Wednesday, December 13, 2023

लाख की लहरियों या चूङियों का इस तरह किया जाता निर्माण, असली या नकली चूङियों का ऐसे करें पहचान

हमारे देश की संस्कृति-सभ्यता और परिधान सारे देशों से भिन्न है। अपने रीति-रिवाज और परिधानों के कारण भारत विश्व प्रसिद्ध है। यहां की विवाहित स्त्रियां साड़ी, हांथो में चूड़ी, सर पर बिंदी और सिंदूर लगाने के कारण और भी खूबसूरत एवं आकर्षक लगती हैं। वैसे तो यहां कांच की चूड़ियां बहुत शुभ मानी जाती है और अधिकतर महिलाएं यही पहनती है। लेकिन लाख की लहरियों की अपनी एक अलग ही खूबसूरती और विशेषता है। इसे खूबसूरत बनाने में कारीगरों की अहम भूमिका रहती है जिस कारण ये काफी महंगा होता है।

अगर आप भी ये जानना चाहते हैं कि किस तरह लाख की लहरियों का निर्माण होता है और कौन सी लहरियां ओरिजनल होती हैं तो हमारे लेख पर बने रहें। इस लेख द्वारा हम आपको ये जानकारी देंगे कि किस तरह लाख की लहरियां बनाई जाती हैं। साथ ही आप एक वीडियो भी देखेंगे जिससे हर चीज आसानी से समझ आ जायेगा। -lakh bangles.

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लाख की लहरियों के लिए आवश्यक सामग्रियां

लाख की लहरी का निर्माण बेरजा और चपड़ी द्वारा किया है। ज्यादातर बेरजा इंडोनेशिया से लाए जाते हैं क्योंकि वह अधिक उपयोगी होते हैं। वहीं जो चपड़ी आती है वह बलरामपुर से आती है और इसकी क्वालिटी बेस्ट होती है। जिस कलर का निर्माण करना हो वो सारे कार्य चपड़ी द्वारा सम्पन्न किए जाते हैं। -lakh bangles

वीडियो यहाँ देखें:-👇👇

ऐसे होता है इसका निर्माण

सबसे पहले बेरजा को कढ़ाई में डालकर गरम किया जाता है। जब ये पिघल जाता है तो इसमे चपड़ी डाली जाती है और इन दोनों को अच्छी तरह मिक्स कर दिया जाता है। आगे एक पाउडर टाइप मटेरियल का उपयोग कर इसे टाइट किया जाता है। फिर उसे थोड़ा ठंडा करने के बाद रोल बनाया जाता है। अगर आपको ये पता करना है कि कौन सी लहरिया सही हैं तो जिस लहरिया से ज्यादा आवाज आएगा वो सही नहीं है क्योंकि इसके निर्माण में ज्यादातर बेरजा का उपयोग किया जाता है। -lakh bangles

खुद करें ओरिजनल चूड़ी की पहचान

वही अगर बराबर मात्रा में बेरजा और चपड़ी होगी तो उस लहरी से ज्यादा आवाज़ नहीं आएगी और वो सॉफ्ट भी होगा। वहीं अगर ज्यादा बेस्ट क्वालिटी की चूड़ियां चाहिए तो इसके लिए ज्यादा वक्त लगता है और ज्यादा पैसा भी। क्योंकि ये ज्यादा मात्रा में चपड़ी और लाख द्वारा बनाया जाता है। फिर इन्हें गर्म करके पतला शेप देते हुए गोल बनाया जाता है और मेटल (लोहे की पतली चूड़ी) में लपेटकर तैयार किया जाता है।
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100 से 150 रुपए बिकता है चूड़ी

अगर कोई व्यक्ति इस कार्य में अनुभवी है और 4 लोगों की टीम है तो एक दिन में 40 सेट चूड़ियां तैयार की जा सकती है। आगे इसे तैयार करने के बाद इसकी खूबसूरती बढ़ाने हेतु इस पर स्टोन और मोतिया आदि जड़े जाते हैं। अगर हम इन चूड़ियों की बात करें तो ये 150 से 100 रुपए तक एक सेट (4 या 6) बिकती हैं। आप जितना अधिक चूड़ी लेंगे कीमत आपको उतना अधिक चुकाना पड़ेगा। –lakh bangles