असफल व्यक्ति के बारे में अक्सर लोगों का यह मानना होता है कि असफल व्यक्ति आरंभ से ही पढ़ाई में कमज़ोर होते हैं। हालांकि यह मानना गलत होगा, क्योंकि जरुरी नहीं है कि हर सफल व्यक्ति शुरु से ही शिक्षा में होशियार होते हैं। मेहनत करके एक कमज़ोर छात्र भी कठिन-से-कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर सकता है।
आज की यह कहानी UPSC टॉपर हिमान्शु कौशिक की है, जिनका इंजीनियरिंग में अच्छे नंबर नहीं आने के वजह से लोगों ने कहा, UPSC तुम्हारे बस की बात नहीं है लेकिन कठिन परिश्रम के बल पर हिमांशु पहले ही प्रयास में एक IAS बन गये।
हिमांशु कौशिक का परिचय
हिमांशु कौशिक (Himanshu Kaushik) दिल्ली (Delhi) के रहने वाले हैं और उनकी शुरुआती शिक्षा भी दिल्ली से ही हुईं है। हिमांशु पढ़ाई में अधिक होशियार नहीं थे। इण्टरमीडिएट और B.TECH में अच्छे नम्बरों के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। B.TECH में एक-दो विषय में बैक भी लगी, इसके बाद भी हिमांशु ने 65% नम्बरों से पूरी की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे 3 सालों तक नौकरी की।
लोगों ने कहा तुमसे नहीं होगा
हिमांशु (Himanshu) का मन नौकरी में नहीं लगता था। ऐसे में उन्होंने UPSC की परीक्षा देने का निर्णय लिया। पढ़ाई में ज्यादा होशियार ना होने के वजह से कई लोगों ने उन्हें UPSC में ना जाने का सुझाव दिया। लोगों ने कहा कि नौकरी भी हाथ से जायेगी और UPSC में कुछ हाथ भी नहीं लगेगा। लोगों के मना करने के बाद हिमांशु ने UPSC में सफल होकर खुद को साबित करने का दृढ़ निश्चय किया।
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UPSC में पहले ही प्रयास में मिली सफलता
हिमांशु ने पूरे लग्न और मेहनत से UPSC की तैयारी की और आखिरकार वर्ष 2017 में पहले ही प्रयास में सफलता हासिल हुई। हिमांशु ने UPSC में ऑल इंडिया 77वीं रैंक हासिल कर के प्रेरणा स्थापित किया।
हिमांशु की सलाह
हिमांशु (Himanshu) का कहना है कि IIT, IIM या UPSC की परीक्षा हो। यदि मन हो इन परीक्षाओं में सम्मिलित होने का तो कोशिश अवश्य करनी चाहिए। डिमोटीवेट करने वाले लोगों की बातों को अनसुना करके लगातार मेहनत करनी चाहिए। पूरे मन से कोशिश करने पर सफलता अवश्य मिलेगी।
The Logically हिमांशु कौशिक को उनकी सफलता के लिए ढेर सारी बधाई देता है।