले समय में कम से कम 75 प्रतिशत पौधों की उत्पत्ति हो सके।
मजाक का पात्र बनें मंगा जी
शुरुआत में मंगा राम का लोग बहुत मजाक उड़ाते थे, यहां तक कि अपने परिवार और दोस्तों भी कहते कि –“क्या तुम्हें कोई और काम नहीं जो फालतू कि बातों में लगे रहते हो, अपनी दुकान में ध्यान दो” लेकिन आज वही लोग न केवल उनके इस काम की सराहना करते हैं बल्कि उनके साथ काम भी करते हैं। उनका और उनके भाई का परिवार भी अब पौधा रोपण में उनकी मदद करता है।
लॉकडाउन में भी सहायक बनकर उभरे मंगा राम
लॉकडाउन में भी मंगा राम और उनकी टीम ‘प्रभातफेरी सेवादल’ मसीहा बनकर उभरे। टीम नें न केवल प्रवासी मजदूरों को उनके घर भिजवानें का काम किया बल्कि जगह-जगह लंगर व भंडारों का आयोजन कर, खाध-सामग्री बांटनें का काम भी किया। इसी दौरान सरकारी स्कूलों में लगे कैम्प में भी राशन बांटनें का काम किया, इतना ही नहीं कोरोना’काल की विपरित परिस्थितियों में मंगा राम जी की टीम नें चप्पल-जूते व मौज़े भी बांटे।
गरीब लड़कियों का कराया विवाह
अपनी सह्रदयता का परिचय देते हुए मंगा जी की टीम नें अपनें जिलें की 4 से 5 गरीब लड़कियों का विवाह भी कराया है।
फास्ट-फूड शॉप ऑनर भी हैं मंगा राम
मंगा राम परिवार की आर्थिक ज़रुरतों को पूरा करनें के लिए फास्ट-फूड शॉप चलाते हैं, लेकिन उससे होनें वाली आय का एक बड़ा भाग वह पर्यावरण सुरक्षा के अपनें सपने में लगाते हैं। The Logically उम्मीद करता है कि मंगा राम जी के सपने को बाकी लोग भी अपना सपना बनाएं और पौधे लगाने के उनके पहल से जुड़े।