Wednesday, December 13, 2023

खाने-पीने के लिए उपयोग करें इन धातुओं का बर्तन, स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगे

अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने की ओर पहला कदम हमारा अच्छा भोजन होता है। पौष्टिक भोजन से अच्छे स्वास्थ्य की कामना की जा सकती है। अगर हमारा भोजन अच्छा होगा तो हम स्वस्थ भी रहेंगे। (Utensils for Health) पर क्या आपको पता है कि जिस बर्तन में हम इन पौष्टिक भोजन को खाते हैं उनका भी हमारे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।

जी हां, ताजे फल और हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ-साथ हम किस प्रकार के बर्तन में भोजन कर रहे हैं यह भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपके बर्तनों से भी आपके सेहद पर असर पड़ता है। हम अनेक बर्तन जैसे तांबा, पीतल, स्टील या क्रॉकरी में भोजन करते हैं सभी की अपनी-अपनी अलग विशेषता है।(Utensils for Health) आइये जानते हैं कि इन सभी की क्या विशेषताएं हैं और किसमें भोजन करना अधिक फायदेमंद होगा।

किस्मत से बर्तनों का संबंध

भोजन करते समय हमारा ध्यान बस भोजन पर होता है पर क्या आपको पता है कि हम किस धातु में भोजन कर रहे हैं इसका सीधा संबंध हमारे किस्मत (Luck) से भी होता है। अलग-अलग धातु (Metal) में भोजन करने के अलग-अलग लाभ होते हैं। इनसे वैज्ञानिक प्रभाव तो पड़ता ही है साथ ही साथ ज्योतिष (Astrology) प्रभाव भी पड़ता है। इससे आपके सेहद पर भी प्रभाव (Effect) पड़ता है।

ग्रहों से बर्तनों का संबंध

बर्तनों का संबंध ग्रहों (planets) से भी बताया गया है।अलग-अलग धातुओं का संबंध अलग-अलग ग्रहों से होता है। आपको बता दें कि सोने और पीतल (gold and brass) के बर्तनों का संबंध गुरु से, चांदी (silver) का चंद्रमा से, लोहे और स्‍टील (iron and steel) के बर्तनों का संबंध शनि से तो वहीं तांबे (copper) के बर्तनों का संबंध मंगल ग्रह से माना गया है। इसलिए अलग-अलग धातुओं के बर्तनों में भोजन करने से अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलते हैं।

तांबे के बर्तन का इस्तेमाल

आपने अक्सर अपने आस-पास कई लोगों को पानी पीने के लिए तांबे (copper) के बर्तन का इस्तेमाल करते हुए देखा होगा। यह काफी फायदेमंद भी होता है। सुबह के वक्त खाली पेट तांबे के लोटे से पानी पीना लाभकारी होता है। यह आपके शरीर को बहुत लाभ पहुँचाता है।

यह भी पढ़ें :- फ्लिपकार्ट पर अपने प्रोडक्ट्स कैसे बेचें, कैसे करें रजिस्ट्रेशन, जान लीजिए पूरा तरीका

एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद

सेहतमंद शरीर के लिए तांबा एक जरूरी मिनरल है जो आयरन के साथ मिलकर खून, रोग प्रतिरोधक क्षमता, तंत्रिका तंत्र और हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा तांबे में बैक्टीरिया खत्म करने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण (antibacterial properties) होते हैं जो पानी में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया का खात्मा कर उसे शुद्ध बनाता है।

पीतल के बर्तनों का उपयोग

अगर पीतल (Brass) के बर्तनों की बात करें तो सेहत की दृष्टि से पीतल के बर्तनों में बना भोजन स्वादिष्ट होता है और इससे बीमारी नहीं होती है। इसका कारण यह है की पीतल का बर्तन जल्दी गर्म होता है जिससे ऊर्जा की बचत भी होती है। साथ ही साथ इसमें खाना बनाने से पोषक तत्वों का खात्मा कम मात्रा में होता है।

इन चीजों से करें परहेज

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पीतल के बर्तन की प्रकृति गर्म होती हैं जिसके कारण घी, नींबू पानी, जूस, छाछ, दूध, दही, खीर जैसी चीजें इसमें खराब हो जाती हैं। इसलिए इन चीजों को इसमें डालने से बचे। अगर आप इन चीजों को इसमें रखेंगे तो यह आपके सेहद को नुकसान पहुँचा सकते हैं। इसलिए इन बातों का ध्यान जरूर रखें।

कांसे के बर्तन का इस्तेमाल

आपको बता दें कि काँसे (bronze) के बर्तन में अगर आप खाना खाते हैं तो इससे आपकी बुद्धि तेज होगी। वहीं इससे आपके रक्त में भी शुद्धता आएगी। इससे आपका रक्तपित भी शांत रहता है और आपके भूख में भी वृद्धि होती है। वहीं अगर आप काँसे के बर्तन में खट्टी चीजों को रखते हैं तो यह नुकसानदायक हो सकता है।

यह भी पढ़ें :- Lemongrass Tea: सुबह-सुबह एक कप चाय इन 6 बीमारियों को खत्म कर देगा, कमाल की चीज़ है लेमनग्रास

खट्टी चीजों को करें परहेज

वहीं इसमें खट्टी चीजों को नही परोसना चाहिए। क्योंकि, इसमें खट्टी चीजे धातु से क्रिया करके विषैली हो जाती है जो आपके शरीर को नुकसान देती है। कांसे (bronze) के बर्तन में खाना बनाने से कम मात्रा में पोषक तत्व (Nutrients) नष्ट होते हैं।

लोहे के बर्तनों का उपयोग

गलत खानपान और खराब जीवनशैली से शरीर में पोषक तत्त्वों व आयरन (Iron) की कमी आम बात होती है। आपको बता दें कि लोहे के बर्तनों में भोजन पकाने से आयरन की भरपूर मात्रा शरीर को मिलती है। वहीं लगभग सभी हरी सब्जियां आयरन युक्त होती हैं।

महिलाएं एनीमिया की शिकार

लोहे की कढ़ाई में बनाने पर लौह तत्व में वृद्धि होकर यह शरीर के लिए अधिक फायदेमंद हो जाती हैं। पुराने ज़माने में लोग भोजन लोहे के बर्तनो में बनाया करते थे जिससे कोई जल्दी बीमार नहीं होता था और एनीमिया की शिकायत किसी नहीं होती थी। पर आज इसका इस्तेमाल कम होने के कारण लोगो को आयरन मिल नहीं और खासकर महिलाएं एनीमिया की शिकार हो जाती है। इसलिए लोहे के बर्तनों में भोजन करना फायदेमंद होता है।

अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो,तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।