अगर देखा जाए तो पौधा लगाने का शौक हर किसी को है। कुछ वर्षों में ये शौक अधिक तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। अधितर लोग गार्डेनिंग का शौक रख रहे हैं और वे अपने बालकनी में अन्य प्रकार के पौधे लगा रहे हैं। इन पौधों में बोनसाई का पौधे लोगों को अधिक पसन्द दिखा रहा है। हर किसी के बालकनी में आपको बोनसाई का प्लांट दिखा जाएगा। बोनसाई के पौधे को लोग गिफ्ट के तौर पर भी दे रहे हैं।
आज की हमारी यह कहानी एक ऐसे शख़्स की है जिन्होंने बोनसाई के पौधे को लगाया और अपने पैशन को प्रोफेशन में तब्दील किया। उन्होंने इससे लाखों का व्यवसाय स्थापित किया और लोगों को रोजगार भी दिया है।
दिल्ली के सौमिक दास ने नर्सरी में लगाए हैं हजारों पौधे
दिल्ली (Delhi) के निवासी 52 वर्षीय सौमिक दास (Soumik Das) ने नोयडा में बोनसाई प्लांट की नर्सरी का निर्माण किया है। इस नर्सरी में उन्होंने विभिन्न प्रकार के प्लांट लगाए हैं। यहां लगभग 3000 हजार पौधे लगे हुए हैं। वे अपने पौधों की मार्केटिंग ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरीकों से करते हैं। उनके पौधे की मार्केटिंग हमारे देश के हर कोने में होती है। अपने इस नर्सरी से उनकी वार्षिक टर्नओवर 20-25 लाख रुपए हो चुकी है। वैसे तो उनका मुलपरांत कोलकाता (Kolkatta) है परन्तु वह अपने परिवार के साथ यहीं रहते हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई यही से सम्पन्न की है। उन्होंने मास्टर्स की डिग्री की हासिल की और प्रिंटिंग का व्यवसाय शुरू किया। आज वह अपने दोनों व्यवसाय को चलाकर अधिक लाभ अर्जित कर रहे हैं। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
आखिर किस तरह आया बोनसाई लगाने का ख्याल
सौमिक को बचपन से ही प्लांटिंग का बेहद शौक था। वह कहते हैं मुझे शौक था कि मेरे घर पर भी गार्डन हो इसलिए मैंने अपने घर में बहुत से छोटे-बड़े पौधों को भी लगाया। वह बोनसाई के बारे में बताते हैं कि मैं जब 12वीं कक्षा में था तब दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक प्रदर्शनी लगी हुई थी। जहां मैं अपने दोस्तों के साथ घूमने गया और वहां बहुत सी चीजों को देखा जिसमें बोनसाई का पौधा भी शामिल था। हालांकि मैं उस वक़्त इसके विषय में नहीं जानता था। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति यूनिक और काफी खूबसूरत पौधे के स्टॉल को सजा रहा है जिसे वह टकटकी लगाकर देखते रह गए। अब उनकी इसमें दिलचस्पी बढ़ी और उन्होंने उस पौधे को स्पर्श किया। उनके पौधे छूने से वह व्यक्ति बहुत नाराज हुए और उन्होंने कहा कि यह बेहद महंगा पौधा है। इसके उपरांत वह फिर से अगले दिन उस प्रदर्शनी में गएं एवं बोनसाई के पौधे के बारे में जानकारी एकत्रित करने लगे। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
इसके विषय मे पढ़ा था किताबों में
वह बताते हैं कि मैंने इसके विषय में किताबों में भी पढ़ा है। सारी जानकारी एकत्रित करने के लिए मैंने लोगों से भी पूछ-ताछ की एवं किताबों को भी पढ़ा करता था। मैंने बहुत से नर्सरी में भी जाकर इसके विषय में जानकारी ली। अब मुझे जहां कहीं भी बोनसाई का पौधा नजर आता मैं वहां से उसे लेकर घर आ जाता। कुछ वर्ष उपरांत अब मेरे पास 200 तक बोनसाई के पौधे हो गए थे। हालांकि इस दौरान मैं अपने प्रिंटिंग के व्यवसाय एवं पढ़ाई भी किया करता था। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
किया व्यवसाय का शुभारंभ
वह बताते हैं कि जब मेरे पास अच्छे खासे बोनसाई के पौधे हो गए तो लोगों ने मुझे सजेशन दिया कि इस आर्ट वर्क को आप आगे बढ़ाओ। फिर मैंने कुछ प्लांट के साथ प्रदर्शनी लगाई जहां मुझे अच्छा रिस्पांस मिला। बहुत से लोगों ने मेरी वहां तारीफ की जिससे मेरा मनोबल बढ़ा। बच्चों के साथ कई लोगों ने इस पौधे के लिए डिमांड की परंतु मैं उस वक़्त इसे कमर्शियल स्तर पर प्रारंभ नहीं करना चाहता था जिस कारण मैंने इसे बेचने की मनाही की। परन्तु आगे मुझे ये रियलाइज हुआ कि इसे कमर्शियल स्तर पर ले जाना हीं सही है तभी तो सब इसके विषय में जानेंगे। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
