‘दान’ मतलब सामाजिक उत्थान व कल्याण के लिए किसी व्यक्ति द्वारा स्वेच्छा से किया गया सहयोग। दान कई रुपों में दिया जा सकता है जैसे वस्त्रों का दान, खाध सामग्री का दान, पैसे का दान, पुस्तकें दान में देना में या फिर किसी भी अन्य रुप में दान देकर सामाजिक सहयोग किया जा सकता है। इसी श्रेणी में पश्चिम बंगाल स्थित मिदनापुर(Midnapur) क्षेत्र के मोलोय दास (Moloy Das) नें फायर स्टेशन के निर्माण हेतु एक करोड़ रुपये की कीमत के प्लॉट का दान देकर समाज के प्रति अपना सेवाभाव दर्शाया है।
क्षेत्र में नही था कोई फायर स्टेशन
मिदनापुर क्षेत्र में फायर स्टेशन की गैर हाजिरी के चलते वहाँ के स्थानीय निवासियों की एक लम्बे समय से यह मांग रही कि वहां एक फायर स्टेशन बनाया जाये। जिसके मद्देनज़र मेटल फैबरिकेशन यूनिट (metal fabrication unit) के मालिक और साबोंग के डाडुरंगा गांव निवासी मोलोय दास नें पास के गांव बोनोई में स्थित अपनी 0.4 एकड़ जमीन जिसकी कीमत 1 करोड़ रुपये है फायर स्टेशन की व्यवस्था के लिए दान दी है।
फायर स्टेशन की स्थापना के लिए राजनैतिक प्रयास भी हुए हैं
पूर्व में क्षेत्र की राज्यसभा सांसद मानस भूनिया और विधायक गीता रानी भूनिया द्वारा एग्रीकल्चर बेल्ट के लिए एक फायर स्टेशन के निर्माण का प्रस्ताव दिया जा चुका है। ऐसे में मोलोय नें प्रस्ताव के बारे में जानकर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वाहन करते हुए क्षेत्र की भलाई के लिए अपनी ज़मीन दान करनें का फैसला लिया।
सीएम ममता बैनर्जी नें रखी फायर स्टेशन की नींव
विधायक गीता रानी भूनिया के मुताबिक – 2 सितंबर 2020 को ये ज़मीन जिला प्रशासन को दे दी गई थी, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बैनर्जी नें पुरुलिया में एडमिनिस्ट्रेटिव मीटिंग के दौरान फायर स्टेशन की नींव रखी।
यह भी पढ़ें :- MBA के बाद इस युवा ने पान का व्यवसाय शुरू कर देशभर में 200 आउटलेट खोल दिये, 350 लोगों को नौकरी दे चुके हैं
फायर स्टेशन की आवश्यकता पर परिवार से भी पाया समर्थन
Times of India की रिपोर्ट के अनुसार मोलोय का कहना है – “एक अच्छे व्यवसाय के चलते 63 वर्ष की उम्र में मैं अपनी तीन बेटियों वाले परिवार में सुखद जीवन जी रहा हूं, जब पूनिया द्वारा ग्रामीणों की आवश्यकता के लिए फायर स्टेशन स्थापित करनें के लिए प्रस्ताव रखा गया तो मुझे यह पसंद आया, फायर स्टेशन बन जानें के बाद हम किसी भी असंभावित दुर्घटना को रोक संपत्ति और जीवन बचा सकते हैं, मैनें अपने परिवार से इस विषय पर चर्चा की, जिस पर सबकी सहमति मिली। जिसके बाद यह भूखंड दान देनें का फैसला लिया गया, जिसके लिए मैनें स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया।”
अपने दादा से पेरित हुए मोलोय दास पूर्व में भी कई भूखंड दान कर चुके हैं
मोलोय का कहना है कि वह अपनें दादा से अत्यधिक प्रेरित हैं जिन्होनें एक हाई स्कूल और पोस्ट ऑफिस बनानें के लिए ज़मीन दान की थी। इससे पहले मोलोय नें बच्चों की शिक्षा हेतु प्राथमिक विधालय बनाने के लिए भी एक भूखंड दान दिया था। भविष्य में भी मोलोय अस्पताल बनाने के लिए एक भूखंड दान करना चाहते हैं जिसमें गांव वालों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में मदद मिल सके।
देशवासियों की सेवा में समर्पित हैं मोलोय
मोलोय की मानें तो उनका राजनीति में कोई रुझान नही है वे ऐसा केवल देशवासियों की सेवा के लिए व समाज के प्रति अपनी भागीदारी निभानें के लिए करते हैं। उनका कहना है कि ये फायर स्टेशन छह ब्लॉक में काम करेगा। राज्य के अधिकारियों नें भी फायर प्लेस के निर्माण के लिए 3,5 करोड़ रुपये अलॉट किये हैं।
सांसद मानस भूनिया नें की मोलोय की प्रशंसा
क्षेत्रीय राज्यसभा सांसद मानस भूनिया का कहना है – मोलोय दास का यह कार्य बेशक ही सराहनीय है उन्होनें स्वेच्छा से यह भूखंड दान किया है, फायर स्टेशन अवश्य ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मदद करेगा।