Wednesday, December 13, 2023

चमोली आपदा में इस महिला IPS अफसर ने सम्भाली थी कमान, इसके पहले भी 7 चोटियों पर तिरंगा फहरा चुकी हैं

उत्तराखंड चमोली में हिमस्खलन से आए जलप्रलय ने काफी तबाही मचाई। पानी के तेज़ प्रवाह ने कई घर और जिंदगियां को खुद में समेट लिया। एनडीआरएफ और आइटीबीपी के जवान दिन रात रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। टीम को IPS अफसर अपर्णा कुमार (Aparna Kumar) लीड कर रही हैं। उत्तराखंड में रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाले हुए अपर्णा इससे पहले भी कई बहादुरी वाले कारनामें कर चुकी हैं। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर अपर्णा कुमार कौन है।

ITBP DIG Aparna Kumar leading rescue operation

(ITBP) DIG के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन

कर्नाटक के शिवमोगा की रहने वाली अपर्णा भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की DIG हैं। 2002 कैडर की IPS अफसर अर्पणा ने कर्नाटक से स्कूलिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद BA-LLB की। उनके पति संजय कुमार भी यूपी कैडर के IAS अफसर हैं।

ITBP DIG Aparna Kumar

7 चोटियों पर लहरा चुकी हैं भारत का तिरंगा

अपर्णा भारत की पहली ऐसी महिला हैं जिन्होंने दुनिया की 7 सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहराया है। वह माउंट एवेरेस्ट, माउंट एल्ब्रुस, माउंट डेनाली, माउंट किलिमंजारो, विन्सन मैसिफ, कार्सटेंस पिरामिड और माउंट एकांकागुआ पर चढ़ाई कर चुकी हैं। अलग-अलग महाद्वीपों की इन चोटियों को ‘7 समिट्स’ भी कहा जाता है। उन्होंने 2017 में दुनिया की 8वीं सबसे ऊंची चोटी माउंट मानसालु पर तिरंगा लहराया, जो नेपाल में है। बता दें कि मांउटएवरेस्ट पर चढ़ाई करने के लिए उन्होंने जुलाई 2014 में ABVIMAS एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स भी किया, जिसमें उन्हें A-Plus ग्रेड मिला था।

ITBP DIG Aparna Kumar leading rescue operation

दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाली पहली महिला अफसर

2019 में -40 डिग्री तापमान में दक्षिणी ध्रुव (साउथ पोल) पर उन्होंने चढ़ाई की। ऐसा करने वाली भी अर्पणा पहली भारतीय महिला अफसर है। बता दें कि इस दौरान उन्होंने कई भारी भारी उपकरण भी उठाए हुए थे।

ITBP DIG Aparna Kumar leading rescue operation

तेनजिंग नोर्गे अवॉर्ड से हुई सम्मानित

उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा भूमि साहसिक कार्य के लिए 2018 में तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार (Tenzing Norgay National Adventure Award) से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसे खेलकूद के लिए मिलने वाले अर्जुन पुरस्कार के समान माना जाता है। इसके अलावा उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से “रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार” भी मिल चुका है।