सब्जियों में लौकी का एक अलग हीं महत्व होता है। यह अपने गुणों के कारण प्रत्येक घर की पसंद होता है। बाजार में उपलब्ध लौकी शुद्ध नहीं होती क्यूंकि उसके बेहतर उत्पादन के लिए उसमें रसायनिक खादों का प्रयोग किया जाता है ऐसे में अगर हम घर पर हीं लौकी उगाएं तो हर तरीके से लाभकारी होगा।
वैसे तो लोग अपने होम गार्डन, बगीचे, खेत आदि में लौकी उगाते हैं लेकिन कुछ असीमित जानकारियों के कारण वह इससे ज्यादा उत्पादन प्राप्त नहीं कर पाते या फिर ये थोड़ा फल देने के बाद ही ये पौधा सुख जाता है। ऐसे में अगर आप थोड़ी सी जानकारी के साथ लौकी की बुआई करें तो इससे बम्पर पैदावार होगी।
इसी कड़ी में आज की हमारी इस कहानी में आप ये जानकारी लेंगे कि कब इसके कौन-सी बीज की बुआई करें तथा इसे फल के लिए कैसे तैयार करें??? साथ ही आपके समक्ष एक वीडियो भी साझा किया जाएगा जिसमें आप ये देखेंगे कि किस तरह 1 पौधे से हजारों की संख्या में लौकी प्राप्त किया जा रहा है।
ऐसे करें रूट फिलिंग का कार्य
बीज की बुआई के लिए आप सबसे पहले एक कन्टेरन लें। आप इसे 200 लीटर के बड़े प्लास्टिक के ड्रम में लगा सकते हैं। हलांकि इस कन्टेनर का चुनाव आप स्वयं भी कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कंटेनर जितना बड़ा होगा फल भी उतना ही अधिक मिलेगा। आप इसमें मिट्टी को डालकर बीज की बुआई कर दें। ध्यान रहे मिट्टी अच्छी तरह बना हुआ होना चाहिए। आप इस कन्टेरन में लौकी के 4 बीज की बुआई आसानी से कर पौधा भी तैयार कर सकते हैं। बीज के बुआई के 6 दिनों के बाद ये अंकुरित हो जाए और इसकी साइज़ 8-6 इंच की हो तो आपको आगे इसकी रूट फिलिंग करनी है।
इसके लिए आप पौधे की जड़ से 3 इंच की दूरी पर मिट्टी की गुड़ाई करें और यहां कैल्शियम डालें। फिर आप इसमें पत्तियों से बना हुआ उर्वरक डालें फिर इसे मिट्टी से कवर कर दें। इसी प्रक्रिया को आप अपने चारों पौधों के जड़ो से 3 इंच की दूरी पर दोहराएं। अगर आपने एक से अधिक कन्टेनर में पौधों को उगाया है तो उसमें भी इसी प्रक्रिया को दोहराएं। आप अब इसकी हल्की सिंचाई भी करते रहें। बेहतर न्यूट्रिशन के लिए आप इसमें 4-5 दिनों के अंतराल पर न्यूट्रिशन का छिड़काव करते रहना होगा। जब भी आप पौधों को न्यूट्रिशन देना चाहते हैं तब सुबह के वक्त पौधों की गुड़ाई कर लें।
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पॉलीनेशन के लिए लगाएं सब्जियों के पास फूल भी
आपके इस प्रकिया से लौकी के हर शाखा के गांठ में फल लगेंगे और इससे अधिक उत्पादन होगा। अगर आपके पौधों में नर तथा मादा दोनों फूल हैं लेकिन ये ग्रोथ नहीं करता बल्कि सुख जाता है तो समझिए कि यहां पॉलीनेशन का प्रॉब्लम है। इसके लिए आप सब्जियों के पौधों के साथ फूल को भी अवश्य लगाएं ताकि यहां मक्क्खियाँ आकर बैठें। अगर आपने ऐसा नहीं किया है तो आप हैंड पॉलीनेशन की मदद से पौधों से फल ले सकते हैं। जिसके आप एक साफ इयर ब्रश लें और उस नर फूल पर टच करें इससे उसका पॉलीग्रेन ईयर ब्रश में आ जायेगा। अब जब सुबह के दौरान जब ये मादा फूल खुला हो तो इसमें आराम में रख देना है। अब इस क्रिया से आपके दारा किया गया कार्य 100 फीसदी वर्क करेगा।
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क्यों सुख जाता है आपका फल
फल सड़ने का एक रीजन ये भी होता है कि जब आपके फल छोटे होते हैं तो वो बहुत नाजुक होते हैं। जिस कारण अगर यहां कोई मक्खी आकर बैठकर अपने अंडे छोड़ जाती है। ये अंडा धीरे-धीरे बड़ा होता है और कीड़े में कन्वर्ट होकर आपके फल को खा जाता है। इस कारण आपको फल नहीं मिलते और ये सड़ जाते हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए आप इसपर नीम के तेल तथा धतूरा के अर्घ से बना हुआ होम मेड कीटनाशक का छिड़काव करें। इसके अतिरिक्त भी अन्य घर पर बने कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं।
ऐसे करें सही बीज का चयन
अगर हम बीज की बात करें तो जो बीज सफेद होगा वो नहीं उगेगा और जो ब्राउन होगा वो उगेगा। अब आप बीज को 12 या फिर 24 घण्टे के लिए पानी में छोड़ दें ताकि ये अच्छी तरह नमी को अपने अंदर सोख ले। बीज की बुआई के दौरान आप इसके नुकीले हिस्से को अंदर की तरफ दबाएं तथा नॉर्मल को यपर रहने दें। इससे आपके बीज अंकुरित हो जाएंगें। अधिक उत्पादन के लिए आपको इसमें हमेशा न्यूट्रिशन का छिड़काव करते रहना होगा क्योंकि जितनी बार फल मिलेग न्यूट्रिशन देना अगले फल के आवश्यक होगा।
कुछ लोग घर पर लौकी की बुआई तो करते हैं लेकिन उसके अधिक उत्पादन के लिए केमिकल युक्त फर्टिलाइजर का छिड़काव करते हैं जो हानिकारक होता है। इसलिए ये आवश्यक है कि अगर आप स्वयं किसी सब्जी की बुआई कर रहें हैं तो इसे जैविक खाद से तैयार करें।