समस्त विश्व में वर्ष 2023 को इंटरनेशनल पोषक अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। 72 देशो के समर्थन में हमारे देश को “इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट” का प्रस्ताव मिला। क्या आप यह जानते हैं कि श्रीअन्न यानी मोटे अनाज की विशेषता हर किसी को मालूम हो चुकी है?? आप मोटे अनाज को विभिन्न प्रकार की जलवायु परिस्थितियों में बेहद आसानी से उगा सकते हैं। आप बंजर भूमि पर भी मोटे अनाज का उत्पादन बेहतर तरीके से कर सकते हैं। मार्केट में भी इसका अच्छा खासा भाव मिल जाता है। अगर हम प्रतिदिन मोटे अनाज का सेवन करें तो इससे हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग होता है। सबसे बेहतरीन बात यह है कि अगर किसान मोटे अनाज का खेती कर रहे हैं तो उन्हें ज्यादा लागत नहीं आती और वे इससे लाभ भी कमा सकते हैं।
श्री अन्न को है बढ़ाने का प्लान
हमारे देश में इसका चलन बहुत पहले से है। हमारे बुजुर्ग भी मोटे अनाज की खेती करते थे। जानकारी के मुताबिक हमारे देश में मिलेट का उत्पादन एवं निर्यात अधिक होता है। इसीलिए मोटे अनाज के साथ मिलेट को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय बजट में इसकी प्रसिद्धि बढ़ाने हेतु बहुत एलान हुए हैं। सरकार द्वारा श्री अन्न संचालित को बढ़ावा देने की योजना का निर्माण हुआ है।
हो रहा 40 फीसदी मोटे अनाज का उत्पादन
फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक वर्ष 2020 में पूरे विश्व से लगभग 30.464 मिलीयन मेट्रिक टन मिलेट का उत्पादन हुआ। जिसमें हमारे देश से 12.49 में मीट्रिक टन लिया गया। मतलब यह हुआ कि हमारे देश में लगभग 40 फ़ीसदी मोटे अनाज का उत्पादन हो रहा है। हमारे देश के राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा गुजरात आदि शहरों में मोटे अनाज का उत्पादन जारी है।
भारत श्रीअन्न का सबसे बड़ा उत्पादक व दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।श्रीअन्न के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए भारतीय मिलेट्स अनुसंधान संस्थान हैदराबाद को उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।#Budget2023 pic.twitter.com/DCWAHN0vJV
— Agriculture INDIA (@AgriGoI) February 1, 2023
हमारा देश है दूसरे स्थान पर
वैसे तो मोटे अनाज सबसे अधिक अफ्रीका में कवर होते हैं परंतु इसका उत्पादन सबसे अधिक हमारे देश में ही होता है। वहीं निर्यातक के तौर पर अफ्रीका सबसे अधिक निर्यातक देश है और वही हमारा देश भारत दूसरे स्थान पर है। हमारे देश से नेपाल, सऊदी अरब, ब्रिटेन, यूएई, ट्यूनीशिया, ओमान, कनेरा, यमन, लीबिया तथा मिस्र आदि देशो में इसका निर्यात होता है।अमेरिका में यहां से ज्वार, बाजरा, कुट्टू, रागी आदि कई मोटे अनाज का निर्यात होता है।
कुछ मोटे अनाज के लिस्ट
अगर प्रमुख मिलेट की बात करें तो श्री अन्न के लिस्ट में ज्वार, कंगनी, चीना, बाजरा, रागी, कोदो, कुट्टू, चौलाई, कुटकी तथा ब्राउन टॉप मौजूद है। ये अनाज पूरी तरह से पोषक से भरपूर होते हैं इसलिए हमें मोटे अनाज का सेवन करना चाहिए और अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक यानी जो मोटे अनाज की विशेषता नहीं जानते होंगे उन्हें ये बताना चाहिए।