करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात तें, सिल पर परत निसान।।
उपर्युक्त दोहा महान कवी वृन्द द्वारा रचित है। इसके माध्यम से उन्होंने कहा है कि जिस प्रकार बार-बार रस्सी के रगड़ खाने पर कठोर पत्थर पर भी निशान पड़ जाते हैं, उसी प्रकार बार-बार अभ्यास करने से मूर्ख व्यक्ति भी समझदार बन सकता है। कहने का आशय है कि अगर हम निरंतर प्रयास करते रहें तो एक-न-एक दिन सफलता हमारे कदम जरूर चूमेगी।
आज की हमारी कहानी एक ऐसे छात्र की है जिन्होंने अपने असफलता से सीख लिया और वह आगे अपने लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहें। इन्होंने पांचवें प्रयास में यूपीएससी पास हीं नहीं किया बल्कि टॉप भी किए।
रुशीकेश रेड्डी
रुशीकेश रेड्डी (Rushikesh Reddy) जिन्होंने पांचवे प्रयास में यूपीएससी को पास कर 95वीं रैंक हासिल किया। यह आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) से ताल्लुक रखते हैं। इनकी प्रारंभिक शिक्षक यहीं से संपन्न हुई है। आगे ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली गए और आईआईटी दिल्ली से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। फिर इन्होंने यूपीएससी को अपना लक्ष्य बनाया और इसकी तैयारी में लग गए। हालांकि यह असफल होते रहे लेकिन इन्होंने सफलता हासिल करके ही दम लिया। यह एक आईआईटियन थे फिर भी इन्हें UPSC को पास करने में बहुत दिक्कत आई।
कुछ असफलताएं
इन्होंने अपना स्नाकोत्तर सम्पन्न किया। फिर यूपीएससी के एग्जाम देने लगे। यह अपने प्रथम प्रयास में तीन चरण में सफल हो चुके थे लेकिन इंटरव्यू में कम नम्बर के कारण चयनित नहीं हुए। इस कारण इन्हें सफलता हासिल नहीं हुई। अपने तीसरे प्रयास में यह तीनों स्टेज पास कर लिए और 374वां स्थान प्राप्त किए जिससे यह इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस एलॉट पर कार्यरत हुए।
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आख़िरीकार मिली सफलता
रुशीकेश अपने इस नम्बर और पोस्ट से खुश नहीं थे। इसलिए आगे बड़ी उपलब्धि के लिए लगातार मेहनत करते रहें। फिर इन्होंने चौथा प्रयास किया जिसमें यह प्री में ही असफल रहें। फिर भी यह हार नहीं माने और पांचवां प्रयास किया। इस बार इन्होंने सफलता हासिल की। 5वें प्रयास में 95वीं रैंक हासिल कर टॉपर लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया।
कोचिंग की पढ़ाई नहीं है जरूरी
यह कोचिंग में पढ़ाई करना जरूरी नहीं मानते। इनका मानना है कि सेल्फ स्टडी से बड़ी-से-बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है। इन्होंने अपनी सफलता प्राप्त करने के लिए कोई कोचिंग नहीं किया और दूसरे स्टूडेंट को भी यही सलाह देते हैं कि सेल्फ स्टडी पर ज़्यादा ध्यान दें। इन्होंने बताया कि इसके लिए आप इंटरनेट की मदद ले सकते हैं। इनका मानना है कि इंटरनेट पर वे सभी जानकारी उपलब्ध है जो किसी विद्यार्थी को चाहिए तो बेहतर तरीका यही है कि हम सेल्फ स्टडी कर सफलता हासिल करें।
अन्य विद्यार्थियों के लिए सलाह
इसके बाद विद्यार्थियों को यह सलाह देते हैं कि अगर आप लगातार असफल हो रहे तो घबराये नहीं और अपने लक्ष्य पर फोकस करें। इंटरनेट की मदद से आप टॉपर्स की वीडियोस बहुत कुछ सिख सकते हैं। कोचिंग ज्वाइन करना कोई जरूरी नहीं बस आप समय-समय पर इस बारे में जानकारी लेते रहिए। याद रहे टेस्ट सीरीज को जरूर ज्वॉइन करना चाहिए। बस आप मेहनत करिए यह व्यर्थ नहीं जाएगा और सफलता आपके कदमों में जरूर आएगी।
असफलता से बिना डरे जिस तरह रुशीकेश रेड्डी (Rushikesh Reddy) तैयारी करते रहें, वह काबिल-ए-तारीफ़ है। The Logically इन्हें अपनी उपलब्धि के लिए सहृदय शुभकामनाएं देता है।