मनीष कश्यप (Manish Kashyap) को तो आप जरूर जानते होंगे। लेकिन क्या आपको पता है, मनीष कश्यप का असली नाम क्या है, वो कहाँ के रहने वाले हैं, उनकी पढ़ाई कितनी हुई है, या फिर आज वह महीने में कितनी कमाई (Manish Kashyap Income) कर लेते है।
हम आपको एक ऐसे निडर पत्रकार के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने बिहार ही नही बल्कि पूरे भारत मे अपनी पत्रकारिता के दम पर एक अलग पहचान खड़ा किया है। इसमे मनीष कश्यप के बारे में वो सारी जानकारीयां आपको मिलेंगी जो शायद आप नही जानते होंगे।
इस वीडियो में आप पूरी जानकारी देख सकते हैं
“Son of Bihar” के नाम से विख्यात मनीष कश्यप आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपनी निर्भीक, बेबाक और शानदार पत्रकारिता से देशभर के लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है। आज पूरे भारत मे उनके दमदार पत्रकारिता को सराहा जाता है
वह पूरे देश में घूम-घूम कर अपने “सच तक” (Such tak news) यूट्यूब चैनल के माध्यम से सरकार की नाकामियों, प्रशासनिक गड़बड़ियों और विकास कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करते रहते हैं।
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बहुत ही कम लोगों को पता है कि मनीष कश्यप का पूरा नाम “त्रिपुरारी कुमार तिवारी उर्फ मनीष कश्यप है। मनीष कश्यप का जन्म 9 मार्च 1988 ईस्वी को बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले में स्थित डुमरी महानावा गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम उदित कुमार तिवारी है जो भारतीय सेना में कार्यरत हैं। उनके एक भाई भी हैं जो एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करते हैं।
मनीष कश्यप ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव के ही पूरी की और आगे चलकर उन्होंने महाराष्ट्र से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद उन्होंने किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी नहीं की बल्कि बिहार वापस आ गए और जनता की आवाज बनकर शासन और प्रशासन के भ्रष्टाचार, नाकामियों के खिलाफ डंट गए और पत्रकारिता को ही अपना कैरियर बना डाला।
13 जुलाई 2018 को मनीष कश्यप ने “सच तक” (Manish Kashyap Such Tak News) न्यूज के नाम से अपना यूट्यूब चैनल बनाया। इसके इसके बाद उन्होंने सरकार के खामियों और विकास कार्यों में हो रहे गड़बड़ियों को बेहद ही बुलंद आवाज के साथ उठाया। समाज के अलग-अलग मुद्दों को उन्होंने बारी-बारी से उठाकर सरकार और प्रशासन तंत्रों के खिलाफ हल्ला बोला।
मनीष कश्यप की बेबाक भरी और निर्भीक पत्रकारिता लोगों को बहुत अच्छी लगती है। वे हमेशा ही जनता के हित और देश सेवा की बात करते हैं और प्रशासन तंत्र के नाकामियों के बारे में जनता को बताते रहते हैं। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर वीडियो बनाकर जनता को उनके अधिकार और हक के बारे में बताया है। उन्होंने लोगों को यह भी बताया है कि शासन और प्रशासन तंत्र हमें किस तरह ठग रहे हैं और अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं।
मनीष कश्यप बिहार के वह उगते हुए सूरज हैं जिसमें लोग एक चमकता हुआ भविष्य देखते हैं। कई लोग उन्हें जनता का सच्चा सेवक बताते हैं तो कोई उन्हें रियल हीरो बताते हैं। कुल मिलाकर देखें तो जिस तरीके से उन्होंने जनता के हक की आवाज उठाई है और सरकारी नाकामियों के बारे में लोगों को बताया है…लोग इनके चहेते बन गए हैं।
यह बहुत कम लोगों को पता है कि मनीष कश्यप एक बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं जनता की सेवा करने के उद्देश्य से उन्होंने राजनीति में कदम रखा और 2020 में बिहार के चनपटिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी पेश की…. हालांकि वे इस चुनाव में सफल नहीं हो सके और उन्हें तीसरा स्थान प्राप्त हुआ उन्हें इस चुनाव में कुल 9239 वोट मिले थे।
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इसके बाद मनीष कश्यप (Manish Kashyap) पुनः एक बार पत्रकारिता के क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय हो गए और सरकारी नाकामियों और भ्रष्टाचारी कुछ गोरी मिलावट के खिलाफ पुरजोर तरीके से आवाज उठाने लगे।
बिहार के स्कूलों की जर्जर स्थिति हो या फिर विद्यालयों में शिक्षकों की कमी…सड़क एवं पुल निर्माण में हो रही धांधली हो या फिर सरकार की विधि व्यवस्था में नाकामी…ऐसे मामलों को वह बिना डरे अपने चैनल के माध्यम से लोगों तक पहुंचाते हैं और सरकार का भंडाफोड़ करते हैं।
मनीष कश्यप चार बार जेल भी जा चुके हैं और कई मामलों के उन पर अभी भी केस चल रहे हैं।
बहुत लोगों को मनीष कश्यप के आमदनी के बारे में उत्सुकता होती है…तो जानकारी के लिए बता दें की Social Blade वेबसाइट के हिसाब से मनीष कश्यप हर महीने में लगभग 31K$ से 498K$ के बीच कमाते हैं , अगर भारतीय करेंसी में बात की जाय तो इनकी इनकम लगभग 25L से लेकर 4 करोड़ तक के बीच मे हो सकती है।
इस जानकारी की पुष्टि हम नही करते हैं, यह केवल एक वेबसाइट का दिया हुआ डेटा है जो बिल्कुल सही नही भी हो सकता है।
आजकल मनीष कश्यप पूरे देश में घूम-घूम कर ईमानदार अधिकारियों शिक्षकों प्रोफेसरों से मिल रहे हैं और उन्हें सम्मान के तौर पर “बिहार ब्रांड” वाली टी-शर्ट और गीता दे रहे हैं। उन्होंने खुद एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से एक बताया कि अभी तक वह 10,000 T-Shirt बांट चुके हैं।
ऐसे बिहार के सपूत को हमारा नमन और प्यार, जय हिन्द।