किसान अपनी पैदावार को बढ़ाने के लिए अपने खेतों में तरह-तरह के सब्जी, फल, फूल आदि उगाते हैं। जिससे उन्हें अपनी आय में बढ़ोतरी हो सके। आज हम एक ऐसे ही किसान के बारे में बात करेंगे जिन्होंने अपने खेतों में जुकीनी की खेती करके लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं।
बिहार के भागलपुर जिले के कजरैली के रहने वाले गुंजेश गुंजन अपनी नौकरी छोड़कर खेतों में काम करना शुरू कर दिया। आजकल हर वर्ग के लोग बुजुर्ग हों या युवा सभी लोग का रुझान खेती की तरफ जा रहा है। लोग अपना ज्यादा से ज्यादा समय खेतों में देते हैं। लोग सोचते हैं कि हम अपने खेतों में परिश्रम और लगन से काम करें तो हमें काफी अच्छा पैदावार भी होगा और इससे अधिक मुनाफा भी मिलेगा।
गुंजेश गुंजन ने किया कई फसलों की खेती
गुंजेश गुंजन ने नौकरी छोड़ कर अपना कीमती वक्त खेतों में दिया। ये पहले से ही अपने खेतों में खेती करते थे। इन्होंने सबसे पहले हाइब्रिड पपीते की खेती की। इन्होंने अपनी खेतों में रेड लेडी वैरायटी के पपीते उगाए। जिससे उन्हें इस पपीते की खेती से काफी मुनाफा हुआ। तब इन्होंने स्ट्रौबरी और तरबूज की खेती की। इस खेती में भी गुंजेश गुंजन को काफी अच्छा मुनाफा हुआ। इसके बाद गुंजेश गुंजन ने जुकीनी के फसल उगाने के बारे में सोंचा। जुकीनी के बारे में जानकारी गुंजेश गुंजन को हिमाचल प्रदेश के एक किसान से मिली। इस जुकीनी की खेती करने के लिए इन्होंने इसका बीज दिल्ली से मंगवाया। यह पीले रंग के खीरा की तरह होता है और इसकी सब्जी बनती है। जुकीनी हमारे शरीर में काफी फायदेमंद होती है। इसके साथ-साथ गुंजन ने पीली हाउस बनाकर उसमें चार रंग के शिमला मिरची की खेती भी शुरू की।
जुकीनी की खेती हेतु ऐसे आया विचार
गुंजेश गुंजन जब पपीते की खेती करते थे तब वह पुणे के एक फॉर्म हाउस में अक्सर आते-जाते रहते थे। गुंजेश गुंजन ने कई राज्यों के किसानों के साथ मिलकर एक व्हाट्सएप ग्रुप भी चला रहे थे उसी व्हाट्सएप ग्रुप में हिमाचल प्रदेश के एक किसान ने जुकीनी की फोटो डाला जो हु बहू खीरा की तरह दिखने वाला था। जब यह फोटो गुंजेश गुंजन ने देखा तो इस जुकीनी की खेती करने के बारे में सोचा।
जुकीनी की खेती शुरू की
गुंजेश गुंजन ने उस किसान से जानकारी लेना शुरू किया जिन्होंने इस जुकीनी की फोटो व्हाट्सएप ग्रुप में डाला था। उसके बाद इन्होंने गूगल पर भी सर्च करके इसकी काफी जानकारी हासिल किए। इसके बाद गुंजेश गुंजन ने बीज ऊर्जा सीड कंपनी से आधा किलो जुकीनी का बीज मंगवाया। जुकीनी का बीज काफी महंगा होता है यह 20 हजार रुपए किलो मिलता है। आज गुंजेश गुंजन के खेतों में जुकीनी की खेती काफी अच्छी हो रही है। इस जुकीनी को चप्पन कद्दू जी कहा जाता है। और इस जुकीनी की सब्जी महाराष्ट्र के लोग काफी पसंद करते हैं।
जुकीनी का इस्तेमाल
गुंजेश गुंजन जुकीनी की खेती से काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। गुंजेश गुंजन इस जुकीनी की सब्जी को बाजार में 80 से 100 रुपए किलो तक बेचते हैं। वह बताते हैं कि अगर छोटे साइज की जुकीनी हो तो लोग सलाद के रूप में पसंद करते हैं। और बड़े साइज की जुकीनी हो तो उसे सब्जियों में इस्तेमाल करते हैं। जुकीनी की सब्जी को कदीमा या कद्दू की तरह बनाया जाता है और अगर इस सब्जी को फ्राई करके बनाया जाए तो काफी टेस्टी बनता है। इस जुकीनी को आप सब्जी, पकौड़ा, सलाद, चक्का आदि के रूप में इस्तेमाल करके खा सकते हैं।
जुकीनी के लाभ
डॉक्टर देवेंद्र गुप्ता इस जुकीनी को हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है। वे बताते हैं कि जुकीनी खाने से काफी समय तक भूख का एहसास नहीं होता है। और इस जुकीनी को लोग सब्जी या सूप के रूप में ले सकते हैं। इस जुकीनी में बीटा कैरोटीन नामक पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो एंटीऑक्सीडेंट कोशिका को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। इस जुकीनी में विटामिन सी भरपूर मात्रा में रहती है। जो हमारी त्वचा को काफी खूबसूरत बनाती है। इस जुकीनी को खाने से हमारे शरीर में और भी कई लाभ मिलते हैं। जैसे हमारे आंखों के लिए काफी फायदेमंद है। इसमें ल्यूटीन व जैक्सैथीन जैसे तत्व पाए जाते हैं। और इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। जो मधुमेह के लिए लाभकारी होता है। और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल भी काम करता है। जो हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करता है। और कब्ज भी दूर हो जाती है। इस जुगनी से इम्यूनिटी सिस्टम काफी मजबूत होता है।