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पिछले 3 वर्षों से गरीब, कुपोषित, कुष्ठ रोगियों और जरूरतमन्दों के लिए मसीहा बन गया दिल्ली का यह अकाउंटेंट: करमवीर सिंह

खूबसूरत सा दिल और मोहब्बत बेपनाह रखो क्योंकि आदमी दिल से अमीर होता है पैसों से नही। जी हाँ अक्सर हमारे आस पास कोई ऐसी घटना घटती है जो हमें पूरी तरह झकझोर देती हैं और हम उसी के बारे में सोचते रहते हैं कुछ करना चाहते हैं जरूरतमंदो की मदद करना चाहते है। ऐसी ही एक घटना कर्मवीर सिंह के साथ घटित हुई और उन्होंने एक ऐसा कार्य किया जो उन्हें आम से खास बनाता है।

करमवीर का परिचय

कर्मवीर सिंह दिल्ली में रहते है वह एक निजी कम्पनी में एकाउंटेंट है। कर्मवीर संस्थापक है कर्मवीर सेवा ट्रस्ट के। इस संस्था के कार्य है भूखे बच्चों को भोजन कराना, शिक्षा के लिए प्रेरित करना, कुपोषण के विरूद्ध जंग, कुष्ठ रोगियों की सेवा, गरीब बे सहारा लोगो की मदद करना आदि।

ऐसे हुई शुरुआत

The Logically से बात करते समय करमवीर ने बताया कि- 3 वर्ष पूर्व कर्मवीर ने एक बच्चे की कुपोषण से मृत्यु होते देखी थी खाना ना मिलने के कारण उसकी मृत्यु हुई। इस बात ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया वह तभी से गरीब, कुपोषित व कुष्ठ रोगियों की मदद करने लगे।

आसान नहीं की राह

कर्मवीर बताते है जब मैंने यह काम शुरू किया था तो मैं अकेला था मेरे साथ कोई नही था वह आगे बताते है लोग गरीब, बेसहारा व जरूरतमंद लोगों की मदद करने की बजाए उन्हें हीन भावना से देखते है जोकि बेहद दुखद है। यहाँ तक कि कर्मवीर को भी लोगो ने ताने दिए, उल्टा सीधा बोला तथा फण्ड की कमी के कारण भी शुरुआत में उन्हें काफी परेशानी हुई परन्तु उन्होंने हार नही मानी और वह अपने काम मे लगे रहे आज उनकी 10 लोगो की टीम है।

Karamveer singh During Sewa

लॉक डाउन में भी की लोगों की मदद

कोरोनकाल एक ऐसा काल आया जिसके बारे में ना हमने कभी सोचा था ना ही कभी सुना था। मास्क, हैंडवाश, सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग इसी में सिमट कर रहे गए थे हम सब लोग। जहां एक ओर आम जन आपस मे दूरी बनाए हुए थे वही कर्मवीर मजबूर, गरीब, बेसहारा,प्रवासी मजदूर कुष्ठ रोगियों व कुपोषित लोगो की मदद कर रहे थे। उन्होंने अपनी जान की परवाह किये बिना हजारों लोगों की सेवा की।
कर्मवीर बताते है वह लॉक डाउन से पहले लगभग 300 बच्चों को भोजन कराते थे, परंतु लॉक डाउन में जिम्मेदारी बढ़ गई और इस दौरान प्रवासी मजदूरों एवम् अन्य जरूरतमंद लोगो की मदद की, 8000 से ज्यादा लोगो की मदद कर चुके हैं।

बढ़ा रहे है लोगो का हौसला

“मन के हारे हार है मन के जीते जीत” कर्मवीर इस पंक्ति को सत्य सिद्ध करते है। वह गरीबो को भोजन, जरूरतमन्दो की मदद करने के साथ साथ बच्चो को पढ़ाई के लिए जागरूक कर रहे है तथा लोगो में तुम सब कर सकते हो का हौसला भी जगा रहे है। और सभी लोग उनसे प्रेरित होकर बेहतर तरीके से जीवन जीने का प्रयास कर रहे है।

कर्मवीर सिंह हम सभी के लिए प्रेरणा है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी धीरज नही खोया और जरूरतमंदो की मदद कर एक मिसाल कायम की है। उनकी संस्था का नाम कर्मवीर सेवा ट्रस्ट है, The Logically के पूरी टीम के तरफ से हम उनके बेहतर भविष्य की कामना करते है।

आप कर्मवीर सिंह जी से फेसबुक पर भी जुड़ सकते है

दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए और ट्रांसलेशन कर चुकी है अनु साहित्य में विशेष रुचि रखती हैं। इनकी रचनाएँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं तथा वेबसाइटों पर प्रकाशित होती रहती हैं। वर्तमान में फ्रीलांसर राइटर, एडिटर, प्रूफरीडर तथा ट्रांसलेटर का कार्य कर रही हैं।

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