बीते कुछ दिनों पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) से एक 13 साल का बच्चा एलओसी (LOC) पार कर जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) चला आया था। सेना के जवानों की जैसी ही उस पर नजर पड़ी उन्होंने बच्चे से उसके पहचान कि तफ़तीश की। बच्चे ने अपना नाम हैदर बताया।
समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें हैदर कह रहा है कि ‘वो जंगल के रास्ते आ रहा था जब वह गलती से जम्मू-कश्मीर आ गया’। उसने आगे बताया कि ‘कैसे भारतीय सेना (Indian Army) और स्थानीय पुलिस (Local police Kashmir) ने उसे ठंड से बचने के लिए कपड़े, जूते और खाने को खाना दिया’। साथ ही हैदर ने कहा कि ‘ये लोग (भारतीय सेना) अच्छे लोग हैं’।
जरूरी जांच पड़ताल के बाद सेना ने हैदर को गिफ्ट्स और चॉकलेट के साथ बॉर्डर के उस पास वापस छोड़ दिया। हैदर अब सकुशल अपने घर पहुंच चुका है।
इससे पहले दो नाबालिग पाकिस्तानी बहने भी भटक कर पहुंची थी भारत
बता दें कि पिछले महीने भी ऐसी घटना सामने आई थी जब पीओके में रहने वाली दो नाबालिग बहनें गलती से एलओसी पार कर जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में आ गई थी। सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। लेकिन अगले दिन दोनों बहनों वापस उनके घर भेज दिया गया।
दो नाबालिग पाकिस्तानी बहनों में से बड़ी बहन लाएबा जबैर ने एएनआई से बातचीत में अच्छे व्यवहार के लिए भारतीय सेना का आभार जताया था।
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ऐसे भारतीय सेना की तस्वीर इनके मन में हुई साफ
एक वीडियो संदेश में उसने कहा- “हम अपने घर से भटक कर, सीमा पार करके यहां आ गए थे। हमें आर्मी वालों ने पकड़ा और थोड़ी हमारी पूछताछ हुई। हमने सोचा था कि यह लोग (भारतीय सेना) हमें मारेंगे लेकिन इन्होंने बहुत अच्छा सलूक किया। हमें इधर लेकर आए अपने पास, खाना भी खिलाया। हमने सोचा था यह लोग हमें जाने नहीं देंगे और यह आज हमें वापिस भेज रहे हैं इतनी जल्दी। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं।”