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लिया इसके लिए प्रशिक्षण
वह बताते हैं कि वैसे तो मैं इसके बारे में काफी जानकारी एकत्रित कर चुका था परंतु अगर इसे प्रोफेशनल लेवल पर लाना है तो इसके लिए ट्रेनिंग अति आवश्यक थी। जिसके लिए मैंने दिल्ली इस्थित इंडियन बोनसाई एसोसिएशन में गया वहां मैंने ट्रेनिंग ली और हर चीज सीखी। वर्ष 2014 से 15 में उन्होंने नर्सरी का कार्य प्रारंभ कर दिया और नोएडा में पौधे लगाने शुरू किए। उन्होंने कहा कि मैंने विभिन्न स्थानों पर विभिन्न प्रकार के पौधे लगाएं और मात्र कुछ ही वर्षों में मेरे पास बड़े स्तर पर बोनसाई का प्लांट एकत्रित हो गया। अब इसकी प्रदर्शनी लगाई गई एवं मार्केटिंग प्रारंभ हो गई। इसके उपरांत उन्होंने एक कंपनी भी रजिस्टर्ड की जिसका नाम “गो ग्रीन बोनसाई” रखा गया, अब सोशल मीडिया की सहायता से इसका प्रमोशन भी प्रारंभ हुआ। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
200 व्यक्तियों को दिया है प्रशिक्षण
उनके बोनसाई प्लांट की सप्लाई हमारे देश के हर हिस्से में होती है। आपको नर्सरी में जिस आकार के पौधे पसंद आए आप उन्हें खरीद सकते हैं। वर्तमान में उनके पास 3000 से भी अधिक मात्रा में पौधे हैं, जिसमें आपको हर तरह के पौधे मिलेंगे। इन सारे कार्य करने के अतिरिक्त वह लोगों को बोनसाई प्लांट की प्रशिक्षण भी दे रहें हैं। अब तक उन्होंने लगभग 200 से भी अधिक व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया है। अपने इस नर्सरी के जरिए उन्होंने बहुत से व्यक्तियों को रोजगार भी दिया है। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
कैसे करें इस पौधे को तैयार
वह बताते हैं कि अगर आप बोनसाई का प्लांट तैयार करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको धैर्य एवं वक्त दोनों की अधिक आवश्यकता है। एक पौधे के निर्माण में आपको लगभग 4 साल का वक्त लगेगा। ऐसे बहुत से पौधे हैं जिनको तैयार करने में 7 वर्ष तक का भी समय लगता है। अगर आप इसे डेवलप करना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपके पास एक स्वस्थ प्लांट होना आवश्यक है। अगर पौधे में मोटी रूट्स है तो उनकी कटिंग कर ले फिर आप उसकी छोटी रूट को विकसित कर सकते हैं। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi
रखें कुछ बातों का ध्यान
अब आप इस पौधे को गमले में लगाकर छोड़ दें। आपको इसकी ब्रांच की कटिंग एवं ट्रिमिंग पर थोड़ा ध्यान रखें। आपको प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जरूरत है ताकि पौधा डेवलप हो सके। आप इस बात का ध्यान रखें कि अगर उसकी रूट्स बड़ी हो रही है तो उसे काट दें। अब बोनसाई के पौधे को लगा रहे हैं तो इसके लिए गमला को ध्यान पूर्वक सेलेक्ट करें। आपके गमले सुंदर होने के साथ-साथ मजबूत हुए भी होने चाहिए एवं इसकी गहराई अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही आपको यह ध्यान रखना है कि गमले में होल भी होता ताकि पानी बाहर निकल जाए एवं पौधे के रूट को हवा मिले।
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आप भी शुरू कर सकते हैं बोनसाई का स्टार्टअप
वह बताते हैं कि आजकल बोनसाई के प्लांट का क्रेज अधिक बढ़ते नजर आ रहा है लोग अपनी बालकनी छत पर इसको लगाना पसंद कर रहे हैं। अधिकतर स्कूलों में भी यह पौधा आपको देखने को मिल जाएगा। अगर आप इसे कमर्शियल तौर पर उपयोग करते हैं तो यह काफी लाभ का सौदा बन सकता है। बहुत से लोग इसकी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए मार्केटिंग करते हैं। अगर आप भी इस स्टार्टअप को शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले तो आप प्रशिक्षण ले लीजिए ताकि आपको इसके विषय में विस्तृत जानकारी मिल सके। आप इसकी शुरुआत 15000 से 20000 रुपए के छोटे से गमले को खरीद कर कर सकते हैं। वही आप चाहें तो इसे बड़े लेवल पर भी प्रारंभ कर सकते हैं जिसके लिए आपको दो से 400000 रुपए की आवश्यकता होगी, हालांकि इन सब अच्छे कार्यों के लिए सरकारी लोगों की मदद करती है। -Lakhs of rupees are earned from the nursery of Soumik Das Bonsai plant in Delhi