कचनार के पेड़ के बारे में तो आपने सुना ही होगा अगर नहीं जानते तो हम आपको बताते हैं। कचनार के पेड़ खासतौर पर अपने फूलों के कारण जाने जाते हैं। इनकी अदभुत छाल भी काफी लाभकारी होती है। इसके पत्तों को साग के तौर पर खाया जाता है। साथ ही रेशों को रस्सी के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसर कचनार कई बीमारियों के इलाज में लाभदायक है। यानी कि इस पेड़ का हर के भाग किसी न किसी तरह हमारे लिए उपयोगी है। Bauhinia variegata or kachnar benefits
इन बीमारियों में उपयोगी है कचनार
इसका सेवन करने से सूजन, मुंह में छाले होना, बवासीर, एसिडिटी, खांसी और दमा, दांतों का दर्द, दांतों के रोग, जीभ व त्वचा का सुन्न होना, कब्ज, पेट का कैंसर, दस्त का बार-बार आना और थायराइड आदि से निजात मिलती है। Ayurvedic treatment for stomach problems
पेट की समस्याओं से निजात के लिए इस्तेमाल करें
पेट में गैस होने पर कचनार की छाल का काढ़ा बनाकर, इसके 20 मिलीलीटर काढ़ा में आधा चम्मच पिसी हुई अजवायन मिलाकर प्रयोग करने से लाभ मिलता है। सुबह-शाम भोजन करने बाद इसका सेवन करने से पेट फूलना व गैस की तकलीफ दूर होती है।