हाल ही में यूपी, एमपी और राजस्थान के कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने के कारण करीब 67 लोगों की मौत हो गई। हर साल ऐसी घटना देखने को मिल ही जाती है जिससे आम लोग और जानवर मौके पर ही जान से हाथ धो बैठते हैं। आकाश से बिजली गिरना प्राकृतिक घटना है जिसे रोका नहीं जा सकता है लेकिन इससे खुद को बचा जरूर सकते हैं। कुछ खास बातों को जरूर ध्यान में रखें खासकर जब आप बरसात के मौसम में किसी खुली या ऊंची जगह पर मौजूद हो। Lightning in UP, MP, Rajasthan
इन लोगों को अत्यधिक खतरा
बिजली ज्यादातर बरसात के दिनों में गिरती है। इसकी चपेट में वो लोग आते हैं जो खुले आसमान के नीचे, हरे पेड़ के नीचे होते हैं, पानी के करीब होते हैं या फिर बिजली और मोबाइल के टॉवर के नजदीक होते हैं।
क्या है आकाशीय बिजली?
आकाशीय बिजली की प्रक्रिया कुछ सेंकेड के लिए होती है, लेकिन इसमें इतने ज्यादा बोल्ट का करंट होता है कि कुछ सेकेंड में आदमी की जान लेने के लिए काफी होता है। क्योंकि इसमें बिजली वाले गुण होते हैं तो ये वहां ज्यादा असर करती है, जहां करेंट का प्रवाह होना संभव होता है। आकाश से गिरी बिजली किसी न किसी माध्यम से जमीन में जाती है, और उस माध्यम में जो जीवित चीजें आती हैं, उनको नुकसान पहुंचता है। Process of thunder lightning
इन बातों का रखें ध्यान
कोशिश करें कि बिजली चमकने और बरसाती मौसम में घर पर रहें। ऐसे समय में अगर कहीं बाहर हैं तो तुरंत पानी, बिजली के तारों, खंभों, हरे पेड़ों और मोबाइल टॉवर आदि से दूर हट जाएं।
आसमान के नीचे हैं तो अपने हाथों को कानों पर रख लें, ताकि बिजली की तेज आवाज़ से कान के पर्दे न फट जाएं।
अपनी दोनों एड़ियों को जोड़कर जमीन पर पर उकड़ू बैठ जाएं।
अगर इस दौरान आप एक से ज्यादा लोग हैं तो एक दूसरे का हाथ पकड़कर बिल्कुल न रहें, बल्कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें।
छतरी या सरिया जैसी कोई चीज है तो अपने से दूर रखें, ऐसी चीजों पर बिजली गिरने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
पुआल आदि के ढेर से दूर रहें, उसमें आग लग सकती है।