आज के दौर में युवा कई तरह के मवेशी पालन करके अच्छी आमदनी कर रहे हैं। इसी बीच पोल्ट्रीफार्म को लेकर भी अधिक क्रेज देखने को मिल रहा है। ऐसे में युवा अच्छी-खासी नॉलेज हासिल कर स्वयं का एक उद्योग स्थापित करना चाहते हैं ताकि वह अपनी एक अलग पहचान बना सकें।
आज के इस लेख में हम आपको एक ऐसे युवा से रू-ब-रू करवाने वाले हैं जिन्होंने पोल्ट्रीफार्म (Poultry Farm) फार्म के क्षेत्र में महारात हासिल की है। साथ ही उन्हें बातचीत का एक वीडियो भी शेयर कर रहे हैं ताकि आपको मुर्गी पालन से संबंधित हर बिन्दू की जानकारी हासिल हो सके। उनका ये पोल्ट्रीफार्म हॉस्टल की तरह है जिसमें मुर्गियों तथा मुर्गों को दाना देने के लिए पाइप लगाई गई हैं ताकि स्वचालित रूप से उन्हें दाना मिलता रहा। इसके अतिरिक्त यहां उन्होंने हैचरी (Haichari) भी लगाई है। यहां मुर्गियों को बेहद साफ-सुथरा रखा जाता है ताकि इससे जो अंडे निकले वो साफ हो इससे चूजा भी अच्छा निकल पाए। आईए जानते हैं उनके विषय में विस्तार से…
वह युवा हैं रोहित (Rohit) जो हरियाणा (Haryana) के करनाल (Karnal) के निवासी हैं। उनका ये पोल्ट्रीफार्म बिल्कुल नए तरीके से बना हुआ है और आज वह इससे करोड़ों रुपये कमा रहे हैं। उन्होंने देशी बर्ड को पालने के लिए पिंजरे का उपयोग किया है और उनके खाने-पीने की हर व्यवस्था यहां है। यहां फार्म में लगभग 10 हजार से भी अधिक देशी बर्ड है। यहां आपको FFG, RIR किस्म के बर्ड्स तथा उनके चूजे मिल जाएंगे। -Rohit from Hariyana started poultry farm
कौन-कौन नस्ल की हैं मुर्गियां
अगर आप रोहित (Rohit) के फार्म को देखें तो वह बिल्कुल फैक्ट्री की तरह लगेगा ना कि पोल्ट्रीफार्म क्योंकि ये काफी बड़ा है और काफी दूर में फैला है, लेकिन है ये पोल्ट्रीफार्म ही। वैसे तो हम सबने ये देखा है कि सफेद मुर्गियों को केज में रखा जाता है और उन्हें पाला जाता है, परन्तु रोहित ने इन्हीं मुर्गियों को पिंजरे में अच्छे तरीके से रखा है। रोहित के इस फार्म में आप रंगीन मुर्गियों को भी देख पाएंगे। उन्होंने अपने फार्म में डब्बल एफजी (FFG) किस्म की मुर्गियों को पाला है। इस नस्ल की मुर्गियां अच्छी होती हैं और लोग इसे बहुत ज्यादा पालते हैं। -Rohit from Hariyana started poultry farm
उन्होंने अपने फार्म में मुर्गियों के फीड की व्यवस्था बेहद नायाब तरीके से की है। इसके लिए उन्होंने एक पाइप की व्यवस्था की है जिससे ऑटोमैटिक रूप से फीड बर्ड के पास चली जाती है। इन पाइप्स में कन्वेयर लगे हुए हैं जैसे ही भोजन बनता है वह मुर्गियों के पास ऑटोमेटिक चला जाता है। जिससे मुर्गियां ताजे भोजन का सेवन करती हैं और स्वस्थ रहती हैं। -Rohit from Hariyana started poultry farm
50 एकड़ में फैला है उनका फार्म
अभी उनके फार्म में 50 हजार केज हैं और उन्होंने यहां मुर्गियों को पाला है। उनका ये फार्म ढाई एकड़ में फैला है और यहां 2 लाख बर्ड्स हैं। मुर्गियों का वेस्ट नीचे इकट्ठा किया जाता है फिर उनका उपयोग उर्वरक के तौर पर होता है। जब मुर्गियों के बीट के लेयर हट जाते हैं तब उसे वहां से बाहर निकाल लिया जाता है। उन्होंने अपने बर्ड्स के देखभाल में कोई कमी नहीं की है। गर्मियों के राहत के लिए उन्होंने ड्रिप पाइप लगाई है जिससे शेड पर लगी हुई परदा हमेशा भींगी रहती है और बर्ड्स को ठंडी हवा मिलती रहती है। -Rohit from Hariyana started poultry farm
