किसी भी रिश्ते में शरीर भले ही खत्म हो जाए लेकिन उससे जुड़े जज्बात और एहसास कभी खत्म नहीं होते हैं। दुनिया से हमेशा के लिए चले जानेवाले अक्सर अपनी यादें छोड़ जाते हैं जो कभी-कभी किसी के लिए बोझ बन जाता है तो वहीं कभी किसी के जीने का सहारा बन जाता है। कुछ लोग यादों को सहेज कर रखते हैं तो कुछ लोग उस अहसास को जिन्दा रखने, उसे वापस लाने की कोशिश करते हैं।
कोलकाता (Kolkata) के एक शख्स ने भी अपनी स्वर्गवासी पत्नी को याद करने और हमेशा अपने सामने रखने के लिए एक बेहद ही सिलिकॉन स्टैच्यू (Silicone Statue) बनवाया है, जिसे देखकर लगता है जैसे स्वयं उनकी पत्नी ही हों। इसी कड़ी में चलिए जानते हैं उस शख्स के बारें में-
पति ने दिया पत्नी की यादों को मूर्त रूप
कोलकाता (Kolkata) के रहनेवाले 65 वर्षीय तपस शांडिल्य (Tapas Shandilya) ने कोरोना की दूसरी लहर में अपनी पत्नी इन्द्राणी (Indrani) को हमेशा के लिए खो दिया। आप समझ सकते हैं कि एक लंबे समय से किसी के साथ रहने के बाद जब वह इन्सान इस दुनिया से अलविदा होता है तो वह दुख कितना असहनीय होता है। तपस के लिए भी पत्नी के गुजरने का दुख असहनीय था।
हमेशा अपनी पत्नी को नजरों के सामने देखने वाले तपस को पत्नी के जाने का दुख सहा नहीं जा रहा था। ऐसे में उन्होंने इस दुख को कम करने और पत्नी के यादों को सहेजने के लिए पत्नी का सिलिकॉन स्टैच्यू बनवाया जिसे देखकर एक बार के लिए नजरें भी धोखा खा जाती हैं। उन्होंने पत्नी के सिलिकॉन स्टैच्यू जो सोने के आभूषणों और सिल्क की साड़ी के साथ सुसज्जित है, को उनकी पसंद वाली जगह झूले पर बैठाया है।
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सिलिकॉन स्टैच्यू बनवाकर पूरी की पत्नी की इच्छा
एक इंटरव्यू के दौरान तपस बताते हैं कि, वे 10 साल पहले अपनी पत्नी के साथ मायापुर स्थित इस्कॉन टेम्पल गए थे जहां उनकी पत्नी की नजर भक्तिवेदांत स्वामी की जीवंत प्रतिमा पड़ पड़ी। उस जीवंत प्रतिमा ने अपनी आकर्षण शक्ति से तपस और इन्द्राणी के मन को जीत लिया। उसी दौरान इन्द्राणी ने मजाक में ही तपस से कहा कि, यदि तुमसे पहले मेरी मौत आ जाए तो ऐसी ही प्रतिमा बनवा देना।
कोरोना की दूसरी लहर में 4 मई 2021 में इन्द्राणी हमेशा के लिए अपने घर-परिवार और रिश्ते-नातेदार को छोड़कर हमेशा के लिए इस दुनिया से चल बसीं। उसके बाद तपस को पत्नी की बात याद आई और उन्होंने पत्नी की जीवंत प्रतिमा बनवाने की इच्छा पूरी करने का फैसला लिया और सिलिकॉन स्टैच्यू बनवाकर पूरा भी किया।
ढाई लाख रुपये खर्च करके बनवाई सिलिकॉन स्टैच्यू
इन्द्राणी की सिलिकॉन स्टैच्यू (Silicone Statue) को बनाने में 6 महीने का लम्बा समय और कड़ी मेहनत लगी। इस प्रतिमा की कीमत 30 किलोग्राम है और इसे बनवाने में ढाई लाख रुपये की कूल लागत खर्च हुई है। पत्नी की सिलिकॉन स्टैच्यू के बारें में तपस (Tapas Sandilya) कहते हैं कि, इस स्टैच्यू को देखकर पत्नी के साथ होने का अनुभव होता है।