आमतौर पर फल का सेवन करना सेहत के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। उसमें कई प्रकार के विटामिन्स और मिनिरल्स मौजूद होते हैं जो स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाते हैं। ऐसे में अधिकांश लोग फलों का सेवन करना बेहतर समझते हैं इसलिए मार्केट में फलों की डिमांड भी बनी रहती हैं और इसकी खेती करने वाले किसानों को भी अच्छा मुनाफा होता है।
लेकिन इस आर्टिकल के माध्यम से आपको एक ऐसे फल के बारें में पता चलेगा जिसके बारें में जानकारी नहीं होने की वजह से किसान अधिक लाभ कमाने के मौके दूर हो जाते हैं। तो चलिए जानते हैं उस फल के बारें में विस्तार से-
ताड़गोला फल (Tadgola Fruit)
अभी तक आप सभी अनेकों वेरायटी के फल देखे होंगें जैसे आम, केला, सेव, अनानस, एवाकाडो, लीची, पपीता आदि। लेकिन हम बात कर रहे हैं ताड़गोफल की, जो देखने में बिल्कुल बर्फ के टुकड़ें जैसे प्रतीत होते हैं। इसलिए इसे “आइस एप्पल” (Ice Apple) के नाम से भी जाना जाता है। वहीं इसकी खेती करके किसानों को अधिक मुनाफा भी हो रहा है।
ताड़गोला के फायदें-
आमतौर पर आइस एप्पल या ताड़गोला की खेती (Tadgola Farming) भारत के महाराष्ट्र, तमिलनाडू और ओड़िशा राज्यों में की जाती है। बर्फ जैसे दिखने वाले इस फल में प्रोटीन, कैल्सियम, विटामिन A, C, E, K और B2, फाइबर और आयरन की प्रचुरता पाई जाती है। जबकि इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है। काफी पौष्टिक तत्वों के पाए जाने की वजह से गर्मियों जे मौसम में इसका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होता है।
यह भी पढ़ें:- अंजीर की खेती से बदली किस्मत, आज मात्र 1200 पौधों से कमा रहे 22 लाख रूपये: गोपाल सिहाग
कई बीमारियों में लाभदायक साबित होता है ताड़गोला का फल
ताड़गोला में औषधीय गुण पाए जाने की वजह से यह शरीर से पित्त बाहर निकालता है और साथ ही पुरुषों में वीर्य की मात्रा को बढ़ाने में सहायक होता है। इस फल को खाने से कई बीमारियों में राहत मिलती है जैसे यह खून को साफ करने करता है, पाचन क्रिया को सही करता है। इसके अलावा यह हार्ट अटैक और डायबीटीज जैसी बीमारियों में लाभदायक साबित होता है।
वजन को करता है नियन्त्रित
स्वाद में रसीला और खट्टा-मीठा लगने वाले ताड़गोला के फल को खाने से वजन नियन्त्रित रहता है, क्योंकि इसमें 100 ग्राम ताड़गोला में कैलोरी की मात्रा केवल 43% होता है। ऐसे में यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो इस फल का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, अधिकांश आम जनों के साथ-साथ किसानों को भी इसके बारें में जानकारी नहीं है।
कैसे करें ताड़गोला फल की खेती (How to Cultivate Tadgola)?
खेती से अधिक फायदा कमाने की ख्वाइश रखने वाले किसानों के लिए ताड़गोला की खेती (Tadgola Ki Kheti) फायदेमंद विकल्प है। इस फल को उन क्षेत्रों के किसान भाई आसानी से उगा सकते हैं जहां का तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस होता है। वहीं इसकी खेती के लिए किसान भाई रेतीली या किसी भी प्रकार की मिट्टी का प्रयोग कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें:- Fashion Designing के बाद शुरू की Goat Farming, आज कर रही हैं अच्छी आमदनी
कब करें ताड़गोला फल की खेती?
सभी फलों को उगाने के लिए एक निश्चित समय होता है उसी प्रकार ताड़गोला के पौधें को लगाने के लिए जुलाई से अगस्त तक का महीना सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि हमारे भारत देश में इन दो महिनों में मानसून रहता है जिससे ताड़गोला की सिंचाई भी अच्छी तरह से हो जाती है साथ ही उसे विकसित होने के लिए नमी युक्त मिट्टी भी मिल जाती है। चूँकि, इसके पौधें को एक समय अन्तराल पर सिंचाई की आवश्यकता होती है इसलिए मानसून में इसे लगाना अच्छा साबित होता है।
किसानों को होता है बेहतर आमदनी
ताड़गोला के पौधें जब विकसित हो जाते हैं उसके बाद ही उसमें फल आने शुरु हो जाते हैं। ऐसे में किसान भाई फलों को मार्केट में बेचकर अच्छा-खासा मुनाफा कमा सकते हैं। इसकी खेती देश की कुछ ही राज्यों में होती है इस वजह से इसकी मांग अधिक है ऐसे में किसान अपने द्वारा तय किए गए कीमतों पर बेचकर अच्छी कमाई कर लेते हैं। यदि आप भी खेती-बाड़ी करके फायदा कमाना चाहते हैं तो ताड़गोला की खेती का विकल्प चुन सकते हैं।
सरकार भी दे रही है मदद
विशेषज्ञों के अनुसार, फल की मांग को अधिक बढ़ाने के लिए पूरे देश के किसानों को प्रोत्साहित करना चाहिए। वहीं सरकार भी इसकी खेती के लिए प्रोत्साहित करने के अलावा छोटे किसानों को इसकी खेती के लिए सहायता भी पहुँचा रही है। ऐसे में यदि बड़े पैमाने पर किसान भाई ताड़गोला फल की खेती (Tadgola Farming) करें तो अभी तक गुमनाम इस फल को फिर से एक पहचान मिल सकेगी और देश भर के मार्केट में इसे देखा जा सकेगा।
यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगे तो इसे लाइक और शेयर जरुर करें साथ ही ऐसे ही अन्य बेहतरीन आर्टिकल पढ़ने के लिए The Logically के साथ बने रहें।