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दुकानों से कपड़ों की कटपीस इकठ्ठा कर 87 वर्षीय जोशी अंकल थैला सिलते हैं और उसे 40-60 रुपये में बेचते हैं

दुनिया प्रेरणादायी लोगों से भरी है, हर दिन हमें ऐसे अनेकों लोग मिल जाएंगे जो अपने अथक प्रयास से आत्मनिर्भरता का मिशाल बन रहे हैं।

कुछ दिनों पहले दिल्ली में बाबा की ढाबा को लोगों से सोशल मीडिया के जरिये प्रभावशाली बना दिया, लेकिन कहानी वहीं खत्म नही होती। दुनिया मे ऐसे ही अनेकों लोग हैं जो अपनी अभेद्य मेहनत से खुद की तकदीर बदल रहे हैं।

जोशी अंकल मुम्बई वाले

87 वर्षीय जोशी अंकल की कहानी आपके जहन में जोश भरने के लिए काफी होगी। अपनी लाचार अवस्था को मात देते हुए जोशी अंकल खुद की मेहनत से अपना पेट भरते हैं।

पुराने कपड़ों से सिलते हैं थैला
जोशी अंकल(Joshi Uncle) शहर के दर्जियों के दुकानों में घूमकर कपड़ो के टुकड़ों को इकठ्ठा करते हैं और उससे खुद थैला सिलते हैं। अपने थैलों को ये 40-60 रुपये में बेचकर अपना खर्च चलाते हैं!

जोशी अंकल मुम्बई के Phakede road Dombivali में घूमकर थैला बेचते हैं, अगर मौका मिले तो इनसे मिलकर एक थैला जरूर खरीदें।

आप इस नम्बर पर जोशी अंकल से सम्पर्क कर सकते हैं – 8291036120

अंजली पटना की रहने वाली हैं जो UPSC की तैयारी कर रही हैं, इसके साथ ही अंजली समाजिक कार्यो से सरोकार रखती हैं। बहुत सारे किताबों को पढ़ने के साथ ही इन्हें प्रेरणादायी लोगों के सफर के बारे में लिखने का शौक है, जिसे वह अपनी कहानी के जरिये जीवंत करती हैं ।

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