वह बताते हैं कि मुर्गियों के लिए तापमान लगभग 25-30 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। अगर तापमान इससे अधिक हुए तो अतिरिक्त अरेंजमेंट करने होते हैं। दिन के वक्त भी यहां फार्म में लाइट जलती रहती है ताकि यहां का वातावरण इन बर्ड्स के अनुकूल हो। वैसे तो जिस तरह रोहित FFG बर्ड्स को पाल रहें हैं वह लेयर के बर्ड्स के लिए उपयोग किया जाता है, परन्तु वह इन्ही बर्ड्स को अलग रूप देना चाहते हैं ताकि हर कोई इसे अपनाकर लाभ कमा सके। -Rohit from Hariyana started poultry farm
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चूजे के लिए करते हैं एआई का उपयोग
वह बताते हैं कि बर्ड्स का कलर कम्बीनेशन करने हेतु वह एआई का उपयोग करते हैं क्योंकि किसान यहां से कलर का डिमांड करते हैं और फिर बर्ड्स को ले जाते हैं। अगर आप यहां बर्ड्स को देखें तो यह बिल्कुल साफ-सुथार दिखेंगी क्योंकि ये तकनीक बेहद उपयोगी सिद्ध हो रहा है। यहां इस तरह कर सिस्टम सेट किया गया है कि जैसे मुर्गी अंडा दे तो ये आगे की तरफ कतार में बढ़ जाए और कोई इसे आसानी से पिंजरे से बाहर निकाल ले। -Rohit from Hariyana started poultry farm
घर पर होता है फीड का निर्माण
फीड की ऑटोमैटिक व्यवस्था के साथ उन्होंने पानी पीने की भी व्यवस्था रखी है। यहां पिंजरे में निपल लगे हुए हैं ताकि बर्ड्स यहां से आसानी से पानी पी सके। वह मुर्गियों के भोजन घर पर बनवाते हैं ताकि वह ताजा एवं शुद्ध हो। इन फीड में बहुत से पोषक तत्त्व मिलाए जाते हैं। इन फीड के सेवन से मुर्गियों हस्त-पुष्ट और स्वस्थ रहती हैं साथ ही वह अच्छे अंडे भी देती है। वह बताते हैं कि अगर आप चाहते हैं कि आपकी मुर्गियों में कोई बीमारी ना हो तो ड्रिंकर्स तथा फीडर दोनो को ही साफ रखें। साथ ही मुर्गियों का निरीक्षण करते रहें हैं और जरूरत पड़ने पर उन्हें वैक्सीन भी लगवाएं तथा मेडिसिन देते रहें। -Rohit from Hariyana started poultry farm
इस शानदार मुर्गी फार्म का वीडियो देखें
उनके पास आरआईआर के बर्ड्स एक तरफ तथा डब्बल एफजी के बर्ड्स एक तरफ हैं। इसके अतिरिक्त यहां मेल बर्ड्स भी हैं जो बहुत बड़े हैं यानी 5 केजी तक के हैं। वह इनका उपयोग सीमन लेने के लिए करते हैं फिर उसका एआई किया जाता है। एक बार सीमन लेने के उपरांत जब एआई किया जाता है तो वह तीन दिन तक ही कार्य करता है। इस एआई कार्य के लिए यहां 3 लोगों को रखा जाता है जो सीमन निकाल उनका एआई करते हैं। -Rohit from Hariyana started poultry farm
लगाया है हैचरी भी
यहां जो बर्ड्स है उनका उपयोग अंडे बेचने के लिए नहीं बल्कि चूजा निकालने के लिए होता है। वह बताते हैं कि जितना अंडा साफ मिलेगा उतना ही चूजा भी अच्छा होगा इसलिए हम इसका उपयोग चूजे निकालने के लिए करते हैं। अंडा अगर साफ हो तो उसे हैचरी में लगाने के लिए साफ करने की जरुरत नहीं होती वह खुद ही साफ निकल जाता है। इसीलिए ये कार्य बर्ड्स के लिए बहुत मायने रखता है। -Rohit from Hariyana started poultry farm
रोहित ये बताते हैं कि अगर कोई इसे प्रारम्भ कर रहा है तो वह सफल अवश्य ही होगा। इसके अतिरिक्त अगर कोई इसके विषय में या फिर इसे प्रारम्भ करना चाहता है तो हमसे कॉन्टेक्ट भी कर सकता है।