कटहल, डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर माना जाता है क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को कम करता है। अधिकांश लोगों को कटहल खरीदने के लिए बाजारों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिससे मार्केट आने-जाने से परेशानी होती है और कभी-कभी तो बढ़िया ताजा कटहल भी नहीं मिल पाता है। ऐसे में यदि आप इन सब परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक पढ़ें, क्योंकि इस लेख में हम आपको घर पर गमले में कटहल का पौधा लगाने के बारे में बताने जा रहें हैं।
यदि आपके घर में खुली जगह नहीं है तो आप अपने छत पर बड़े कंटेनर या ग्रो बैग में कटहल का पौधा लगा सकते हैं।
अभिजीत प्रजापति (Abhijeet Prajapati) उत्तरप्रदेश के लखनऊ (Lucknow) के रहने वाले हैं और वे पिछले कई वर्षों से गार्डनिंग कर रहे हैं। हालांकि वे पेशे से एक शिक्षक है लेकिन अपने शौक को पूरा करने के लिए बागबानी (Gardening) करते हैं। वे अपने गार्डेन में फल-सब्जियों के साथ-साथ पेड़-पौधे भी लगाएं हैं। इसके अलावा उनका अपना यूट्यूब चैनल भी है।
घर पर कटहल (Jackfruit) का पौधा लगाने के लिए अभिजीत सुझाव देते हैं कि कटहल का पौधा बीज, कटिंग या नर्सरी से लेकर लगाया जा सकता है। बीज या कटिंग के पौधें के ग्रोथ की तुलना में नर्सरी से लिए गए पौधे को विकसित होने में कम समय लगता है। वह आगे कहते हैं कि यदि आप कटहल के बीज से पौधे लगाना चाहते हैं तो इसके लिए बाजार से पके हुए कटहल को लाएं और उसके बीज को बो दें।
अभिजीत का कहना है कि यदि आप कटहल के बीज से पौधे लगा रहे हैं तो इसमें फल आने में 7 वर्षों का लम्बा समय लग जाएगा। लेकिन यदि नर्सरी से ग्राफ्टेग पौधे को लगाया जाए तो 3 साल नहीं फल मिलने लगते हैं।
बड़े आकार के कंटेनर का चुनाव करें
यह बहुत तेजी से ग्रोथ करता है इसलिए आप इसे बड़े और मजबूत कंटेनर में लगाएं। इसके पौधे को ऐसी जगह पर रखें जहां 6 से 7 घंटे की धूप आती हो, क्योंकि कटहल के पौधे के लिए सूरज की रोशनी आवश्यक होती है।
कटहल का पौधा लगाने की विधि
सबसे पहले आप एक ऐसे कंटेनर का चुनाव करें जिसका ड्रेनेज सिस्टम अच्छा हो। उसके बाद अब उसमें पॉटिंग मिक्स मिला दें। पॉटिंग मिक्स को तैयार करने के लिए 30% गोबर की खाद और 70% मिट्टी को मिला दें। अब उसमें कटहल का बीज या कटिंग लगाएं।
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एक सप्ताह में ही अंकुरित होने में लगता है बीज
अभिजीत के अनुसार, बीज लगाने के एक सप्ताह बाद वह अंकुरित होने लगता है जबकी कटिंग को विकसित होने में एक महिने का समय लग जाता है। इसलिए धैर्य बनाएं रखें।
ड्रेनेज का रखें विशेष ध्यान
पौधे में पानी देते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कंटेनर में पानी का ठहराव ना हो तथा साथी मिट्टी में नमी भी बरकरार रहे। इसके लिए आप मिट्टी की जांच करते रहे। यदि आपको ऐसा महसूस हो कि मिट्टी सूख रही है तो आप उसमें पानी डाल दें। आप देखेंगे कि एक से डेढ़ माह में पौधें में ग्रोथ होना शुरु हो गया है।
पौधें में खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल
समय-समय पर पौधें में खाद देते रहें। आप खाद के तौर पर केंचुआ खाद, तरल खाद आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा या ध्यान रखें पौधों की पत्तों और तनों पर कीड़े ना लगे हो। यदि कीट लगे हैं तो पौधें की सुरक्षा के लिए बीच-बीच में जैविक कीट प्रतिरोधक का छिड़काव करें।
अभिजीत कहते हैं कि कटहल (Jackfruit) के पौधें को पूरी तरह विकसित होने में वक्त लगता है इसलिए धैर्य के साथ पौधें की देखभाल करें। -Grow Jackfruit Easily at home