भारतीय रेलवे (Indian Railway) अपने यात्रियों को अच्छी सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करने के मकसद से लगातार काम करती रहती है। ट्रेनों (Train) को समय पर चलाना हो या फिर यात्रा के दौरान यात्रा से पहले और यात्रा के दौरान यात्रियों को खास सुविधाएं प्रदान करना हो भारतीय रेलवे हर चीज में अपनी तत्परता दिखाती है। रेल यात्रा में समय-समय पर भी कई बदलाव भी होते रहते हैं। यात्रियों (passenger) के हर सुविधाओं का ख्याल रखते हुए रेलवे आगे की ओर बढ़ रही है।
एक बार फिर भारतीय रेलवे (Indian Railway) अपने यात्रियों के लिए एक तोहफा लेकर आई है। दरअसल,भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के लिए विशेष पर्यटक ट्रेन चलाने जा रही है। यह ट्रेन पर्यटकों को भगवान राम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण जगहों एवं धार्मिक स्थलों का दर्शन कराएगी। इस ट्रेन में पर्यटकों को विशेष सुविधा भी दिया जा रहा है। आइये जानते हैं इसके बारे में।
भारत गौरव ट्रेन की शुरुआत
भारतीय रेलवे आगामी 21 जून से भारत गौरव ट्रेन (Bharat Gaurav Tourist Train) को चलाने जा रही है। यह ट्रेन धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाया जा रहा है। आपको बता दें कि इस ट्रेन के द्वारा पर्यटकों को भगवान श्रीराम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का भ्रमण और दर्शन कराया जाएगा। भारत की राजधानी नई दिल्ली से यह ट्रेन 21 जून को खुलेगी।
श्रीराम जन्मभूमि पहला पड़ाव
भारत गौरव ट्रेन (Bharat Gaurav Tourist Train) का पहला पड़ाव श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या (Ayodhya) होगा। सबसे पहले यह ट्रेन यहीं रुकेगी। जहाँ पर्यटक श्रीराम जन्मभूमि के बारे में अच्छी तरह जान पाएंगे। अयोध्या में पर्यटकों को राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान मंदिर और नंदीग्राम में भरत मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। यह ट्रेन का टूर प्लान पूरे 18 दिन का है। जहां यह 18 दिनों तक पर्यटकों को विशेष सुविधा प्रदान करते हुए श्री राम से जुड़े सभी जगहों का दर्शन कराएगी।
अलग-अलग जगहों पर ठहराव
अन्य जगहों पर अगर ट्रेन के ठहराव की बात करें तो इस 18 दिन के टूर प्लान में सबसे पहला अयोध्या तो होगा ही उसके बाद दूसरा बक्सर (Buxar) होगा जहां विश्वामित्र का आश्रम और रामरेखा घाट पर गंगा स्नान पर्यटक कर पाएंगे। उसके बाद ट्रेन माँ सीता की जन्मभूमि सीतामढ़ी (Sitamarhi) की ओर प्रस्थान करेगी जहाँ सीता माँ की जन्मभूमि के साथ-साथ नेपाल (Nepal) के जनकपुर (Janakpur) में राम जानकी मंदिर के दर्शन के लिए ट्रेन का ठहराव होगा।
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काशी में भी रुकेगी ट्रेन
जनकपुर होते हुए यह ट्रेन शिव की नगरी काशी (kashi) की ओर प्रस्थान करेगी जहाँ पर्यटकों को बस से विभिन्न स्थलों एवं मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा जिसमें सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट मुख्य हैं। काशी, प्रयाग और चित्रकूट में पर्यटकों के रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था होगी। पर्यटकों को इन सभी स्थलों का भ्रमण विशेष सुविधाओं के साथ करवाया जाएगा ताकि उन्हें किसी भी चीज की परेशानी न हो।
दक्षिण की अयोध्या अंतिम पड़ाव
