हमारे यहां शादियों में पैसे खर्च करने का मानो रिवाज ही बन गया है। जितने पैसे वाले लोग, उतनी महंगी शादियां। लोग शादियों में इन सब बातों को अपनी शानो-शौकत के नज़रिए से देखते हैं। वहीं इस समाज में कुछ ऐसे भी जिम्मेदार नागरिक हैं, जो इन सबसे परे होकर नए अंदाज में शादी के पवित्र बन्धन में बंधकर समाज को नई सीख दे रहे हैं।
एक IAS ने भी इसी उद्देश्य से वधु पक्ष से सिर्फ 101 रुपये शगुन लेकर शादी की रस्में पूरी कर सभी के लिए प्रेरणा की मिसाल कायम किया है।
शादी बनी चर्चा का विषय
IAS प्रशांत नागर उत्तरप्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में बतौर जॉइंट मजिस्ट्रेट (Joint Magistrate) के पद पर तैनात हैं। IAS प्रशांत (IAS Prashant Nagar) ने दिल्ली के बुरारी में रहने वाले रमेश की बेटी डॉ मनीषा (Dr. Manisha) के साथ सात फेरे लिया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। एक IAS होकर उन्होंने जिस तरीके से विवाह किया है, वह सभी के लिए प्रेरणादायक है।
सिर्फ 101 रुपये लेकर की शादी
IAS प्रशांत (Prashant Nagar) सादगीपूर्ण तरीके से सिर्फ 11 बारातियों के बीच वधु पक्ष से मात्र 101 रुपये शगुन लेकर डॉ मनीषा भंडारी (Dr. Manisha Bhandari) के साथ विवाह के बन्धन में बंधे।
Very happy to be married to the love of my life. pic.twitter.com/s91g53uCpJ
— Prashant Nagar (@Prashan23511042) June 26, 2021
पिता हमेशा से हैं दहेज के खिलाफ
NBT की रिपोर्ट के अनुसार मई महीने में कोरोना के वजह से प्रशांत की मां इस दुनिया से हमेशा के लिए अलविदा कह गईं। IAS प्रशांत बताते हैं कि उनके पिता रणजीत नागर हमेशा से दहेज के खिलाफ हैं। उन्होंने उनकी बहन की शादी भी बिना दहेज दिए ही की थी।- IAS marries without dowry
दहेज ना लेने का लिया प्रण
प्रशांत की बहन की शादी में भी 101 रुपये शगुन देकर शादी संपन्न हुई। उसी समय उनके पिता ने यह संकल्प लिया था कि वे अपने बेटों की शादी भी बिना दहेज लिए ही करेंगे। उन्होंने अपने इस संकल्प को पूरा भी किया। – IAS marries without dowry
हैसियत दिखाने से अच्छा है जरुरतमंदों की मदद करना
रणजीत नागर का मानना है कि विवाह में फिजूलखर्च कर अपनी हैसियत दिखाने से बेहतर है कि इन रुपयों से किसी अन्य जरुरतमंद लड़कियों का विवाह कर पुण्य का भागीदारी बना जाए। – IAS marries without dowry
कभी घूस ना लेने का लिया वचन
प्रेम विवाह करने वाले IAS प्रशांत और मनीषा ने शादी के सात वचन लेने के साथ ही एक आठवां वचन यह लिया कि वे अपनी नौकरी के दौरान कभी भी रिश्वत नहीं लेंगे। – IAS marries without dowry
जिम्मेदार नागरिक होने की पेश की मिसाल
आधुनिक युग के इस दौर में प्रशांत ने इस नए अंदाज में विवाह कर एक आईएएस अधिकारी होने के साथ-साथ एक जिम्मेदार नागरिक होने का भी उदाहरण पेश किया है। साथ ही दहेज ना लेने की सीख भी दी है। – IAS prashant marries without dowry