भारत के सभी घरों में नहाने या हाथ धोने के कामों में साबुन का इस्तेमाल जरुर किया जाता है। आमतौर पर सभी मार्केट में मौजूद साबुन का इस्तेमाल करते हैं जिसको बनाने के लिए केमिकल का प्रयोग किया जता है। केमिकल युक्त प्रोडक्ट हमारे शरीर की त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं।
हालांकि, कुछ साबुन जड़ी-बूटियों का प्रयोग करके भी बनाया जाता है लेकिन उसमें भी रसायनों का इस्तेमाल होता है। ये साबुन भी नाजुक त्वचा को हानी पहुन्चाता है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि इन साबुनों का प्रयोग हानिकारक है तो फिर इसका विकल्प क्या होगा? आपकी इसी समस्या के समाधान हेतु आज हम आपको तुलसी के पत्तों से नेचुरल साबुन बनाने की विधि बताने जा रहे हैं, जो शरीर को नुक्सान नहीं पहुंचाता है।
तुलसी के फायदें (Benefits of Basil)
हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधें की पुजा की जाती है। इतना ही नहीं तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों से निजात पाने के लिए भी किया जाता है। यह पौधा पोषक तत्वो से भरपूर होता है इसलिए आमतौर पर सर्दी, खांसी और बुखार जैसी समस्याओं में इसे प्रयोग में लाया जाता है। ऐसे में यदि तुलसी के पत्तों से बने साबुन का प्रयोग करने से त्वचा सबंधी शिकायतें दूर होने के साथ ही त्वचा मुलायम भी होती है।
तुलसी के पत्तों से साबुन बनाने के लिए जरुरी सामग्री
- तुलसी पत्ता (Basil Leaves)
- गुलाब जल (Rose Water)
- एलोवेरा जेल (Alovera Gel)
- सोप बेस (Soap Base)
- लैवेंडर ऑयल (Lavender Oil)
- हल्दी (Turmeric)
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तुलसी के पत्तों से साबुन बनाने की विधि (How to make soap from Basil Leaves) –
तुलसी के पत्तों से साबुन बनाने के लिए सबसे पहले दो कप तुलसी के पत्तें को अच्छे से धोकर साफ करें, फिर उसे एक कप पानी के मिश्रण के साथ मिक्सी में अच्छे से पीस लें। तुलसी के पत्तों को पीसने के बाद उसे छन्नी की मदद से उसका पानी और बचा हुआ पत्ता अलग करें। अलग किए हुए पानी में एक चम्मच गुलाब जल और एक कप एलोवेरा जेल डालकर अच्छी तरह से मिश्रण बनाएं।
अब एक पैन गर्म करें और उसमें इस मिश्रण को डालकर तबतक पकाएं जबतक उसमें उबाल न आ जाएं। मिश्रण उबलने के बाद उसे कुछ देर ठंडा होने के लिए रख दें। पानी ठंडा होने के बाद उसमें एक चुटकी हल्दी और दो बूंद लैवेंडर ऑयल डालकर मिलाएं।
अब बारी आती है मिश्रण को साबुन के आकार में ढालने की। इसके लिए इस तैयार मिश्रण को सोप बेस में डालकर लगभग 5 से 6 घन्टे के लिए फ्रिजर में रख दीजिए। इससे साबुन अच्छी तरह से सेट हो जाएगा और जिस आकरा का सोप बेस होगा उसी साइज का साबुन तैयार हो जाएगा। अब आप साबुन को फ्रिजर से निकाल कर इस्तेमाल कर सकते हैं।
तुलसी साबुन के फायदें (Benefits of Basil Soap)
तुलसी के पत्तों से बनाया गया यह साबुन पूरी तरह से प्राकृतिक है और इसका इस्तेमाल बच्चे, बूढ़ें और नौजवानों भी जा सकते हैं। किशोरावस्था के युवक-युवतियों के लिए इस साबुन का इस्तेमाल चेहरे के लिए काफी फायदेमंद होगा, क्योंकि किशोरावस्था के दौरान चेहरे पर फोड़े-फुन्सी की समस्या होती है।
तुलसी साबुन (Basil Leaves Soap) में मौजूद एलोवेरा जेल चेहरे को शीतलता प्रदान करता है, वहीं हल्दी और तुलसी त्वचा को कीटाणुओं से सुरक्षित रखता है। इसके अलावा साबुन की खुशबू अच्छी हो इसके लिए गुलाब जल और लैवेंडर ऑयल का इस्तेमाल किया गया है। चूंकि, यह पूरी तरह से केमिकल मुक्त है इसलिए इसका इस्तेमाल लाभदायक साबित होगा।
यदि आप भी रासायन युक्त साबुन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो घर पर आसानी से तुलसी साबुन बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।