आज के इस तनाव भरी ज़िन्दगी में बागबानी करना एक सुकून सा देता हैं और आजकल तो टेरेस गार्डनिंग काफी चलन में हैं। बड़े-बड़े शहरों में जगह की कमी के कारण मेट्रो सिटीज के लोग टेरेस गार्डनिंग का रुख कर रहे हैं। अपने घर के छत पर ही वह जैविक खेती और बागबानी कर रहे हैं। इससे वह तनाव मुक्त भी रहते है और जैविक तरीके से उगाई गयी फल और सब्जियां स्वास्थ के लिए फायदेमंद है। कुछ लोग टेरेस गार्डनिंग की शुरुआत करते भी हैं तो सही जानकारी ना होने के कारण सफलता नही मिलने पर बीच मे ही छोड़ देते हैं तो कुछ बागबानी का शौक होते हुए भी नहीं कर पाते क्योंकि उन्हें पता ही नही होता कैसे और कहा से इसकी शुरुआत करे।
अगर आप भी टेरेस गार्डनिंग करने की सोच रहे हैं आज का यह ब्लॉग आप के लिए हैं।
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टेरेस गार्डनिंग के बारे में जानने के लिए हमने दिल्ली के ज़ीरो बजट नेचुरल फार्मिंग फाउंडेशन( Zero budget natural farming foundation) के संस्थापक दीपक राघव(Deepak raghav) और चेन्नई के एक्चा फार्म्स( Ekcha farms) के राहुल से बात की। राहुल को हयड्रोपोनिक्स और दीपक को रूफटॉप गार्डनिंग में महारत हासिल हैं। यह दोनों बताते है कि-:
- टेरेस गार्डनिंग के लिए सबसे महत्वपूर्ण सही जगह का चुनाव होता हैं। छत पर जगह चुनने के समय यह ध्यान रखना पड़ता है कि जहां पर आपको बागबानी करना वहाँ पर धूप सही से आए।
- अगर धूप ज़्यादा आती है तो उसे जगह को शेड से कवर कर दे। या फिर उस जगह पौधे रखे ही नही ।
- पौधे लगाने के लिए घर की पुरानी बाल्टी, बर्तन, डब्बे या फिर ग्रोबैग्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ग्रोबैग्स लेते समय ध्यान रखे कि यह वाटरप्रूफ हो।
- छत पर अगर जैविक खेती करने की सोच रहे हैं तो फलिया, बैगन, टमाटर, मिर्च की खेती से शुरुआत कर सकते हैं। अगर छत पर जगह ज़्यादा है तो उसमें आलू, गाजर जैसे सब्ज़िया भी उगाई जा सकती हैं।
- अगर छत मजबूत है तो इसपर आप सब्जियों और फूलों के अलावा फल भी लगा सकते हैं।
- फल-सब्जियों के बीज लेते समय देसी बीज का चुनाव करे। देसी बीज किसी भी जलवायु में खराब नही होता हैं।
- बागबानी के लिए मिट्टी तैयार करना भी बहुत महत्पूर्ण हैं। मिट्टी तैयार करते समय सामान्य मिट्टी, कोको पीर और वर्मी कम्पोस्ट को बराबर मात्रा में मिलाए।
- पौधों को नियमित पानी दे। गर्मियों के मौसम में दिन में दो बार पानी देना चाहिए।
टेरेस गार्डनिंग 3 हज़ार रुपये में कर सकते हैं
बहुत लोगो को लगता है कि बागबानी करने में बहुत पैसे खर्च होंगे। पौधों के रख रखाव में भी पैसे लगेंगे तो ऐसा बिल्कुल नही हैं। टेरेस गार्डनिंग की शुरुआत 3 हज़ार रुपये में ही की जा सकती हैं। गमले खरीदने की जगह घर मे रखी बाल्टी या डब्बे का इस्तेमाल कर सकते हैं। बीज और मिट्टी के लिए स्थानीय किसान से संपर्क कर सकते है। खाद के लिए गोबर या फिर किचन वेस्ट का इस्तेमाल करिए। इन सब तरीके से टेरेस गार्डनिंग बहुत कम पैसों में की जा सकती हैं।
धैर्य बनाए रखे
दीपक और राहुल बताते है कि बागबानी में धर्य की बहुत जरूरत होती हैं। इसलिए अगर आप पहले प्रयास में सफल नही हो पाए तो निराश हो कर बागबानी मत छोड़िए। मेहनत और धैर्य के साथ इसे करेंगे तो आपकी भी बागबानी सफल होगी।