आजकल लोग खेती करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के मवेशी पालन, मत्स्य पालन को अपनी आय का जरिया बना रहे हैं। मत्स्य पालन भी मुनाफे का एक बहुत बड़ा स्रोत है। आज इस पेशकश में बात मत्स्य पालन की।वैसे तो मत्स्य पालन दो तरीके से किया जा सकता है एक तो मत्स्य को तालाब में पाल सकते हैं तो दूसरा आप उसे के में भी पार सकते हैं। जिन लोगों के पास खुद का तालाब नहीं है वे टब की सहायता से मत्स्य का पालन कर सकते हैं और अच्छी कमाई का जरिया भी बना सकते हैं।
हम आपको बताएंगे कि टब में मछली कैसे पाली जा सकती है और उसके लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है। इसके सारे विधि आपको बताने वाला हूं जिसे जानने के बाद आप आसानी से मत्स्य पालन कर सकते हैं और इसे आप एक बड़े व्यवसाय के रूप में भी तैयार कर सकते हैं। इसके साथ हम The Indian Stories के साथ हुए साक्षात्कार का एक वीडियो भी साझा करेंगे जिसके माध्यम से आप मत्स्य पालक द्वारा टब में मत्स्य पालन की सारी विधि बताई गई है। यह वीडियो आपके लिए बेहद हीं ज्ञानवर्धक और लाभकारी है।
वीडियो देखें:-
The Indian Stories से बात करते हुए नीरज जी ने बताया कि टब में मत्स्य पालन करने के लिए सबसे पहले हमें एक टब बनाना होगा। इसे आप अपने ढंग से तैयार कर सकते हैं। ध्यान रहे की टब की क्षमता कुछ भी हो सकती है। इस टब को आप सीमेंट के मदद से भी तैयार कर सकते हैं या कोई और तरीके से भी। सबसे पहले हमें समझना होगा की पानी को तैयार कैसे करें जिसमे मछली जीवित रह सकती है। तो मित्रों पहली बार में हम इस टब में उसकी क्षमता के अनुसार पानी दे देंगे। इसके बाद इसमें गुड़, नमक और प्रोवेटी डाला जाता है जिससे इसमें बीज अच्छे से तैयार हो सके। गुड़, नमक डालने के पांच दिन बाद इसमें बीज डाला जाता है।
नीरज आगे बताते हैं कि इसके बाद मछलियों को हमेशा यानी की चौबीस घंटे ऑक्सीजन की जरूरत होती है। तो इसके लिए आपको एक मोटर लगाना होगा और एक पतले पाइप की मदद से पानी में डाल देना होगा। मत्स्य पालने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मोटर हीं होता है। क्योंकि बिना ऑक्सीजन के मछली ज्यादा देर जीवित नहीं रह सकती। इसलिए हमें मोटर लगाना अनिवार्य है। मित्रों, इस टब में आप किसी भी मछली को पाल सकते हैं। जब हम मछली को टब में दे देंगे उसके बाद स्वाभाविक है कि उन्हें भी चारे की जरूरत होगी। तो आपको इसे नियमित अंतराल पर चारा भी देना होगा।
अब सवाल ये है कि इसमें मुनाफे कितने हो जाते होंगे। The Indian Stories के इस सवाल पर जबाब देते हुए नीरज का कहना था कि 10,000 लीटर पानी की क्षमता वाले टब में हमें मछली पालने में दस से बारह हजार खर्च होता है। इन्होंने यह भी बताया कि मछली को हमलोग 4-5 महीने इसमें रखते हैं जिससे हर एक मछली करीब आधे किलो से ऊपर का हो जाता है। फिर उसके बाद हमारे पास छोटे व्यापारी आते हैं और ले जाते हैं। इन्होंने जो खर्च बताया वो पूरे चार महीने का खर्च था। और जब इनसे पूछा गया कि आप इससे कमा कितने लेते हो तो उन्होंने कहा की तीस से पेंटिस्ट हजार रुपए। यानी कि दस से बारह हजार खर्च होता है और तीस से पैंतीस हजार कमा लेते हैं। लगभग बीस से पच्चीस हजार के उपर कमा लेते हैं।
तो आप भी इसे एक व्यवसाय के तौर पर चालू कर सकते हैं। अगर सही ढंग से आपने तत्परता से मत्स्य पालन करते हैं तो निश्चित तौर पर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।