“प्रयत्न करते रहो सफ़लता ज़रूर मिलेगी” इस कहावत को साबित करना हमारे देश की युवा पीढ़ी बखूबी जानती है। कुछ लोग एक बार असफलता प्राप्त करने के बाद हार मान जाते हैं और अपना कदम पीछे कर लेते हैं। कुछ युवा ऐसे भी हैं जो खेती-बाड़ी, मेहनत मजदूरी कर, अपने दैनिक दिनचर्या को पूरा कर रहे हैं। वहीं कुछ युवा ऐसे भी हैं जो बार-बार असफल होने के बाद भी अपनी मेहनत और लगन के दम पर सफलता प्राप्त कर सबके लिए उदाहरण बन रहे हैं। आज की हमारी कहानी ऐसे युवा की है जिन्होंने 40 बार फेल होने के बाद भी हार नहीं मानी और सफलता हासिल कर सबके लिए मिसाल मने। इनका नाम मेहनती युवाओं के श्रेणी में सबसे ऊपर आता है।
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अवध किशोर पवार
मुंबई (Mumbai) को “सपनों की नगरी” कहा जाता है। बहुत से युवा अपने सपने को पूरा करने के लिए मुंबई जाते हैं। कुछ अपनी लगन और परिश्रम से अपने सपने को पूरा करते हैं और कुछ हताश होकर लौट आते हैं। अवध किशोर पवार (Avadh kishor Pawar) की कहानी थोड़ी अलग है। वह मुंबई में नौकरी कर अपना जीवन-यापन कर रहे थे। इन सब कामों के बीच उनका एक ही सपना था UPSC परीक्षा पास करना। इस सपने के बारे में काफी सोच विचार करने के बाद वह दिल्ली लौट आए और UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। इन्होंने कोशिश तो बहुत की लेकिन बार-बार असफलता हाथ लगी। इन्होंने फिर भी हार नहीं मानी और लगातार अपने परिश्रम के बल पर प्रतिकूल परिस्थितियों को भी अनुकूल बनाया। इन्होंने UPSC परीक्षा के साथ बैंकिंग ( Banking) और राज्य प्रशासन सेवाओं (State administration services) के परीक्षा भी दिए, लेकिन यह इन सब भी असफल रहें। Avadh kishor Pawar ने लगभग 40 परीक्षाओं में असफलता प्राप्त की। यूपीएससी परीक्षा में 4 बार असफल होने के बाद भी हार नहीं माने और 5 वीं बार में UPSC परीक्षा पास कर अपने जज्बे को सबके सामने लाकर खड़ा कर दिये और यह साबित कर दिया कि कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती।
UPSC परीक्षा में 657वां स्थान
Avadh मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जन्मे और बहुत कठिनाइयों का सामना करते हुए पढ़ाई से जुड़े रहे। उनका सपना यूपीएससी परीक्षा पास करना था और उन्होंने यह करके भी दिखाया। अपने घर की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेने के साथ-साथ अपने सपने को भी साकार किये। ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ाई करने के उपरांत उन्होंने जब यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शहरी क्षेत्रों में शुरू की तो उस समय उन्हें काफी दिक्कतें आई। अवध यूपीएससी परीक्षा में 457वां स्थान प्राप्त करके सभी असफल युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने।
UPSC तैयारी के लिए नहीं किया कोई कोचिंग
एक इंटरव्यू में अवध ने बताया कि उन्हें रिक्शा चालक के बेटे से यूपीएससी परीक्षा पास कर ऑफिसर बनने की प्रेरणा मिली। फिर उन्होंने सोचा कि जब एक रिक्शा चालक का बेटा बिना किसी कोचिंग क्लास का यूपीएससी परीक्षा पास कर सकता है, तो मैं क्यों नहीं कर सकता? यही प्रेरणा लेकर आगे बढ़े और सफल हुए। यूपीएससी परीक्षा पास कर Avadh भोपाल में IRS के पद पर कार्यरत हैं।
बार-बार असफलता प्राप्त करने के बाद भी अपनी हिम्मत ना हारना और अपने सपनों को पूरा करने के लिए जी-जान लगाकर सफलता को अपने कदमों में झुकाना हमारे देश के युवा Avadh kishor Pawar से सीख सकते हैं। जिस मेहनत और लगन से अवध ने IRS (Internal Revenue Service) का पद संभाला उसके लिए The Logically इन्हें शुभकामनाएं देते हुए सलाम करता है।