इन दिनों भारत पूरी तरह से कोरोना के चपेट में है। रोजाना लोगों की जाने जा रही है। इस कठिन दौर में बहुत से देश भारत की मदद के लिए सामने आते दिख रहे है। ऐसे में हमारे देश की आम जनता भी मदद से पीछे नही हटी। लोग एक दूसरे की भरपूर सहायता करते हुए दिख रहे है। आज हम बात करेंगे, भोपाल के रहने वाले जावेद (Javed) नामक एक ऑटो चालक की, जिन्होंने कोरोना मरीजों की मदद के लिए अपनी पत्नी के गहना तक बेच दिया।
ऑटो को एम्बुलेंस में की तब्दील
जावेद (Javed) रोजाना ऑटो चलाकर 300 रुपये कमाते है। फिर भी उन्होंने इस कोरोना महामारी में लोगों की मदद करने से अपने आप को पीछे नही किया। लोगों की मदद के लिए उन्होंने अपने ऑटो को एम्बुलेंस में तब्दील कर दी। उन्होंने ऑक्सिजन रहित ऑटो बनाने के लिए अपने पत्नी का गहना तक बेच दिया।
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ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर और सैनिटाइज़र दोनों है मौजूद
जावेद ने एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि, उन्होंने कोरोना मरीजो को अस्पताल पहुंचाने के लिए अपने ऑटो को एम्बुलेंस में बदल दिया। वह उन लोगों की मदद करते है जिनके पास अस्पताल में एम्बुलेंस से जाने के लिए पैसे नही होते या फिर उनको एम्बुलेंस नही मिल पा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि, उनके ऑटो में ऑक्सीजन सहित सैनिटाइजर तथा प्लास्टिक सीट भी है जिसकी मदद से संक्रमण से बचा जा सकता है।
जावेद के तरह कई लोग मदद के लिए सामने आ रहे है। हमें भी अपने आस-पास के कोरोना मरीजों के साथ भेद-भाव नही करनी है। 2 गज की दूरी बनाकर तथा मास्क पहन कर हम उनकी सहायता कर सकते है तथा उनको अस्पताल पहुंचाने में उनकी मदद भी कर सकते है। फिर हम सब मिलकर इस महामारी को जरूर हरायेंगे।