काशी नगरी के बाद यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी जहां पंचवटी और त्रयंबकेश्वर मंदिर के दर्शन होंगे। उसके बाद किष्किंधा नगरी हंपी होते हुए अंजनी पर्वत स्थित हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व विरासत मंदिरों का दर्शन कराते हुए इस ट्रेन को रामेश्वरम (Rameshwaram) लाया जाएगा। रामेश्वरम भ्रमण के दौरान पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर व धनुषकोडी का दर्शन कराया जाएगा। उसके बाद ट्रेन कांचीपुरम पहुंचेगी जहां शिव कांची, विष्णु कांची और कामाक्षी माता मंदिर पर्यटक देख पाएंगे। वहीं इन सभी जगहों को दिखाने के बाद इस विशेष ट्रेन का अंतिम पड़ाव तेलंगाना राज्य में स्थित भद्राचलम होगा। इसे दक्षिण की अयोध्या भी कहते हैं।
रेलवे के द्वारा विशेष सुविधा
आपको बता दें कि 18 दिनों के इस लंबी यात्रा के लिए भारतीय रेलवे ने विशेष इंतजाम किए हैं ताकि पर्यटकों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नही करना पड़े। क्योंकि ट्रेन को 8000 किलोमीटर की लंबी यात्रा तय करनी है। इस यात्रा के में पर्यटकों को वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के कोच मिलेंगे। वहीं ट्रेन के अंदर पर्यटकों को शुद्ध शाकाहारी स्वादिष्ट भोजन भी परोसे जाएंगे। मनोरंजन आदि के साधनों के साथ सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड एवं सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे। कई ऐसे अत्याधुनिक सिस्टम भी लगे होंगे जो यात्रा की जानकारी देते रहेंगे।
कितना देना होगा किराया
इस विशेष ट्रेन के अगर किराया की बात करें तो सरकार इस विशेष ट्रेन को पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चला रही है। सरकार “देखो अपना देश” के पहल के साथ भारत गौरव ट्रेन (Bharat Gaurav Tourist Train) की शुरुआत की है। वहीं सरकार के द्वारा इसका किराया 62370 रुपये प्रति व्यक्ति रखा गया है जिसमें पूरे 18 दिनों तक आपको विशेष सुविधाओं के साथ श्रीराम से जुड़े पवित्र स्थलों का दर्शन कराया जाएगा। इसमें बसों का किराया,वातानुकूलित होटल में ठहरने की व्यवस्था,स्वादिष्ट भोजन के साथ अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है। सरकार ने पर्यटकों के लिए इसी शुल्क में इंश्योरेंस की भी सुविधा दे रही है।
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आसान किस्तों में किराया
अगर कोई पर्यटक एक बार में पूरा किराया नही दे सकता तो इसके लिए आसान किस्तों में भी किराया को चुकाया जा सकता है। आईआरसीटीसी (IRCTC) ने इस टूर की बुकिंग प्रक्रिया को सुगम बनाने व ग्राहकों के लिए इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पेटीएम व रेज़रपे जैसी पेमेंट गेटवे संस्थाओं से करार किया है, जिससे टूर की राशि का भुगतान आसान किश्तों में भी किया जा सकता है। आप कुल राशि को 3, 6, 9, 12, 18 व 24 महीनों की आसान किश्तों मे भी जमा कर सकते हैं। डेबिट-क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भी किराए का भुगतान किया जा सकता है।
कॉविड का टीका जरूरी
अगर आप भी इस ट्रेन से उन तमाम जगहों को देखना चाहते हैं तो आईआरसीटीसी (IRCTC) से अपनी सीट बुक कर सकते हैं। आपको बता दें कि जो भी इस यात्रा में शामिल होंगे उन्हें कॉविड टीके का दोनों डोज को लेना जरूरी होगा। पर्यटकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह नियम लागू किया गया है। भारतीय रेलवे (Indian Railway) के द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया जाने वाले इस ट्रेन की तारीफ अब हर तरफ हो रही है।
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