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निरन्त प्रयास से असम्भव उपलब्धि हासिल किए, पहले IIT फिर IPS और आखिरी में IAS बन कर दम लिया

बहुत से युवा जिस तरह सफलता की बुलंदियों को छू रहें हैं, वह काबिल-ए-तारीफ़ है। ये युवा सिर्फ अपने लिए ही अच्छा नहीं करते बल्कि अन्य युवाओं का भी मनोबल बढ़ाते हैं।

यह कहानी बिहार के ऐसे लाल की है जिन्होंने अपनी मेहनत से पहले IIT पास किया, फिर IPS और अब IAS बनें हैं। चलिए पढ़तें हैं इनके बारे में और कुछ सीख भी लेतें हैं।

बिहार के समीर सौरभ

समीर सौरभ (Sameer Saurabh) बिहार (Bihar) राज्य के पूर्णिया (Purnia) जिले के निवासी हैं। इन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 42वीं स्थान प्राप्त कर एक मिसाल कायम की है। हालांकि उनका यह प्रयास पहला नहीं, दूसरा था। पहले प्रयास में भी यह सफल थे लेकिन उसमें इनका रैंक 142 था। अपने इस स्थान से उन्हें यूपीएससी सेवा एलॉट हुए थे। इन्होंने जब दूसरा एग्जाम दिया और उसका परिणाम आया, इस दौरान यह आईपीएस का प्रशिक्षण हैदराबाद में ले रहे थे। समीर शुरू से ही यूपीएससी में आईएस की उपाधि हासिल करना चाहते थे। वैसे तो यह पहली बार में परीक्षा पास कर चुके थे लेकिन उनकी तमन्ना आईएएस बनने की थी। इसीलिए फिर से एग्जाम दिया और अपने सपने को पूरा किया। यह कुछ टिप्स बताते हैं जो अन्य कैंडिडेट्स के लिए लाभदायक है। वैसे विद्यार्थी जो पहले प्रयास से अच्छा रैंक नही लाएं, वह दूसरे प्रयास में ला सकते हैं।

 Sameer saurabh

आवश्यक है प्रैक्टिस

इन्होंने दिल्ली नॉलेज ट्रेक को जो इंटरव्यू दिया है उस दौरान यह बात बताते है कि यूपीएससी परीक्षा में रैंक सुधारने के लिए निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए। सबसे जरूरी है प्रैक्टिस करते रहना क्योंकि जब आप पहले परीक्षा में सफलता प्राप्त कर चुके हैं तो आपको पता है कि किस तरह तैयारी करनी है। इस बार अधिक मेहनत करिए और प्रैक्टिस लगातार करते रहिए तो इसमें अच्छे रैंक जरूर आएंगे। अभ्यास के तौर पर आप टेस्ट पेपर ज़रूर दें, ऐस्से लिखें, आंसर को लिखें, मतलब की आप जितनी तैयारी पहले परीक्षा के दौरान कर रहे हैं, उससे अधिक इसमें करें। ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोचें कि हमें तो यह आता है तो हम इसका अभ्यास छोड़ सकतें हैं।

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करें अनुष्ठान शक्ति चेक

अक्सर ऐसा होता है कि हम पढ़ी हुई चीज़े कुछ समय के बाद भूल जाते हैं। इसके लिए उन्होंने बताया कि अगर आप कोई विषय याद कर रहें हैं तो उसे उसी वक्त लिख लें ताकि वह लंबे समय तक याद रहे। अगर आपको वह याद नहीं है तो इसका मतलब यह हुआ कि आपने जब उसे याद किया तो उस दौरान किसी और विषय का नोट्स बनाया। इसलिए वह विषय आपको याद नहीं हुआ। अगर आपको इस बात में कठिनाई है तो इस प्रॉब्लम को जल्द ही सॉल्व करें।

आगे अगर आपने कोई भी प्रैक्टिस टेस्ट दिया है तो उसका एनालिसिस जरूर करना चाहिए। अगर आपको प्री एग्जाम देने के दौरान 2 घंटे का वक्त लगा है तो कोशिश करेंगे मेंस के पेपर के लिए आप कम से कम 3 घंटे का वक्त जरूर दें।

जुड़ें हैं सोशल साइट से

इन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोगों मानते हैं कि अगर हम कोई तैयारी कर रहें हैं तो एक रूम में बंद होकर तैयारी करनी चाहिए। लेकिन यह चाहते हैं कि हम सोशल साइट से जुड़े रहेंगे तो हमारा मन भी थोड़ा प्रसन्न रहेगा और हम अपनी तैयारी कर सकते हैं। इन्होंने ग्रुप के माध्यम से अपनी तैयारी की और फेसबुक पर भी पेपर एजेंसी को लाइक कर अपनी तैयारी की। इसके अलावा आप अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से भी दूर नहीं जाये। साथ बनाए रखना चाहिए ताकि वे भी हमारी थोड़ी बहुत मदद कर सके।

The Logically समीर सौरभ (Sameer Saurabh) को उनके इस सफलता के लिए बधाई देता है।

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