फलों का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिये बहुत अधिक फायदेमंद है। डॉक्टर भी ताजे फल खाने की सलाह देते हैं। फलो के सेवन से हमारे शरीर में उर्जा की पर्याप्त मात्रा बनी रहती है। इसके सेवन हमें स्वास्थ्य सम्बंधी बीमारियों से बचाता है। उदाहरण के लिये फलों का सेवन हमारे शरीर को बीपी, रक्तचाप, मधुमेह जैसी अन्य बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।
फल के इतने सारे फायदे हैं। फिर भी कई लोगों को फल की खेती काफी मेहनत का कार्य लगता है। परंतु आज हम आपको ऐसे ही एक फल के बारे में बताने जा रहें है जो स्वास्थ्य के लिये बहुत ही फायदेमंद है और उसकी खेती भी आसानी से की जा सकती है।
“ड्रैगन फ्रूट” दिखने में बेहद खुबसूरत दिखाई पड़ता है तथा यह स्वास्थ्य के लिये भी काफी फायदेमंद होता है। इसमे कई प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते हैं। उदाहरण के लिये ड्रैगन फ्रूट में एंटी ऑक्सिडेंट, विटामिन C, विटामिन B, प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट मौजूद है। यह फल प्लेटलेट्स को बढ़ाता है तथा डेंगू जैसी बीमारियों में बहुत लाभकारी सिद्ध होता है। यह फल एग्जॉटिक कैकट्स के प्रजाति का पौधा है। इसी वजह से इस फल को उगाने के लिये पानी की आवश्यकता बहुत कम होती है।
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डॉ. श्रीनिवास राव हैदराबाद के रहने वाले हैं और वह “ड्रैगन फ्रूट” की खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि यदि सही पौधे की खेती की जाये तो 1 एकड़ की भूमि से काफी फायदा कमाया जा सकता है। बाजार में यह फल बहुत अधिक महंगा बिकता है। डॉ. राव भी इस फल को 250 रुपये किलो में बिक्री करते हैं।
ड्रैगन फ्रूट की किस्में
इस फल की बहुत प्रजातियां है परंतु हमारे यहां विशेष तौर पर 3 तरह की प्रजातियां पाई जाती हैं। लाल फल गुदे के साथ, सफेद फल गूदे के साथ, पीला फल गूदे के साथ।
ड्रैगन फ्रूट को बहुत ही सरलता से अपने घर के छत या किचन गार्डेन में उगाया जा सकता है। इन्दिरा साह बेंगलुरु की रहनेवाली हैं। इनकी उम्र 62 वर्ष है। वह अपने टेरेस गार्डेन में ड्रैगन फ्रूट उगाती है। वह ड्रैगन फ्रूट के 2 पौधे लगाई है जिससे 15 से 20 फल सरलता से प्राप्त हो जाते हैं। यदि कोई चाहे तो इसके अधिक पौधे भी लगा सकता है। ड्रैगन फ्रूट के सीधे फल का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा इसका जूस और आईसक्रीम बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।
ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन करने के तरीके
ड्रैगन फ्रूट को इसके बीज या कलम दोनों प्रकार से उपजाया जा सकता है। बीज से ड्रैगन फ्रूट का पेड़ भी अन्य पौधे की तरह ही उपजता है। ड्रैगन फ्रूट के बीज को छोटे, बड़े या ग्रो बैग में भी मिट्टी रखकर बोया जा सकता है। लेकिन इसकी एक विशेषता है कि इस विधि से पौधे पर कैप आने में चार से पांच वर्षों का समय लग सकता है। इसिलिए सबसे बेहतर तरीका है कि नर्सरी से ड्रैगन फ्रूट की सैंपलींग से या यदि किसी के पास यह फल रोपा हुआ हैं तो उसके यहां के पेड़ से कलम लाकर उगाना चाहिए।
पेड़ के कलम से ड्रैगन फ्रूट लगाने का तरीका
1 किसी ड्रम या गमले में पॉटिंग मिक्स तैयार करके इसमे लाल मिट्टी, कोकोपीट, खाद और रेत मिलाना चाहिए।
2 उसके बाद ड्रैगन फ्रूट के पौधे एक कलम काट कर उसको तीन-चार छाव में सूखने के लिये छोड़ दे।
3 फिर उसे मिट्टी में लगाकर उसमें पानी डाल दे। गमले को ऐसी जगह रखना चाहिए जहां धूप आती है। ड्रैगन फ्रूट को बढ़ने के लिये धूप की जरुरत होती है।
4 ड्रैगन फ्रूट को पानी की आवश्यकता कम होती है, इसलिए बस मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिए।
5 ड्रैगन फ्रूट को सहारे के लिये एक लड़की लगाकर ड्रैगन फ्रूट को बांध देना चाहिए।
इन्दिरा साह ने बताया कि जब ड्रैगन फ्रूट बढ़ने लगता है तो उसे अधिक देखभाल की जरुरत नहीं होती है। 3 महीने में एक बार उसमें खाद अथवा होम कम्पोस्ट डाल देना चाहिए।
ड्रैगन फ्रूट के फूलों में पॉलीनेशन रात के समय में होता है। यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो इसे खुद से भी किया जा सकता है। पॉलीनेशन करने के लिये मादा फूल से पराग लेकर उसके पास लगे छोटे से नर फूल में डाल दिया जाता है।
The Logically अपने इस कहानी के माध्यम से उम्मीद करता है कि पाठकों को ड्रैगन फ्रूट जैसे लाभदायक और महंगे फलों की खेती करने मे सहायता प्रदान करेगा।