हम सभी जीभ का इस्तेमाल टेस्ट के लिए करते हैं। कुछ लोग तो सेल्फी में जीभ निकालना भी बड़ा क्युट गेस्चर समझते हैं, लेकिन हम आपको एक ऐसे अनोखे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने जीभ का प्रयोग बड़े ही अलग अंदाज में करते हैं।
कौन हैं वह शख्स?
केरल (Kerala) के रहने वाले अनिल वरनम (Anil Varnam) के पास कला का एक अलग ही अंदाज है। वे ऐसे पहले भारतीय हैं, जो हाथों से या किसी ब्रश से नहीं बल्कि अपनी जीभ को पेंट ब्रश की तरह इस्तेमाल करके बेहतरीन चित्रकारी बनाते हैं।
अभी तक उन्होंने हजारों से अधिक पेंटिंग बनाई हैं, लेकिन वे ऐसा कैसे करते हैं? इसके जवाब में कहते हैं, “यह सब इश्वर की देन है। मैंने इसकी शुरुआत भी उन्हीं के नाम से की है।”
जीभ से कलाकृति (Tongue Painter) करने का कैसे आया ख्याल?
अनिल कहते हैं कि उन्होंने चित्रकारी की शिक्षा ली है और उन्हें खुद से बहुत उम्मीदें थी। उसी दौरान उन्हें अखबारों के माध्यम से वैसे कलाकारों के बारे में जानकारी मिली, जो शरीर के तरह-तरह हिस्सों से कलाकृति करते हैं।
कला बनाने के साथ ही जीभ से रंग भी बनाते हैं
उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी कला में सबसे अलग होना था इसलिए उन्होंने अपनी जीभ से चित्रकारी करने का निर्णय लिया। पहले वे अपनी जीभ में रंग लगाते हैं फ़िर जीभ से ही कैनवास पर कलाकृति करते हैं।
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बनाई सबसे बड़ी पेंटिंग
अनिल (Anil Varnam) ने अभी तक की सबसे बड़ी पेंटिंग बनाई है, जिसकी लम्बाई आठ फुट है। उनकी इस पेंटिंग की विशेषता यह है कि उसमें कुल 13 अलग-अलग चेहरे हैं और हर चेहरे पर एक अलग ही भाव है।
वह कहते हैं कि इस कला के लायक बनने के लिए छह वर्ष तक अभ्यास किया है, जिसके बाद वे जीभ से चित्रकारी करने में सक्षम हुए हैं। ‘द लास्ट सपर’ पेंटिंग, जिसे बनाने में अनिल को एक सप्ताह का समय लगा, लेकिन वहीं उन्होनें एक रिकॉर्ड के लिए पांच फिट लंबी पेंटिंग को दो घंटों में ही बना दी। उनका कहना है कि जीभ से पेंटिंग करना बहुत थकाऊ काम होता है।
इस अनोखे अंदाज से पेंटिंग करने में आने वाली समस्याओं के बारे में अनिल कहते हैं कि जीभ एक संवेदनशिल अंग है, जिससे इसे ब्रश की तरह प्रयोग करना कठिन कार्य नहीं है।
अद्भूत तरीके से पेंटिंग करने की राह आने वाली परेशानियां
वह कहते हैं कि जीभ से चित्रकारी करने में आंखों में परेशानी होती है क्योंकि वे कैनवास से सिर्फ 2 इन्च की दूरी पर रहती है। उनके आंखों में दर्द होने लगता है। ऐसे में दर्द से बचाव हेतू वे अपने एक आंख बंद करके रखते हैं, ताकि अधिक जोर न पड़े।
कई बार वे नाक बंद करके पेंटिंग करते हैं। उन्हें खाने का स्वाद भी कई बार नहीं आता है, लेकिन इन सबके बावजूद भी वे यह करते रहना चाहते हैं। वह कहते हैं, “मैं ऐसा अनोखा कार्य कर रहा हूं, जो और कोई नहीं कर सकता है।”
स्वास्थ्य को नुकसान
रंगों में मौजूद रसायनों से उनके स्वास्थ्य को हानि पहुंच रही है। उन्हें पीलिया बीमारी हो गई है, और जिगर में भी खराबी आ गई है। साथ ही पेंटिंग करते वक्त बार-बार पीछे हटने की वजह से उन्हें कमर दर्द की परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। इतनी समस्याओं के बाद भी वे इस कार्य को करना चाहते हैं।
अनिल कहते हैं कि वह एक ऐसा कलाकार बनना चाहते हैं, जिसकी कला सबसे अलग हो। वह कुछ भिन्न करना चाहते हैं, इसलिए वह यह जोखिम भरा कार्य कर रहे हैं।
विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
अब वे विश्व रिकॉर्ड बनाने की राह पर अग्रसर हैं। वे चाहते हैं कि अपने शरीर के अन्य हिस्सों का इस्तेमाल करते हुए चार तस्वीरें एक साथ बनाने का रिकॉर्ड बनाएं।
उनके अनुसार वे दो तस्वीरें बना सकते हैं, लेकिन एक साथ चार तस्वीरें बनाना कठिन कार्य है परंतु उन्हें भरोसा है कि वह इस मुश्किल कार्य को भी कर सकते हैं।
चलती मोटरसाइकिल पर बनाई है तस्वीरें
अनिल सिर्फ जीभ से ही नहीं बल्कि नाक और कोहनी से भी तस्वीरें बना सकते हैं। इसके अलावा वे चलती हुई बाइक पर चित्र बनाने के कारनामे को भी अंजाम दे चुके हैं। वे 40 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रही मोटरसाइकिल पर बैठकर 4-5 तस्वीरें बनाई है। हालांकि इस कारनामे में वे दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे, लेकिन वे निराश नहीं हुए हैं।उनका कहना है, “यदि आपको कुछ लगता है कि कर लेना चाहिए तो बस कर लेना चाहिए।”
The Logically उनके अदम्य साहस और पेंटिंग के प्रति जुनून को शत-शत नमन करता है।