आज के दौर में हमारे देश की बेटियां सभी क्षेत्रों में सफलता का परचम लहरा रही हैं। कहीं वे गृहणी बनकर परिवार को संभाल रही है, तो कहीं शिक्षिका बनकर देश के बच्चों का भविष्य उज्ज्वल कर रही है। इतना हीं नहीं वे वर्दी पहन कर बॉर्डर पर देश की सुरक्षा भी कर रही हैं।
आज हम अपने देश की एक ऐसी बेटी की बात करेंगे, जो NASA JPL में ट्रेनिंग करने वाली पहली भारतीय छात्रा बनी हैं तथा इनका नाम इंडियन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है।
कौन है वे होनहार लड़की?
आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की 19 वर्षीय जाह्नवी (Janhvi Dangeti) भारत की पहली छात्रा हैं, जो अमेरिका स्थित नासा लॉन्च ऑपरेशन्स केनेडी स्पेस सेंटर (NASA Launch Operations Kennedy Space Centre) में इंटरनेशनल एयर ऐंड स्पेस प्रोग्राम (International Air and Space Program, IASP) को पूरा किया है।
बता दें कि जाह्नवी (Janhvi) को प्रोग्राम के लिए एक मेक्सिकन कंपनी से स्कॉलरशिप मिली थी और उसी के बदौलत वो प्रोग्राम का हिस्सा बन पाईं। IASP के लिए जाह्नवी समेत दुनिया के 20 युवाओं को चयनित किया गया था, जहाँ जाह्नवी को टीम केनेडी का मिशन डायरेक्टर बनाया गया।
इंजीनियरिंग की है छात्रा
जाह्नवी (Janhvi Dangeti) इंजीनियरिंग सैकेण्ड ईयर की छात्रा है। वे पंजाब के जालंधर शहर के LPU यूनिवर्सिटी से इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं। उनका सपना मंगल ग्रह पर पहुंचने वाली प्रथम भारतीय बनने का है तथा वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर अवसर का सही इस्तेमाल करती है। इसके लिए वह अलग-अलग प्रोजेक्ट्स, वर्कशॉप्स और हैकाथॉन्स में भी भाग लेती है। उनकी टीम ने 16 Preliminary Discoveries और एक Provisional Discovery भी की है।
स्कूबा डाइविंग में भी हैं माहिर
इंजीनियरिंग की छात्रा जाह्नवी (Janhvi) स्कूबा डाइविंग में भी माहिर है। वह बताती हैं कि ग्रहों के बारे में उनकी दादी के सोने के समय की कहानियों सुनाया करती थी, जिसने उनकी रुचि को जगाया। उन्होंने विभिन्न स्थानों पर ओपन वाटर स्कूबा डाइविंग का प्रशिक्षण भी लिया है। वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित ओपन वाटर स्कूबा डाइवर भी है जो की उनके कुशल क्षमता को प्रेरित करता है।