हमारे समाज में दहेज प्रथा एक ऐसी कुरीति है जिसकी आग में न जाने कई बेटियां झुलस गईं। इस कुप्रथा के खिलाफ सरकार ने कानून भी बनाया है इसके बावजूद भी दहेज प्रथा जैसी कुरीति समाज में सांस ले रही है। आजकल के लोग अब दहेज को दहेज न बोलकर गिफ्ट के तौर पर या बेटी के नाम पर घर, गाड़ी या कैश की डिमांड कर रहे हैं।
दहेज (Dowry), पिता के सिर का ऐसा बोझ बन गया है जिसके लिए एक पिता अपनी जीवन भर की कमाई झोक देता है। इसके अलावा बेटियों को भी तरह-तरह के प्रताड़नाएं झेलनी पड़ती है। ऐसे मे इस कुप्रथा के खिलाफ एक युवक ने अनोखी पहल की शुरूआत की है जिसकी सभी तारीफ कर रहे हैं।
बिना दहेज वाली शादी में मुफ्त में जाएगी फॉर्च्यूनर कार
दरअसल, Mkhouliya Baba नामक पेज से फेसबुक पर एक पोस्ट साझा किया गया है जिसमें एक फॉर्च्यूनर गाड़ी नजर आ रही है। उस गाड़ी को सरसों, गेंहू की बालियों और गन्ने से सजाया गया है और उसके पीछे एक पंक्ति लिखी गई है, बिना दहेज लिए शादी करने पद फॉर्च्यूनर कार तेल-तेल पर जाएगी। एक तरह से ये लोगों में दहेज न लेने के लिए जागरुक करना है।
दहेज को रोकने के लिए किसान ने शुरु की अनोखी पहल
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवीण उर्फ पिन्नी चहल (Praveen urf Pinni Chahal) जो हरियाणा (Haryana) के कैथल के रहनेवाले हैं और पेशे से एक किसान और बिजनेसमैन हैं, ने दहेज के खिलाफ एक पहल की शुरूआत की है। इस अनोखी पहल के अनुसार वे उन सभी शादियों में फॉर्च्यूनर कार सेवा मुफ्त में देंगे जो शादी में दहेज नहीं लेंगे। इस प्रकार जो दहेज या दहेज के नाम कुछ भी नहीं लेंगे उन्हें फॉर्च्यूनर कार बुक करते समय सिर्फ तेल का खर्च देना होगा।
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एक ही ऊद्देश्य- बेटी की शादी न लगे पिता को बोझ
खेती के साथ-साथ CCTV का बिजनेस करने वाले पिन्नी चहल ने 4 माह पहले ही फॉर्च्यूनर कार खरीदी है। उनके अनुसार उनका ऊद्देश्य है कि किसी भी पिता के लिए बेटियों की शादी सिर का बोझ न लगे। इसके लिए वे समाज में दहेज न लेने-देने के लिए जागरुकता फैला रहे हैं और लोगों को इस कुप्रथा के खिलाफ प्रेरित भी कर रहे हैं।
दहेज के खिलाफ अनोखी पहल की शुरूआत करने वाले पिन्नी चहल (Haryana Farmer Pinni Chahal) कहते हैं, एक पिता बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा करता है और जब बेटी की शादी की बारी आती है तो उसे दहेज के नाम पर बड़ी राशि खर्च करना पड़ता है। इस तरह बेटियों की शादी एक पिता के लिए बोझ बन जाती है।
पिता के सिर से इसी बोझ को कम करने के लिए पिन्नी चहल ने इस पहल की शुरूआत की है। उनका कहना है कि, इस काम के लिए वे जींद, कुरुक्षेत्र और जहां तक सम्भव होगा वहां तक फॉर्च्यूनर लेकर जाएंगे। पिन्नी की ये पहल वाकई काबिले तारीफ है। The Logically उनके इस पहल की प्रशंशा करता है और लोगों से भी अपील करता है कि वे दहेज के खिलाफ आगे आएं और पिता के सिर से दहेज के बोझ को कम करें।