डॉक्टर, इंजिनियर, आईएएस, आईपीएस बनने का सपना लगभग हर दूसरे व्यक्ति का होता है। हम में से कई लोग अपने सपने को साकार भी कर लेते हैं लेकिन वे लोग बहुत उदार होते हैं जो अपने लक्ष्य तक पहुंचने के बाद दूसरों को उनकी कामयाबी तक पहुंचने में मदद करते हैं।
आज की हमारी कहानी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आजाद चौक इलाके में नगर पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात IPS अंकिता शर्मा (Ankita Sharma) की है जो पहले खुद सफलता के शिखर पर पहुंची और अब ज़रूरतमंद लोगों की मदद कर रही हैं ताकि वे सपने को हकीकत में बदल सकें। वे छात्र जिनके पास यूपीएससी के ट्यूशन के लिए पैसे नहीं हैं, वह उन्हें पढ़ाकर उनकी सहायता कर रहीं हैं।
अंकिता शर्मा (Ankita Sharma)
अंकिता छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग जिले के एक छोटे से गाँव की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई अपने गाँव के सरकारी स्कूल से ही पूरी की है। उसके बाद अंकिता यूपीएससी की परीक्षा के लिए खुद को तैयार करने लगी। अंकिता दो बार प्रयास की परंतु उन्हें सफलता नहीं मिली। साल 2018 में अंकिता अपने तीसरे प्रयास में 203वीं रैंक लाकर यूपीएससी की परीक्षा में सफ़ल हुईं।
अंकिता कर रही हैं छात्रों को पढ़ाने का काम
आईपीएस अधिकारी (IPS Officer) अंकिता उन छात्रों की मदद करती हैं जो यूपीएससी की परीक्षा देना चाहते हैं, परंतु उनके पास महंगे महंगे कोचिंग इंस्टीट्यूट की फीस देने के लिए पैसे नहीं हैं। अंकिता हर रविवार UPSC की तैयारी कर रहें 25 छात्रों को पढ़ाने का काम कर रही हैं।
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अंकिता चाहती हैं रायपुर के बढ़ते हुए क्राइम को रोकना
अंकिता का इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने का मक़सद था कि वह रायपुर के बढ़ते हुए क्राइम को रोक सकें। ना सिर्फ़ अंकिता बल्कि इनके पति विवेकानंद शुक्ला (Vivekananda Shukla) भी देश की सेवा में जुटे हुए हैं। विवेकानंद आर्मी में मेजर हैं और अभी मुंबई में तैनात हैं।
The Logically अंकिता शर्मा के द्वारा की गई पहल की तारीफ करता है और उमीद करता है कि वह रायपुर के बढ़ते हुए क्राइम को रोक सकें।