Wednesday, December 13, 2023

इस इंजीनियर ने नौकरी छोड़ शुरू किया चाय बेचना, कुछ ही दिनों मे 7 बड़े-बड़े Cafe खोल डाले

आजकल एक तरफ जहां युवा पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करना चाह रखते हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ युवा अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर खुद का व्यवसाय शुरु करना चाहते हैं फिर चाहे वह व्यवसाय किसी भी क्षेत्र में हो। कुछ ऐसी ही कहानी है गणेश की जिन्होंने इंजीनियरिंग की अच्छी-खासी नौकरी को छोड़ चाय का स्टॉल शुरु किया और आज उसके 7 आउटलेट्स खोल चुके हैं।

लिया जॉब छोड़ने का फैसला

महाराष्ट्र (Maharastra) के रहनेवाले 24 वर्षीय गणेश (Ganesh) ने वहीं वे इंजीनियरिंग की शिक्षा हासिल की और फिर नौकरी करने लगे। लेकिन नौकरी में उनका मन नहीं लगा और उन्होंने खुद का कुछ करना चाहा। गणेश ने बताया कि महज 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरु कर दी थी जिसके 6 वर्ष बाद उन्हें नौकरी का ऑफर मिला। उस नौकरी में मासिक तनख्वाह महज 7 से 8 हजार रुपये थी। ऐसे में उन्होंने नौकरी के लिए इंटरव्यू के दौरान ही फैसला कर लिया कि वे नौकरी नहीं करेंगे साथ ही इंजीनियरिंग फील्ड को भी हमेशा के लिए छोड़ देंगे।

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शुरु किया खुद की चाय की दुकान

कम तनख्वाह वाली इन्जीनियरिंग की नौकरो छोड़ने के बाद अब उन्हें यह सोचना था कि आखिर वह किस चीज का बिजनेस शुरु करें तभी उनके मन में बचपन के शौक का ख्याल आया। दरअसल, वे बचपन से ही चाय के बेहद शौकीन रहे हैं ऐसे में उन्होंने चाय की दुकान खोलने का फैसला किया। हालांकि, उन्होंने जब नौकरी को ठुकराकर चाय की दुकान शुरु करने का निर्णय लिया तो उनके घरवालों समेत नाते-रिश्तेदार वालों ने भी उनका काफी विरोध किया।

रिश्तेदारों ने दिया ताना

हर मां-बाप का सपना होता है कि उसका बेटा पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करें लेकिन यदि बेटा पढ़ने-लिखने के बाद भी नौकरी न करके चाय की दुकान शुरु करें तो थोड़ा अजीब लगेगा। गणेश के साथ भी ऐसा ही हुआ। उनके पिता जो किराने की दुकान का चलाते हैं, उनका भी सपना था कि बेटा अच्छी नौकरी करेंं। लेकिन गणेश ने चाय की दुकान शुरु करके अपने पिता के सपने पर पानी फेर दिया।

चाय की दुकान (Tea Shop) शुरु करने पर उनके परिवार वालों ने कहा कि, उन्हें उम्मीद थी कि बेटा 6 साल तक पढ़ाई करके एक अच्छी नौकरी करेगा। लेकिन उम्मीद बस उम्मीद बनकर ही रह गई। इतना ही नहीं रिशतेदारों ने यह भी कहकर ताना दिया कि, इतनी पढ़ाई-लिखाई करने का क्या फायदा जब चाय ही बेचनी थी।

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खोल चुके हैं 7 आउटलेट्स

परिवार और रिशतेदारों द्वारा विरोध किए जाने के बाद भी गणेश ने अपना फैसला नहीं बदला और चाय की दुकान शुरु किया। उन्होंने बताया कि, चाय की दुकान खोलने के 1 वर्ष तक उन्होंने अपने घरवालों को इसके बारें में नहीं बताया था। लेकिन जब धीरे-धीरे इस बिजनेस में मुनाफा होने लगा तब उन्होंने घर पर इस बारें में जानकारी दी। वर्तमान में अभी तक वे 3 वर्ष में ही चाय के 7 आउटलेट्स खोल चुके हैं जहां चाय के 20 अलग-अलग वेरायटी मौजूद हैं।

8 अलग-अलग फ्लेवर में बेच रहे हैं चाय

गणेश (Ganesh) ने चाय की दुकान की शुरूआत मसाला चाय से की, लेकिन बिजनेस का विस्तार करने के लिए उन्होंने चाय के अलग-अलग फ्लेवर लाने का सोचा जिसके बाद वे ग्राहकों को चाय की 8 अलग-अलग वेरायटी पेश करने लगे। वर्तमान में उनके पास मसाला चाय समेत आम, स्ट्राबेरी, केला, गुलाब, हॉट चॉकलेट जैसे अन्य कई फ्लेवर के चाय उप्लब्ध हैं। उनके यहां चाय की विशेषता यह है कि वे चाय को लिक्विड नहीं बल्कि प्रीमिक्स पाउडर के रूप में बनाते हैं। उनके यहां चाय के बैग को बस गर्म पानी में डूबोना है और चाय तैयार है।

चाय के बिजनेस (Tea Business) में सफलता हासिल करके उन्होंने नौकरी छोड़ चाय बेचने के फैसले को सही साबित कर दिखाया है।