Wednesday, December 13, 2023

दसवीं में गणित में 36 नंबर, अंग्रेजी में 35 नंबर लाने वाले शख्स बने IAS, मार्क्स नहीं बल्कि ज्ञान दिलाएगा सफलता

हम सबने अपने स्कूल और कॉलेज के करियर के दौरान इस बात को नोटिस किया है कि क्लास में उस बच्चे को लोग ज्यादा पसन्द करते हैं जो हर एग्जाम में अच्छा मार्क्स लाता हो। हमारे शिक्षक भी उनका उदाहरण अन्य बच्चों को देते हैं कि अमुक की तरह बनो और पढ़ाई मन लगाकर करो। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ बच्चे स्कूल या कॉलेज में अच्छा स्कोर ना करने के बावजूद सफलता की ऐसी इबारत लिख देते हैं जिस पर विश्वास करना लोगों के लिए कठिन हो जाता है।

उन्हीं बच्चों में से एक हैं तुषार डी. सुमेरा (Tusar D. Sumera) जिन्होंने स्कूली करियर में कभी 35 तथा 36 नम्बर लाए और आगे चलकर यूपीएससी जैसे सबसे कठिन एग्जाम को क्रैक कर सबकी बोलती बंद कर दी। उन्होंने अपने उस हुनर को लोगों के सामने रखा जिसकी शायद ही किसी को अपेक्षा हो। यहां उन्होंने डिग्री नहीं बल्कि अपने हुनर और नॉलेज को तवज्जो दिया जिसे अन्य युवा भी अपनाकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

अगर आप भी तुषार सुमेरा (Tusar D. Sumera) के विषय में जानने के लिए उत्सुक है कि आखिर ये चमत्कार उन्होंने कैसे किया तो हमारे साथ इस लेख पर साथ बनाए रखें। उनकी स्टोरी उन युवाओं के अंदर वो जोश ला देगी जिन्होंने कभी यूपीएससी (UPSC) के सपने देखें लेकिन उनके रास्ते में उनकी डिग्रियां बाधा बन रही हों। तो चलिए बिना विलम्ब किए उनके विषय में विस्तार से जानकारी लेते हैं….

आईएएस ऑफिसर (IAS) अवनीश शरण (Awanish Sharan) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं वह अपने ट्विटर हैंडल पर हमेशा उन लोगों की फोटोज या स्टोरी करते रहते हैं जिन्होंने शिक्षा को महत्व देते हुए सफलता का ध्वज फहराने में कठिनाइयों को अपने सामने घुटने टेकने पर मजबूर किया हो। वह उन बच्चों को भी तस्वीरों को शेयर करते हैं जो काफी मेहनत मजदूरी करने के बाद भी पढ़ाई करते हैं।

कुछ ही दिनों पूर्व उन्होंने तुषार सुमेरा (Tusar Sumera) की भी तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की। जिसे देखकर लोग काफी आश्चर्यचकित भी हुए। वर्तमान में तुषार कलेक्टर के पोस्ट पर कार्यरत हैं और गुजरात में अपनी सेवा दे रहे हैं। उनके लिए कलेक्टर बनना आसान नहीं बल्कि बहुत मुश्किल भरा रहा है लेकिन उन्होंने सारी मुश्किलों और बाधाओं को तोड़ते हुए कामयाबी हासिल की। उनके लिए ये सफर काफी कठिनाईयों से भरा हुआ था लेकिन आज वह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं और अन्य युवाओं के लिए उदाहरण बने हुए हैं।

IAS Officer Tushar D. Sumera
आईएएस अधिकारी तुषार डी. सुमेरा

दसवीं में आया था कुछ विषयों में 35 अंक

आईएएस अवनीश ने अपने ट्वीट के जरिए लोगों को ये जानकारी दी कि तुषार डी सुमेरा (Tusar D. Sumera) ने काफी मुश्किलों के बदौलत ये उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने लोगों के समक्ष अपने स्कूल टाइम के दौरान की 10वीं कक्षा की अंक तालिका साझा किया जिसमें उन्हें बहुत कम अंक आए हैं। उन्होंने मैथ विषय मे 36, इंग्लिश में 35 तथा साइंस में मात्र 38 नम्बर आए थें जिस कारण उन्हें लोगों की काफी खड़ी -खोटी सुनने को मिली थी।

उन्हें अपने ग्रामीणों के अतिरिक्त शिक्षकों से भी काफी कुछ सुनने को मिला था। 10वीं में अच्छे मार्क्स ना आने के कारण उन्हें स्कूल से ये सुनना पड़ा कि तुम आगे कुछ नहीं कर सकते। परन्तु तुषार ने अपना मनोबल बढ़ाते हुए जमकर मेहनत की और विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए वो उपलब्धि हासिल की जो अच्छे अंक हासिल करने वालों बच्चों ने किया होगा।

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कलेक्टर तुषार ने किया पोस्ट पर टिप्पणी

कलेक्टर तुषार डी. सुमेरा (Tusar D. Sumera) ने आईएएस अवनीश शरण के ट्वीट पर टिपण्णी करते हुए उन्हें धन्यवाद कहा। एक यूजर्स ने यहां रिएक्ट करते हुए लिखा डिग्री नहीं बल्कि आपका हुनर मायने रखता है। तो वही अन्य यूजर्स ने लिखा अगर आपके अंदर किसी कार्य के प्रति लगन है तो हर चीज सम्भव है, आपकी काबिलियत आपके अंक, रैंक या फिर कोई डिग्रियों द्वारा तय नहीं होती।

पहले बने शिक्षक

10वीं की शिक्षा ग्रहण के बाद उन्होंने 12वीं की शिक्षा आर्टस सब्जेक्ट से सम्पन्न की। आगे उन्होंने बीएड किया और एक शिक्षक के तौर पर बच्चों को शिक्षा देने लगे। इसी दौरान उन्होंने ये तय किया कि अब वह कलेक्टर बनेंगे और यही से शुरू हुआ बड़े बदलाव का सफर। वह यूपीएससी की तैयारी में जुट गए और और आखिरकार सफलता हासिल कर ही ली।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं जिक्र

तुषार डी. सुमेरा (Tusar D. Sumera) ने वर्ष 2012 में यूपीएससी (UPSC) क्रैक करते हुए सफलता हासिल की और आईएएस बने। उनका जिक्र हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर किया है। उन्होंने उनकी सराहना भरूच के उत्कर्ष पहल अभियान द्वारा किए गए कार्यों को लेकर किया है।