अब लगभग सभी जगह सर्दी खत्म हो चुकी है और गर्मी बढ़ रही है। अब ऐसे में AC की बिक्री बढ़ना स्वाभाविक है। अगर आप एक नए AC की तलाश में है तो आप इन्वर्टर AC खरीद सकते हैं।
दरअसल आज हम आपको AC में इन्वर्टर टेक्नोलॉजी (Inverter Technology) के बारे में बता रहे हैं। एसी में इन्वर्टर टेक्नोलॉजी (Inverter Technology) इलेक्ट्रिक वोल्टेज, करंट और फ्रीक्वेंसी के लिए कंट्रोलर के तौर पर काम करती है। बता दें कि यह इन्वर्टर AC (Inverter AC) को कंप्रेसर में पावर की सप्लाई में कूलिंग (Cooling) या हीटिंग (Heating) को कंट्रोल करने की अनुमति देता है। इसके अलावा यह Inverter AC को कूलिंग इफेक्ट पर सही कंट्रोल रखता है। – Features and benefits of non-inverter and inverter AC.
Non-Inverter AC के फीचर्स
Non-Inverter AC में सिर्फ Temperature को Adjust करने के लिए कंप्रेसर को ऑन या बंद करने का ऑप्शन होता है, जो कि तय कूलिंग पावर के साथ आते हैं यानी आसपास के Temperature के आधार पर AC कंप्रेसर को ऑन या बंद कर सकता है। इन दोनो में बड़ा अंतर यह है कि वह कूलिंग और हीटिंग को मैनेज करने के लिए एसी के कंप्रेसर को ऑपरेट और हैंडल करते हैं। इन्वर्टर AC के पास अपनी ऑपरेटिंग कैपेसिटी में हेरफेर करने का ऑप्शन नहीं होता, लेकिन गैर-इन्वर्टर AC (Non-Inverter AC) सिर्फ एक तय कैपेसिटी पर ही काम कर सकते हैं।
Non-Inverter AC, Temperature में कर सकता है बदलाव
गैर-इन्वर्टर एसी (Non-Inverter AC) की कूलिंग या हीटिंग कैपेसिटी को एडजेस्ट करने के लिए आप कंप्रेसर को मॉड्यूल नहीं कर सकते। रिपोर्ट के अनुसार 1.5-टन का इन्वर्टर AC 0.3-टन और 1.5-टन के बीच काम कर सकता है, जबकि नॉन-इन्वर्टर AC हमेशा 1.5-टन पर काम करेगा। इसके अलावा ईन्वर्टर AC, Temperature को स्थिर रख सकते हैं, जबकि नॉन-इन्वर्टर एसी के साथ Temperature अलग-अलग हो सकता है। अगर आपने AC को 24-डिग्री पर सेट किया है तो एक इन्वर्टर एसी पूरे ऑपरेशन के दौरान उतना ही Temperature बनाए रखेगा, लेकिन नॉन-इन्वर्टर AC Temperature को 1 या 2 डिग्री बढ़ा या घटा सकते है। – Features and benefits of non-inverter and inverter AC.
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R32 रेफ्रिजरेंट देता है बेहतर कूलिंग
मॉडर्न Inverter AC R32 रेफ्रिजरेंट ना केवल बेहतर कूलिंग देता हैं, बल्कि कम हानिकारक एमिशन भी छोड़ते हैं। आपको बता दें कि Inverter AC, Non-Inverter AC से महंगे होते हैं, लेकिन लंबे समय में उनकी ऑपरेटिंग कॉस्ट (Operating Cost) कम है, क्योंकि वह जरूरत के हिसाब से हाई और लो दोनों कैपेसिटी दे सकता है। Non-Inverter AC कंप्रेसर को बंद कर जरूरत पड़ने पर फिर से चालू कर सकता है, जबकि कंप्रेसर को फिर से ऑन करने के लिए खपत की गई बिजली इसे बंद करने से बचाई गई बिजली से भी अधिक हो सकती है।
Non-Inverter AC होता है अधिक टिकाऊ
Inverter AC में कंप्रेसर अधिक टिकाऊ होते हैं और नॉन-इन्वर्टर AC के मुकाबले लंबे समय तक चलते भी हैं। इसके अलावा नॉन-इन्वर्टर AC के मुकाबले कम ऑपरेटिंग साउंड होता है तथा वह क्वाइट मोड पर भी चल सकता है। आपको बता दें कि Inverter AC के और भी कई फायदे है, हालांकि Inverter AC का मेंटेनेंस कॉस्ट ज्यादा है। – Features and benefits of non-inverter and inverter AC.