किसी भी चीज को मुमकिन कर दिखाने के लिए हौसला बेहद जरूरी होता है। उम्र छोटी हो तो क्या हुआ बुलंद हौसले और नेक नजरिए से हम बहुत कुछ कर दिखा सकते हैं। सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल, बारघाट के कक्षा 6 की अंजलि (Mask girl Anjali) सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज ब्लॉक बढ़नी चाफा गांव में “मास्क वाली बिटिया” के नाम से मशहूर हो गई है।
अंजलि के मन में यूं आया आइडिया
कोरोना से बचाव के लिए मास्क बेहद जरूरी है। पिछले साल अंजलि ने देखा कि आसपास के बाजार में मास्क उपलब्ध नहीं था। लोगों को बिना मास्क के घूमते हुए देखकर उसके मन में आइडिया आया। फिर क्या
नन्ही बिटिया ने सिलाई मशीन उठाई और लोगों के लिए दो हजार मास्क तैयार कर डाला। कुछ लोगों ने इसमें हाथ बटाया तो देखते ही देखते एक हजार मास्क और तैयार हो गए। यह मास्क सभी जरूरतमंदों को बांटा गया खासकर जो मास्क नहीं खरीद सकते थे। इस पहल को लेकर अंजलि की खूब सराहना की गई थी।
अब सहेलियां भी दे रही हैं पूरा साथ
अंजलि को इस नेक पहल के लिए प्रशासन और नगर पंचायत ने सम्मानित भी किया था। कोरोना की दूसरी लहर में अंजलि ने एक बार फिर मास्क सिलना शुरू कर दिया है। खास बात ये है कि अंजलि को देखकर उसकी सहेलियां भी काफी प्रोत्साहित हो कर उसकी मदद कर रही हैं। सभी लड़कियां साथ में दिन में दो घंटे में 300 मास्क सिल रही है। इसे वह गरीबों को निशुल्क बांट रही हैं।
स्थानीय दुकानदार भी हुए सक्रिय
स्थानीय दुकानदार यह मास्क 15 रुपए के दर पर खरीद कर ले जा रहे हैं। इन पैसों से मास्क बनाने का समान खरीदा जाता है।